Goradih Airport Proposal Sparks Demand for Industries and Development बोले भागलपुर: गोराडीह प्रखंड में एम्स खुले और उद्योग की स्थापना हो, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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बोले भागलपुर: गोराडीह प्रखंड में एम्स खुले और उद्योग की स्थापना हो

गोराडीह में पहले हवाई अड्डा बनाने का प्रस्ताव था, लेकिन अब सुल्तानगंज में इसे बनाने की बात चल रही है। स्थानीय लोग उद्योगों की स्थापना की मांग कर रहे हैं, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और पलायन रोका जा...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरMon, 16 June 2025 07:30 PM
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बोले भागलपुर: गोराडीह प्रखंड में एम्स खुले और उद्योग की स्थापना हो

 जिले के गोराडीह में पहले हवाई अड्डा के लिए जमीन का प्रस्ताव गया था। बाद में सुल्तानगंज में हवाई अड्डा बनाने की बात हो रही है। गोराडीह में हवाई अड्डा नहीं बनने पर लोग उद्योग लगाने की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि मोहनपुर पंचायत में गोशाला की पर्याप्त जमीन है। जमीन विवाद का निपटारा भी प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। अगर किसी कारणवश हवाई अड्डा नहीं बनता है तो यहां एम्स के साथ उद्योग लगना चाहिए। गोराडीह की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए यहां बड़े उद्योग लगाये जा सकते हैं। इससे लोगों को रोजगार मिलेगा और युवाओं के पलायन पर रोक लगेगी।

गोराडीह प्रखंड के मोहनपुर पंचायत में गोशाला की पर्याप्त जमीन है। जिला प्रशासन की तरफ से जमीन मापी और चिह्नित करने का काम किया जा चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कृषि बहुल क्षेत्र है। क्षेत्र में धान, गेहूं और मक्का की अच्छी खेती होती है। सब्जी का उत्पादन भी बहुत होता है। चिह्नित स्थल से कुछ दूरी पर एनटीपीसी, विक्रमशिला, बटेश्वरस्थान सहित कई महत्वपूर्ण स्थल हैं। बगल में झारखंड की सीमा होने से दोनों प्रदेश के लोगों को उद्योग का लाभ मिलेगा। पूर्वी बिहार में एम्स नहीं है। अगर गोराडीह में एम्स बनेगा तो क्षेत्र की बड़ी आबादी को स्वास्थ्य के क्षेत्र में लाभ मिलेगा। इस क्षेत्र में कोई कल-कारखाना नहीं होने से युवा रोजगार की खोज में दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं। उद्योग लगने से लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा।

गोराडीह प्रखंड के मुखिया संघ के अध्यक्ष सह पूर्व जिला परिषद सदस्य उमाशंकर रजक ने बताया कि एम्स और उद्योग लगाने के लिए यहां पर्याप्त जमीन उपलब्ध है। यहां से करीब 30 किमी की दूरी पर एनटीपीसी है। 35 किमी की दूरी पर विक्रमशिला और 32 किमी की दूरी पर बटेश्वरस्थान है। 15 किमी के बाद झारखंड की सीमा शुरू हो जाती है। उनका पंचायत तरछा दामूचक चिह्नित जमीन से सटा हुआ है। जगदीशपुर कतरनी धान के लिए प्रसिद्ध है। इसकी दूरी चिह्नित स्थल से करीब 15 किमी है। भागलपुर जिला मुख्यालय भी करीब 20 किमी की दूरी पर है। सड़क की स्थिति अच्छी है। कुछ दूरी से मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन गुजर रहा है। पूर्व में गोराडीह में हवाई अड्डा बनाने की बात हो रही थी। लेकिन उसकी उम्मीद अब कम होती जा रही है। ऐसे में यहां बड़े-बड़े उद्योग लगाये जा सकते हैं।

सालपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि आनंद कुमार ने बताया कि गोराडीह प्रखंड और उसके आसपास में धान,गेहूं और मक्का की अच्छी खेती होती है। यहां सीमेंट के कारखाना के अलावा फुड प्रोसेसिंग प्लांट लगना चाहिए। इससे क्षेत्र के किसानों को काफी लाभ होगा। मोहनपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मनोज दास उर्फ प्रमोद दास ने बताया कि चिह्नित जमीन के निरीक्षण, मापी आदि का काम हो चुका है। यहां हवाई अड्डा बनता तो क्षेत्र के लोगों के लिए बहुत बेहतर होता। अगर किसी कारण से यहां हवाई अड्डा नहीं बनता है तो उद्योग जरूर लगना चाहिए। उद्योग लगाने के लिए यहां जमीन उपयुक्त है। किसान नारायण यादव और अरुण यादव ने कहा कि गोराडीह में सीमेंट और खाद की फैक्ट्री के अलावा फुड प्रोसेसिंग प्लांट लगना चाहिए। विनय कुमार पंडित ने बताया कि यहां की मिट्टी काफी उपजाऊ है। लेकिन सिंचाई का साधन नहीं है। गंगा पंप नहर परियोजना को इस क्षेत्र में लाया जाए तो किसानों को आर्थिक रूप से काफी लाभ मिलेगा। कोल्ड स्टोरेज बनने से सब्जियों की खेती अधिक होने लगेगी। घनश्याम यादव और रवीन्द्र यादव ने बताया कि गोराडीह में अगर हवाई अड्डा नहीं बनता है तो उद्योग जरूर लगना चाहिए। उद्योग लगने से सिल्क कारोबार को बढ़ावा मिलेगा।

उद्योग की स्थापना से इलाके का होगा विकास

गोराडीह प्रखंड के तरछा दामूचक पंचायत के मुखिया उमाशंकर रजक ने बताया कि गोराडीह में औद्योगिक कॉरिडोर बनाने की चर्चा जोरों पर है, यहां कई तरह के उद्योग की स्थापना कर इलाके का विकास किया जाना चाहिए। क्षेत्र का औद्योगिक विकास हो, इसके लिए यहां पानी के आपूर्ति की समस्या का भी समाधान किया जाना चाहिए। ताकि खेती और घरेलू जरूरतों के लिए भी पर्याप्त पानी मिल सके। गोराडीह में पर्याप्त मात्रा में सरकारी जमीन उपलब्ध है। यहां पर औद्योगिक इकाई की स्थापना करने से बिहार के दूसरे जिले के लोगों को भी लाभ मिलेगा। यहां पर किसानों द्वारा तैयार किए गए अनाज के भंडारण के लिए गोदाम के साथ चावल मिल और सब्जी से तैयार होने वाले उत्पाद के कारखाने एवं ट्रांसपोर्टिंग की व्यवस्था भी की जानी चाहिए। उद्योग लगाने के लिए यह उपयुक्त जगह है।

गोराडीह प्रखंड में फूड पार्क का निर्माण हो

गोराडीह प्रखंड अंतर्गत सालपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि आनंद कुमार ने बताया कि गोराडीह का पूरा इलाका कृषि पर आधारित है। जहां के लोगों का मुख्य पेशा खेती है। सरकार को यहां जमीन का चयन कर फूड पार्क बनाने की व्यवस्था करनी चाहिए। जिससे किसानों का तैयार फसल खेतों से सीधे कारखाना पहुंचे और उससे कई तरह के उत्पाद को तैयार किया जा सके। ऐसा होने से किसानों के अनाज की खपत आसानी से हो सकेगी। इससे किसानों को उत्पादन की उचित कीमत मिल पाएगी। गोराडीह प्रखंड जिला मुख्यालय से दूर है। यहां के ग्रामीणों को बीमार पड़ने पर भागलपुर सदर अस्पताल, मायागंज अस्पताल या शहर के किसी निजी क्लीनिक में जाना पड़ता है। प्रखंड क्षेत्र में इलाज से संबंधित हर तरह की सुविधाओं से संपन्न अस्पताल की व्यवस्था होनी चाहिए।

क्षेत्र में अस्पताल के साथ सीमेंट फैक्ट्री भी खुले

मोहनपुर पंचायत के अरुण यादव ने बताया कि गोराडीह में हवाई अड्डा बनने की उम्मीद से क्षेत्र के लोगों में विकास की उम्मीद जगी थी। जब से गोराडीह के बजाए दूसरी जगह हवाई अड्डा बनने की बात होने लगी। तभी से क्षेत्र के लोग निराश हैं। क्षेत्र के विकास के लिए यहां उद्योग लगाना जरूरी है। गोराडीह के आसपास कोई बड़ा अस्पताल नहीं है। इसके चलते लोगों को इलाज कराने में परेशानी होती है। यहां बड़ा अस्पताल खुले तो आसपास की बड़ी आबादी को लाभ मिलेगा। गोराडीह क्षेत्र में सीमेंट की फैक्टरी खुलने से लोगों को रोजगार मिलेगा। भागलपुर को सिल्क सिटी के नाम से जाना जाता है। गोराडीह में सिल्क उद्योग को विकसित कर यहां की पहचान को और समृद्ध किया जा सकता है। इससे सिल्क व्यवसायियों के साथ इस काम से बुनकरों को भी काम के साथ आर्थिक लाभ मिलेगा।

किसानों के लिए कदवा नदी पर बने चेक डैम

गोराडीह तरछा के निवासी चंद्रशेखर यादव ने बताया कि गोराडीह में उद्योग की स्थापना होने से इलाके का विकास तेजी से होगा। इससे किसानों और स्थानीय लोगों के साथ सरकार को भी राजस्व की प्राप्ति होगी। फसल के उत्पादन के अनुसार उद्योग लगना चाहिए। इससे किसानों को भी ट्रांसपोर्टेशन पर कम खर्च होगा। कृषि के लिए यहां की भूमि बेहतर मानी जाती है। सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने कारण पटवन की बड़ी समस्या है। कृषि को समृद्ध और व्यवस्थित करने के लिए पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। जिसके लिए कदवा नदी पर चेक डैम का निर्माण किया जाना चाहिए। चेक डैम बनाने से गोराडीह क्षेत्र की हजारों एकड़ में होने वाली खेती को लाभ मिलेगा। बीज को सुरक्षित रखने के लिए गोराडीह में कोल्ड स्टोरेज बनना चाहिए।

इनकी भी सुनिए

गोराडीह में औद्योगिक विकास होने से सन्हौला और कहलगांव प्रखंड के लोगों को भी काफी सहूलियत होगी। सरकार ने गोराडीह में हवाई अड्डा बनाने की बात कही, जो सपना साबित होगा। यहां सरकारी जमीन की कमी नहीं है।

-महेश ऋषि

सरकार और जिला प्रशासन को गोराडीह प्रखंड क्षेत्र में सीमेंट का कारखाना खोला जाना चाहिए। इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा। खाद बीज की आवश्यकता पूरी करने के लिए प्रखंड क्षेत्र में खाद की सरकारी दुकान खुलनी चाहिए।

-नेम नारायण यादव

गोराडीह में सिल्क उद्योग को बढ़ावा देने के लिए रेशम वस्त्रों का उद्योग लगाना चाहिए। इससे ना सिर्फ सिल्क कपड़ों का व्यापार बढ़ेगा, बल्कि प्रखंड समेत आसपास के कई प्रखंड के लोगों के लिए रोजगार का अवसर भी मिलेगा।

-घनश्याम यादव

लड़कियों की शिक्षा के लिए गोराडीह प्रखंड में डिग्री महाविद्यालय की व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद छात्राएं कॉलेज की पढ़ाई कर अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। गोराडीह और आसपास कॉलेज खुलना चाहिए।

-प्रभाष मंडल

गोराडीह प्रखंड शहर से दूर है। यहां के ग्रामीणों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सरकार इस क्षेत्र में उद्योग स्थापित कर जिले के विकास कार्य को तेजी से आगे बढ़ा सकती है। सीमेंट कारखाना खोलना चाहिए।

-रवींद्र यादव

गोराडीह प्रखंड में गोदाम की व्यवस्था नहीं होने से यहां तैयार फसल को रखने में परेशानी होती है। बोरिंग और ट्यूबवेल के अभाव में खेती प्रभावित हो रही है। सरकार और संबंधित विभाग को ध्यान देकर पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए।

-श्यामलाल यादव

गोराडीह प्रखंड में सरकार द्वारा सरकारी जमीन को चिह्नित कर वहां पर औद्योगिक इकाई स्थापित की जानी चाहिए। यहां मक्का का उत्पादन अधिक होता है। गोराडीह में फूड प्रोसेसिंग प्लांट लगना चाहिए। इसके अलावा अन्य उद्योग लगने से क्षेत्र का विकास होगा। -विनय कुमार

गोराडीह में हवाई अड्डा बनाने के लिए पहले जमीन चिह्नित की गई थी। इसकी कागजी तैयारी भी चल रही थी। अब हवाई अड्डा दूसरी जगह बनने की बात हो रही है। ऐसे में गोराडीह में औद्योगिक कॉरिडोर बनाकर उद्योग लगाना चाहिए। -खुशबू देवी

तरछा से बाहर निकलने के लिए सड़क की व्यवस्था अच्छी नहीं है। एक टोला के लोगों को खेत के रास्ते से होकर सड़क तक जाना पड़ता है। खेत में सिंचाई के लिए पानी की काफी दिक्कत होती है। प्रशासन को खेत के पटवन की व्यवस्था करनी चाहिए।

-सिकंदर दास

गोराडीह प्रखंड की बड़ी आबादी खेती पर निर्भर रहती है। सिंचाई की सुविधा नहीं मिलने से किसानों को नुकसान हो रहा है। सरकार को सिंचाई की बेहतर व्यवस्था करनी चाहिए। गोराडीह में उद्योग लगने से किसानों को बहुत लाभ मिलेगा।

-जगदीश पंडित

सरकार द्वारा गोराडीह की सरकारी जमीन पर उद्योग की स्थापना करने से यहां के युवाओं को रोजगार मिलेगा। रोजगार नहीं मिलने से युवा पलायन कर रहे हैं। खेती से किसानों को अच्छी आय नहीं हो पाती है। उद्योग लगने से किसानों की आय में वृद्धि होगी।

-सुमित कुमार

गोराडीह में लड़कियों की शिक्षा के लिए छात्रावास की व्यवस्था के साथ डिग्री कॉलेज खुलना चाहिए। ताकि लड़कियों को कॉलेज की पढ़ाई के लिए भागलपुर नहीं जाना पड़े। दूरी के कारण बच्चियों की आगे की शिक्षा बाधित हो जाती है।

-ब्रजेश कुमार

बोले जिम्मेदार

गोराडीह में औद्योगिक कॉरिडोर बनाने का प्रयास चल रहा है। जिला प्रशासन द्वारा जमीन चिह्नित करने की प्रक्रिया चल रही है। यहां गोशाला की पर्याप्त जमीन है। औद्योगिक कॉरिडोर होने से क्षेत्र का विकास होगा। बड़े-बड़े उद्योग लगेंगे तो आसपास के लोगों को रोजगार मिलेगा। रोजगार मिलने पर युवाओं का पलायन रूकेगा। औद्योगिक कॉरिडोर बनने के बाद एम्स बनवाने का प्रयास किया जाएगा। सड़कों को चौड़ा करने का प्रस्ताव सरकार को दिया गया है। केनाल की खुदाई करायी जा रही है। ताकि किसानों को सिंचाई में परेशानी नहीं हो।

-पवन यादव, विधायक, कहलगांव

शिकायतें

1. औद्योगिक विकास के लिए सरकार द्वारा योजना तैयार कर उद्योग लगाने की जरूरत होती है। लोगों को डर है कि यह हवा हवाई साबित ना हो जाए।

2. कृषि के लिए उपयुक्त भूमि और खेती होने के बाद भी गोराडीह में अनाज भंडारण के लिए गोदाम की व्यवस्था नहीं है।

3. गोराडीह से कुछ किलोमीटर की दूरी पर एनटीपीसी कहलगांव और बटेश्वरनाथ है, लेकिन आज तक यह क्षेत्र विकास से वंचित है।

4. गोराडीह में सब्जी का उत्पादन काफी होता है। लेकिन भागलपुर शहर की दूरी अधिक होने के चलते गोराडीह की सब्जी नहीं जा पाती है।

5. अस्पताल की व्यवस्था नहीं होने से गोराडीह प्रखंड के लोगों को बीमार पड़ने पर भागलपुर जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।

सुझाव

1. गोराडीह में सरकार द्वारा औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकारी जमीन पर अलग- अलग उद्योग स्थापित करना चाहिए।

2. लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए गोराडीह में छात्रावास की सुविधा से युक्त सरकारी कॉलेज खुलना चाहिए।

3. गोराडीह प्रखंड में फूड पार्क की व्यवस्था होनी चाहिए। इससे यहां के किसानों के फसल से कई उत्पाद तैयार किए जा सकते हैं।

4. गोराडीह मे आधुनिक सुविधाओं से युक्त सरकारी अस्पताल खुलना चाहिए। ताकि क्षेत्र के लोगों को समय से बेहतर इलाज मिल सके।

5. किसानों की सुविधा के लिए गोराडीह प्रखंड में खाद की सरकारी दुकान खुलनी चाहिए, जिससे किसानों को उचित कीमत पर खाद मिल सके।

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