ब्लड बैंक में खून की उपलब्धता के प्रति विभाग गंभीर नहीं
विश्व रक्तदान दिवस आज

लखीसराय, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। घटना, दुर्घटना, हादसा समेत विभिन्न कारण से इलाज के दौरान चिकित्सक परामर्श पर पीड़ित को आवश्यकतानुसार ब्लड बैंक के सहयोग से खून उपलब्ध कराया जाता है। अपना खून देकर यानि रक्तदान के माध्यम से जरूरतमंद पीड़ित के जान बचाने वाले रक्तदाता के सम्मान के रूप में पूरी दुनिया सहित हिन्दुस्तान में 14 जून के दिन को विश्व रक्तदान दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस विशेष रूप से रक्तदाता को सम्मानित एवं समाज के अन्य लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से संबंधित क्षेत्र में संचालित ब्लड बैंक में अधिक से अधिक खून की उपलब्धता के लिए विभिन्न स्वयंसेवी संगठन एवं प्रशासनिक विभाग द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है।
जिसमें रक्तदान करने वाले रक्तदाता को स्वास्थ्य विभाग द्वारा सम्मानित भी किया जाता है। आज यानि शनिवार को होने वाले विश्व रक्तदान दिवस के एक दिन पूर्व शुक्रवार को स्थानीय सदर अस्पताल में संचालित ब्लड बैंक का पड़ताल किया गया तो ब्लड बैंक की उपलब्धता को लेकर विभाग का उदासीन रवैया सामने आया। सदर अस्पताल में संचालित ब्लड बैंक में 10 दिन से अधिक समय से का खून का घोर अभाव कायम है। चार दिन पहले 10 जून को जहां बैंक में महज ए-पॉजिटिव और बी-पॉजिटिव सहित पांच तो वहीं शुक्रवार को महज चार यूनिट ब्लड की उपलब्धता पाई गई है। ज्ञात हो कि सरकारी अस्पताल के अलावे जिले में 100 अधिक निजी अस्पताल का संचालन होता है। जिसमें सिजेरियन सहित अन्य ऑपरेशन में पीड़ित को आवश्यकतानुसार खून चढ़ाया जाता है। जानकारी के अनुसार जिले में प्रतिदिन न्यूनतम 10 से 12 यूनिट खून पीड़ित को चढ़ाया जाता है। जो संबंधित अस्पताल में सीधे डोनेशन के माध्यम से उपलब्ध होता है। जो पूरे तरीके से असंवैधानिक है। नियमानुसार ब्लड बैंक के अलावे किसी भी अस्पताल में खून डोनेट नहीं किया जा सकता है। जबकि स्थानीय प्रशासनिक व स्वास्थ्य के उदासीनता के कारण जिले में यह कुकृत जारी है। ब्लड बैंक के अलावे निजी अस्पताल में खून डोनेट करना गैर कानूनी ही नहीं पीड़ित मरीज के स्वास्थ्य के लिहाज से खतरनाक भी है। निजी अस्पताल में सहजता के साथ खून उपलब्ध हो जाने के कारण लाभुक भी ब्लड बैंक को विशेष तरजी नहीं दे रहे हैं। सदर अस्पताल में संचालित ब्लड बैंक पर प्रतिमाह लाखो रुपया खर्च हो रहा है। अत्याधुनिक संसाधन व उपकरण के साथ पर्याप्त स्वास्थ्य कर्मी की उपलब्धता भी है। जानकारी के अनुसार विश्व रक्तदान दिवस पर महर्षि दयानंद बेलफेयर ट्रस्ट ने शनिवार को रक्तदान शिविर आयोजन कर खून की कमी झेल रहे ब्लड बैंक को राहत देने का निर्णय लिया है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासनिक विभाग के द्वारा इस अवसर पर इसी तरह के आयोजन की सूचना नहीं है। इधर सीएस डा. बीपी सिन्हा ने बताया कि प्रशासनिक सहयोग से अवैध रूप से ब्लड डोनेट करने वाले अस्पताल को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ब्लड बैंक में भी खून की उपलब्धता के लिए प्रयास किया जा रहा है। ब्लड बैंक में उपलब्ध खून ए-पॉजिटिव एक यूनिट बी-पॉजिटिव एक यूनिट ओ-पॉजिटिव एक यूनिट एबी-पॉजिटिव एक यूनिट किसी भी ग्रुप का नेगेटिव ग्रुप का खून उपलब्ध नहीं है।
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