नप बोर्ड की बैठक में हंगामा, इओ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित
नप बोर्ड की बैठक में हंगामा, इओ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित

बड़हिया, एक संवाददाता। नगर परिषद कार्यालय के सभागार में शनिवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सामान्य बोर्ड की बैठक आयोजित की गई। नगर सभापति डेजी कुमारी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक की शुरुआत ही विवादित रही। बैठक में नगर उपसभापति गौरव कुमार द्वारा वीडियो रिकॉर्डिंग कराए जाने पर नगर सभापति और सशक्त समिति के सदस्यों ने कड़ा विरोध जताया। उनका कहना था कि सभागार में पहले से सीसीटीवी की सुविधा मौजूद है और आवश्यकता पड़ने पर उसके विजुअल प्राप्त किए जा सकते हैं। सोशल मीडिया पर एकतरफा वीडियो वायरल करने की आशंका को लेकर बैठक की रिकॉर्डिंग तत्काल बंद कराई गई।
बैठक के दौरान नगर कार्यपालक पदाधिकारी रवि कुमार आर्य से नगर की जलती-बुझती लाइटों, इइसीएल कंपनी द्वारा लगाए गए लाइटों की मरम्मती, कचरा उठाव के लिए जरूरी ठेला के टेंडर को रद्द करने, हाहाबंगला पुस्तकालय पुनर्निर्माण, कंबल वितरण निरस्तीकरण, ठाकुरबाड़ी के चारदीवारी निर्माण पर असहमति जैसे मुद्दों पर तीखी बहस हुई। इस बीच सभापति डेजी कुमारी ने नगर कार्यपालक पदाधिकारी व आवास सहायक गोपाल कुमार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश किया। जिसे सभापति समेत 16 पार्षदों ने समर्थन दिया जबकि उपसभापति समेत चार पार्षदों ने विरोध जताया। इस बैठक के बीच खराब पड़े नगर के लाइटिंग व्यवस्था को स्थानीय स्तर पर मिस्त्री उपलब्ध कराकर ठीक करवाने, होल्डिंग सर्वे के टीम द्वारा मूल्यांकन व मैपिंग की प्रक्रियाओं को करवाए जाने, जिसके अंतर्गत व्यवसायिक व आवासीय भवनों को चिन्हित किया जाना है। इस पर सर्वसम्मति से सहमति प्राप्त की गई। बैठक के बाद नगर सभापति एवं उनके पति जदयू नेता सुजीत कुमार के नेतृत्व में लोहिया चौक पर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा का पुतला दहन किया गया। सभापति ने आरोप लगाया कि नगर कार्यपालक पदाधिकारी उपमुख्यमंत्री के इशारे पर विकास कार्यों में बाधा डाल रहे हैं। नगर क्षेत्र में बीते सात महीने से कोई नया कार्य शुरू नहीं हुआ है। नगर सभापति के प्रतिनिधि सुजीत कुमार ने कहा कि उपमुख्यमंत्री के द्वारा कार्यपालक पदधिकारी को दरभंगा के एसडीओ बनाये जाने के आश्वासन पर नगर के विकास में अवरोध पैदा किया जा रहा है। जबकि नगर परिषद की कमान सम्हालने के बाद न ही मेरे द्वारा श्री सिन्हा के खिलाफ कोई प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है, और न ही मैंने उनके खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बनाया है। बावजूद इस तरह विकास में उनका बाधक बनना समझ से परे है। वहीं कार्यपालक पदाधिकारी रवि कुमार आर्य ने सभी आरोपों को निराधार बताया और कहा कि वे किसी के बहकावे में आकर काम नहीं करते हैं। फिलहाल नगर अंतर्गत करीब 10 करोड़ की राशि के विभिन्न निर्माण कार्य किये जा रहे हैं। उनके खिलाफ लाए गए निंदा प्रस्ताव निराधार हैं, और अपेक्षा रखते हैं कि ऐसा किसी भी पदधिकारी के खिलाफ किया जाना उचित नहीं है। उपसभापति गौरव कुमार ने भी नगर अंतर्गत हाल ही में हुए कालीकरण कार्य पर उठ रहे सवालों, जांच की आंच और पार्षदों द्वारा मकान निर्माण के लिए दबाव बनाये जाने जैसी बातों को नहीं बनने के आधार को ही इओ और आवास सहायक के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाए जाने का संभावित कारण बताया।
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