शिक्षिका बनने को बीएड करने के प्रति छात्राओं की रुचि बढ़ी
इस वर्ष बिहार में बीएड कोर्स में छात्राओं ने छात्रों की तुलना में अधिक आवेदन किए हैं। 6870 परीक्षार्थियों में 4241 छात्राएं और 2629 छात्र शामिल हैं। पिछले वर्षों की तुलना में छात्राओं की संख्या में...

-इस वर्ष एडमिशन के लिए छात्राओं ने छात्रों से काफी अधिक किया है आवेदन, पिछले साल भी अधिक थीं छात्राएं -4241 छात्राएं और 2629 छात्र परीक्षार्थी शामिल, 6870 परीक्षार्थी देंगे आरा में परीक्षा आरा। निज प्रतिनिधि उच्च शिक्षा के दो वर्षीय बैचलर ऑफ एजुकेशन (बीएड) कोर्स से विद्यार्थियों की पहले जैसी रुचि नहीं रही। इस बार काफी कम संख्या में विद्यार्थियों ने बीएड में नामांकन को लेकर आवेदन किया है। हालांकि छात्रों की तुलना में छात्राओं की संख्या इस बार भी अधिक है। पिछले दो सालों से बीएड में नामांकन के लिए छात्राओं की संख्या जहां बढ़ रही है, वहीं छात्रों की संख्या घट रही है।
बीएड संयुक्त प्रवेश में शामिल होकर बीएड में एडमिशन के लिए छात्राओं में काफी रुचि देखने को मिल रही है। पिछले दो सत्रों की तरह इस बार भी आवेदन करने में छात्राओं की संख्या अधिक है। शिक्षक भर्ती में महिलाओं को विशेष छूट शिक्षक भर्ती में महिलाओं को विशेष छूट मिल रह रही है। वर्ग एक से आठ तक के लिए 50 प्रतिशत रिक्ति है, तो प्लस टू विद्यालय में 35 प्रतिशत छूट मिल रही है। इस कारण छात्राओं का रुझान बीएड कोर्स की तरफ बढ़ा है। बिहार में बीएड कोर्स महंगा होने के बाद भी छात्राएं करना चाहती हैं। जानकारी के अनुसार शिक्षक बनने का सपना, समाज में शिक्षा के महत्व को समझना और बीएड की डिग्री के बाद मिलने वाले रोजगार के अवसर के कारण छात्राओं का रुझान बढ़ा है। बीएड की डिग्री के बाद छात्राओं को शिक्षक के रूप में रोजगार के कई अवसर मिलते हैं, जो उन्हें आर्थिक रूप से भी आत्मनिर्भर बनाता है। इस बार छात्रों से अधिक छात्राओं ने किया है आवेदन बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा आगामी 28 मई को शहर के 15 केंद्रों पर होगी। बीएड परीक्षा के लिए पिछले वर्ष की तुलना में आवेदन तो कम हैं, लेकिन जो आवेदन आए हैं, उनमें छात्रों से अधिक छात्राओं की संख्या है। बता दें कि शाहाबाद के चारों जिलों के बीएड कॉलेज में एडमिशन को लेकर 6870 अभ्यर्थी आवेदन किए हैं। इनमें 4241 छात्राएं और 2629 छात्र परीक्षार्थी हैं। उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का बीएड सत्र 2025-27 में एडमिशन होगा। छात्राओं से आधी है छात्रों की संख्या आवेदन के बाद चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। इनमें सबसे अधिक छात्राओं ने अपना पंजीयन कराया है, जबकि छात्रों की संख्या छात्राओं से करीब आधी है। बता दें कि वर्ष वर्ष 2024 में भी छात्रों से छात्राएं अधिक थीं, लेकिन इस बार तुलनात्मक रूप से छात्राओं की संख्या और अधिक है। कुछ बीएड कॉलेजों की मानें तो छात्राएं बीएड कोर्स में नामांकन कराकर पढ़ाई भी करती हैं। वर्ष 2024 में आवेदन की संख्या बता दें कि वर्ष 2024 में आयोजित बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के लिए 13103 परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया था। इनमें 6594 छात्राएं और 6509 छात्र परीक्षार्थी थे। हालांकि गत वर्ष छात्रों से छात्राओं की संख्या कुछ ही अधिक थी। वर्ष 2023 में छात्रों की संख्या थी अधिक वर्ष 2023 की परीक्षा में कुल 11690 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इनमें 5751 महिला परीक्षार्थी और 5939 पुरुष परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इस तरह वर्ष 2023 सत्र में छात्राओं से अधिक छात्र अभ्यर्थी थे। उत्तीर्ण विद्यार्थियों का बीएड कॉलेजों में होता है एडमिशन बता दें कि जो विद्यार्थी बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होंगे, उनको काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेने का मौका मिलेगा। इसके बाद उनका दाखिला विवि के बीएड कॉलेजों में होगा। मालूम हो कि वीर कुंवर सिंह विवि अंतर्गत 20 कॉलेजों में 2250 सीटों पर नामांकन होगा। भोजपुर, बक्सर, रोहतास और कैमूर जिलों के अभ्यर्थियों को परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद विवि से सम्बद्ध और एनसीईटी से मान्यता प्राप्त बीएड कॉलेजों में नामांकन मिलेगा। मालूम हो कि इस बार समय पर परीक्षा ली जा रही है, ताकि जुलाई माह से शैक्षणिक सत्र शुरू हो सके। पिछले सत्र में शत- प्रतिशत नामांकन हुआ था। इस बार अभ्यर्थियों की संख्या कम रहने पर कट ऑफ कम जा सकता है।
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