चांद में नाले का निर्माण छोड़ा अधूरा, जलजमाव से परेशानी
बारिश के कारण पिपरियां, बैरी, पवरा, खरांटी, चौरी, तेतरी और कलौरा के ग्रामीणों के घरों में पानी घुस जाता है। नाले का अधूरा निर्माण और जलजमाव ने ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सड़कें और रास्ते...

बारिश होने पर ग्रामीणों के घरों में घुस जाता है पानी, जनजीवन प्रभावित पिपरियां, बैरी, पवरा, खरांटी, चौरी, तेतरी, कलौरा के ग्रामीण आते हैं पथ से (बोले भभुआ) चांद, एक संवाददाता। नाले का अधूरा निर्माण कर छोड़ देने से सड़क से लेकर गांव में जानेवाले रास्ते तक में परेशानी हो रही है। चांद के शिव मंदिर से दलित बस्ती जानेवाली सड़क में जलजमाव की समस्या बनी हुई है। जलजमाव वाले रास्ते के किनारे से लोग बड़ी मुश्किल से आ-जा रहे हैं। एजेंसी ने अप्रैल के प्रथम सप्ताह से नाले का निर्माण शुरू किया था। लेकिन, पिछले 25 दिनों से काम बंद है।
बारिश होने पर चांद के ज्वाला पांडेय, राजा मियां, राजू पांडेय, बच्चन साह आदि लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर जाता है। बारिश बंद होने के पांच-छह घंटे बाद घरों से धीरे-धीरे पानी निकलता है। तब लोग अपने घरों से निकल पाते हैं। ढाढ़ी मिस्त्री की दुकान से चांद चौक व चौक से शिव मंदिर तक नाला बनाना है। चांद में परमा सिंह के कटरा से बैरी की ज्वेलर्स दुकान तक नाला बनाकर छोड़ दिया गया है। नाली का मलबा व ह्यूम पाइप सड़क पर पड़ा हुआ है। इससे आने-जाने में तकलीफ हो रही है। ग्रामीण ईश्वर जायसवाल, मुस्तिकल मियां, दु:खी मियां, राधेश्याम सिंह, ददन सिंह, श्यामनारायण सिंह, सत्यसागर सिंह ने बताया कि डाकबंगला रोड में आने-जाने में भारी परेशानी हो रही है। कई बार बीडीओ मो. हदीद खां से गुहार लगाई गई, पर आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। जबकि चांद गांव के मुख्य पथ पिपरियां, बैरी, पवरा, खरांटी, चौरी, तेतरी, कलौरा आदि गांवों के लोगों का आना-जाना है। चंद दिनों में सरकारी स्कूल खुल जाएंगे। तब परेशानी और बढ़ जाएगी। कीचड़ व जलजमाव वाले रास्ते से आना-जाना मुश्किल हो जाएगा। फोटो- 18 जून भभुआ- 2 कैप्शन- चांद गांव में जाने वाली मुख्य गली में बुधवार को जलजमाव वाले पथ के किनारे से कीचड़युक्त रास्ते से घर जाते लोग।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।