डॉक्टरों की हड़ताल से ओपीडी ठप
गौड़ाबौराम के सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों के द्वारा ओपीडी सेवाओं का बहिष्कार किया गया, जिससे मरीजों में अफरातफरी का माहौल बन गया। कीरतपुर और बिरौल के अस्पतालों में भी ओपीडी सेवा बंद रही। कुछ मरीज...

गौड़ाबौराम। सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की ओर से अस्पताल के ओपीडी सेवा का बहिष्कार करने की घोषणा का व्यापक असर देखा गया है। किरतपुर स्थित सामुदायिक अस्पताल के अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरदाहा में भी ओपीडी सेवा पूरी तरह बंद रही जिससे मरीजों में अफरातफरी का माहौल देखा गया। अनुमंडलीय अस्पताल बिरौल में भी ओपीडी सेवा पूरी तरह बंद रही। मरीज अस्पताल में इधर उधर भटकते रहे। ग्यारी रजवा गांव से जख्मी अवस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिरौल पहुंचे खून से लथपथ परमेश्वर चौपाल ने बताया कि अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में बैठे एक चिकित्सक अविनाश कुमार ने मानवीय आधार पर उनके जख्मी सिर में मरहम पट्टी बांधकर उनका इलाज किया जबकि वे इलाज के लिए पीएचसी बरदाहा व परसरमा अस्पताल का चक्कर लगा कर थक गया था। किरतपुर अस्पताल में ओपीडी सेवा बंद रहने के कारण मरीज तथा उसके परिजन अस्पताल के बरामदे पर चिकित्सकों के आने का घंटों इंतजार करते रहे। गौड़ाबौराम के चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कुमार ने बताया आपातकालीन सेवा बहाल रखने का प्रयास किया जा रहा है।
सिंहवाड़ा : सिंहवाड़ा सीएचसी में हड़ताल का आशिक का कर देखा गया। आउटडोर प्रारंभ होने के समय कुछ देर तक मरीज को डॉक्टरों का इंतजार करना पड़ा। जबकि इमरजेंसी में चिकित्सा सेवा सुचारू रूप से चलती रही। बताया गया है कि इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से हाजिरी बनाने की व्यवस्था का डॉक्टर विरोध कर रहे हैं। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रेमचंद ने बताया कि इमरजेंसी के साथ-साथ आउटडोर की सेवा भी जारी रही।
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