डीईओ से मांगा विद्यालय भवन का प्रतिवेदन
सिंहवाड़ा प्रखंड के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय में छात्रों के लिए सुविधाओं की कमी है। यहाँ 550 छात्रों की पढ़ाई के लिए केवल दो जर्जर कमरे हैं। शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों ने...

सिंहवाड़ा। जिला लोक शिकायत अधिकारी ने डीईओ, प्राथमिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ से सिंहवाड़ा प्रखंड के सभी विद्यालयों एवं उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय सिंहवाड़ा उत्तरी के भवन के बाबत स्पष्ट प्रतिवेदन तलब किया है। समाजसेवी केशव ठाकुर ने इस मामले में लोक शिकायत अधिकारी के यहां परिवार दायर किया था। उसी के आलोक में यह आदेश दिए गए हैं। उत्क्रमित माध्यमिक पल्स टू विद्यालय सिंहवाड़ा (अनुसूचित) सिंहवाड़ा नगर पंचायत के अनुसूचित जाति बाहुल्य वार्ड में स्थित है। लगभग दो कट्ठा जमीन में बने एसबेस्टस के दो जर्जर कमरे में प्राथमिक से लेकर प्लस टू तक के छात्रों की पढ़ाई की व्यवस्था है। विद्यालय में नामांकित 550 छात्रों को परिसर में खड़े होने की भी जगह नहीं है।
ग्रामीणों ने बताया कि जब राज्य स्तरीय अधिकारी विद्यालय के निरीक्षण में आते हैं तो प्रखंड के गिने-चुने तीन विद्यालयों में ही उन्हें ले जाया जाता है। उस विद्यालय के बगल में स्थित इस विद्यालय के बारे में जानकारी भी नहीं दी जाती। परिवाद में कहा गया है कि दो कमरों में विद्यालय का कार्यालय और छात्रों का वर्ग संचालन किया जाता है। दोनों ही कमरे के ऊपर लगा एस्बेस्टस जर्जर होने के कारण कई जगह से टूट चुका है। बरसात में बारिश और ठंडा में ओस का पानी लगातार टपकता है। छात्रों के बैठने की कोई समुचित व्यवस्था आज तक नहीं की गई है। एचएम द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। विद्यालय का सारा कागजात भी इसी दोनों कमरे में रखा जाता है।
मध्याह्न भोजन के लिए एक अतिरिक्त छोटा सा शेड बनाया गया है। बरामदे को घेरकर कार्यालय का काम लिया जा रहा है। कक्षा एक से आठ तक विद्यालय में 310 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। इनमें से लगभग 230 छात्रों की उपस्थिति प्रतिदिन होती है, जबकि कक्षा नौ से 12 में 250 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। इनमें से 200 की उपस्थिति होती है। आलम यह होता है कि इन छात्रों को विद्यालय परिसर में एक साथ खड़े होने की भी जगह नहीं मिलती। पर्याप्त संख्या में कमरे नहीं होने के कारण विद्यालय का संचालन करना बहुत ही चुनौतीपूर्ण है।
ग्रामीणों ने बताया कि इस विद्यालय से मात्र दो सौ मीटर दक्षिण चौधरी केदारनाथ प्लस टू उच्च विद्यालय है, जबकि इस विद्यालय से एक किलोमीटर की दूरी पर नागेंद्र झा महाविद्यालय एवं एमबीडी इंटर कॉलेज रामपुरा है। कॉलेज में 20 से अधिक कमरे होने के बावजूद यहां मात्र 40 छात्रों के नामांकन के आदेश दिए गए हैं जबकि दो कमरे के विद्यालय में 120 छात्रों के नामांकन का आदेश देना विभाग की मनमानी को दर्शाता है। केशव ठाकुर ने परिवाद में सिंहवाड़ा प्रखंड के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय सिंहवाड़ा (अनुसूचित), सिंहवाड़ा उत्तरी के साथ साथ जिले के सभी भवन विहिन स्कूलों का भवन निर्माण करवाने का मांग की है।
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