बाल श्रम जागरूकता रथ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर लोगों को कर रहे जागरूक
जमुई में विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर जस्ट राईट फॉर चिल्ड्रेन की मदद से जागरूकता रथ निकाला गया। यह रथ बाल मजदूरी और बच्चों के अधिकारों के हनन के खिलाफ लोगों को जागरूक कर रहा है। पिछले साल 109 बच्चों...

जमुई । नगर संवाददाता विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर जस्ट राईट फॉर चिल्ड्रेन के सहयोगी संस्था ग्राम नेहरू युवा ट्रस्ट एवं श्रम विभाग द्वारा निकाली गई जागरूकता रथ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं। जागरूकता रथ शनिवार को जमुई सदर के अलावा बरहट प्रखंड के मलयपुर व विभिन्न क्षेत्रों में जाकर बाल मजदूरी व बच्चों के अधिकारों का हो रहे हनन की रोकथाम के लिए लोगो को जागरूक किए। मौके पर संस्था के सचिव सुनील मिश्रा ने बताया कि बाल अधिकारों के मोर्चे पर जिला प्रशासन व नागरिक समाज में जो सजगता व समन्वय दिख रहा है, उससे यह विश्वास जगता है कि हम जल्द ही बाल श्रम मुक्त जमुई का सपना साकार होते देखेंगे।
उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में जिला प्रशासन के सहयोग से उसने जिले में बाल श्रम, बाल व्यापार के खिलाफ छापामारी अभियान चलाए और इस दौरान 109 बच्चों को मुक्त कराया है और उनके पुनर्वास की दिशा में भी प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि पीडि़तों के पुनर्वास और अपराधियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई से ही बाल मजदूरी पर रोक लग पाएगी और भारत इस दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने बाल श्रम के खात्मे के लिए समग्र नीतिगत बदलावों, सरकारी खरीदों में बाल श्रम का इस्तेमाल कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति, 18 साल तक मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा, पीडि़त बच्चों के पुनर्वास के लिए बाल मजदूर पुनर्वास कोष की स्थापना, खतरनाक उद्योगों की सूची में विस्तार, राज्यों को उनकी विशेष जरूरतों के हिसाब से नीतियां बनाने, बाल मजदूरी के खात्मे के लिए सतत विकास लक्ष्य 8.7 की समयसीमा को 2030 तक बढ़ाने, दोषियों के खिलाफ सख्त व त्वरित कानूनी कार्रवाई की मांग की।
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