लालू यादव बालू-गोबर खाकर प्रायश्चित करें, बाबा साहेब आंबेडकर के अपमान का आरोप लगा बोले गिरिराज सिंह
गिरिराज सिंह ने कहा, ‘दलितों के प्रति लालू यादव का असली चेहरा निकल कर सामने आया है। आंबेडकर को पूरे देश में भगवान के तौर पर पूजा जाता है। लेकिन लालू प्रसाद यादव जी आपने जो आंबेडकर का अपमान किया है और पैर के नीचे कुचलने का काम किया है।’

राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर कथित तौर से संविधान निर्माता भीम राव आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगा विपक्ष उनपर लगातार हमलावर है। अब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है। गिरिराज सिंह ने कहा है कि लालू प्रसाद यादव को बालू-गोबर खाकर प्रायश्चित करना चाहिए।
पटना में संवाददाताओं से बातचीत में गिरिराज सिंह ने कहा, 'दलितों के प्रति लालू यादव का असली चेहरा निकल कर सामने आया है। आंबेडकर को पूरे देश में भगवान के तौर पर पूजा जाता है। लेकिन लालू प्रसाद यादव जी आपने जो आंबेडकर का अपमान किया है और पैर के नीचे कुचलने का काम किया है। इसके लिए आपको देश के दलितों से माफी मांगना पड़ेगा। माफी, प्रायश्चित करना पड़ेगा। प्रायश्चित ही नहीं, गंगा के किनारे जाकर बालू-गोबर खाकर गंगाजल से प्रायश्चित करें। अगर हिंदू धर्म में भरोसा नहीं है तो फुलवारीशरीफ चले जाएं और वहां भी प्रायश्चित करें।
आपको बता दें कि लालू प्रसाद यादव के 78वें जन्मदिन समारोह के दौरान कथित तौर पर रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो के वायरल होने के बाद विवाद उत्पन्न हो गया था। वीडियो में बीमार नेता एक सोफे पर बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं और उनके पैर पास के सोफे पर हैं। फिर एक समर्थक डॉ. आंबेडकर की तस्वीर लेकर कमरे में प्रवेश करता है और प्रसाद का अभिवादन करने से पहले उसे उनके पैरों के पास रख देता है। इस कृत्य की राजनीतिक विरोधियों ने तीखी आलोचना की।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को राजद प्रमुख पर महापुरूष और दलित नेता का अपमान करने का आरोप लगाया था।बिहार के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने जवाबदेही की मांग करते हुए एक वीडियो चलाया था। भाजपा कार्यकर्ताओं ने रविवार को विरोध प्रदर्शन किया था और पटना में आयकर गोलंबर पर लालू प्रसाद का पुतला फूंका था।
लालू प्रसाद यादव को मिला है नोटिस
इधर बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने बाबा साहब भीम राव आंबेडकर का कथित तौर पर अनादर करने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को नोटिस जारी किया है। आयोग ने पूर्व मुख्यमंत्री को जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया है और चेतावनी दी है कि ऐसा न करने पर कानूनी कार्यवाही हो सकती है।
‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष देवेंद्र कुमार ने कहा कि कथित घटना पर स्पष्टीकरण मांगने के लिए लालू प्रसाद को नोटिस जारी किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘आयोग ने प्रसाद को जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया है और चेतावनी दी है कि ऐसा न करने पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत कार्रवाई हो सकती है।’’