गंगासागर के पास सौ से अधिक दुकानें पर नहीं मिल रहा राजस्व
मधुबनी में गंगासागर तालाब और काली मंदिर क्षेत्र का कायाकल्प होगा। इस क्षेत्र में अराजकता और आपराधिक गतिविधियों का आतंक है। नगर निगम ने टैक्स ना मिलने की समस्या पर ध्यान दिया है। मेयर ने सौंदर्यीकरण की...

मधुबनी,। गंगासागर तालाब व काली मंदिर परिसर के आसपास के पूरा क्षेत्र का कायाकल्प होगा। इसका सौंदर्यीकरण किया जायेगा। यह अभी फिलहाल अराजकतत्त्वों का अड्डा बना हुआ है। चारों तरफ यहां पर आपराधिक तत्वों का आतंक मचा हुआ है। शहर ही नहीं पूरे जिले में आस्था के केंद्र के लिए प्रसिद्ध इस स्थल को चारों तरफ से अतिक्रमित किया जा रहा है। वहीं यहां पर लगभग 22 साल पहले तालाब के चारों तरफ पर्यटकों और शहरवासियों के लिए बनाये गये आकर्षक स्टैंड पोस्ट व तालाब में सैर के लिए मोटरबोट की उपलब्ध करायी गयी सुविधाएं खत्म हो चुकी है। अब चारों तरफ व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है।
100 से अधिक दुकानें यहां पर खुली हुई है। लेकिन नगर निगम को एक रुपए भी टैक्स नहीं दिया जा रहा है। पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी आशुतोष आनंद चौधरी ने टैक्स नहीं दिये जाने पर नोटिस किया था। उन्होंने तत्कालीन टैक्स दरोगा को टैक्स नहीं मिल पाने को लेकर शोकॉज भी किया था। क्योंकि किसी तरह के एनजीओ, ट्रस्ट या अन्य सामाजिक संस्थाएं जिसका उपयोग व्यावसायिक हो रहा है, उसे कर देने का प्रावधान किया गया है। लेकिन इनके तबादले के बाद से टैक्स वसूली के लिए की गयी प्रक्रिया पर विराम लग गया और निगम के संबंधित कर्मियों की मिलीभगत से निगम को प्रतिमाह लाखों रुपए कर का नुकसान होता रहा है। पहल से बेहतर शहर की जगी उम्मीद: यह स्थान शहर के मध्य स्थित है। इसके सौंदर्यीकरण से बेहतर शहर बनने की उम्मीद जगी है। मेयर अरुण राय ने इस मामले को दिशा की बैठक में उठाया और बताया कि यह एरिया श्रद्धालुओं के लिए काफी प्रसिद्ध है। यहीं पर बीएन झा कॉलनी और अन्य कॉलनी का सीधा अवागमन है। लेकिन पूरा एरिया अतिक्रमित हो चुका है। इधर कामेश्वर धार्मिक न्यास ने पूनम कुमारी के नाम से किये गये कारारनामा को रद्द कर दिया है। प्रबंधक ने करारनामा अनुपालन नहीं किये जाने को आधार बताकर पूर्व के करारनामा को रद्द का पत्र जारी किया है। वहीं पूनम कुमारी ने बताया कि वे इसके लिए न्यायालय में मामला दर्ज कराया गया। निर्णय का अनुपालन किया जायेगा। मोहल्लेवासियों को हो रही है परेशानी: यहीं पर सरकारी व निजी बस पड़ाव भी है। लेकिन चारों तरफ अराजकता का आलम है। मंदिर में दर्शन के लिए पैदल आना जाना भी मुश्किल हो चुका है। जबकि यहां पर चिल्ड्रेन पार्क है। यहीं पर गंगासागर तालाब धार्मिक दृष्टिकोरण से काफी पवित्र है। चारों तरफ दुकान खोलकर अराजकता की हालत पैदा कर दी गयी है। डिप्टी मेयर अमानुल्लाह खान ने बताया कि वाहन के अवागमन तो दूर की बात है, सामान्य श्रद्धालुओं का पैदल आना जाना भी मुश्किल हो चुका है। दिशा की बैठक में मामला सामने आने पर अध्यक्ष की पहल पर डीएम आनंद शर्मा ने इसे गंभीरता से लिया है। इसके बाद इसके सौंदर्यीकरण की उम्मीद जगी है। उल्लेखनीय है कि इस गंगासागर तालाब में पूर्व में डीएम की पहल पर चारों तरफ पौधे लगाये गये थे। पार्क के रुप में चारों तरफ बैठने की व्यवस्था की गयी थी और तालाब में नौका विहार की सुविधा शहरवासियों को उपलब्ध कराया गया था। इन सभी सुविधाओं और व्यवस्थाओं के लिए सरकारी राशि खर्च किया गया था। जाहिर है इस राशि के खर्च से पहले एनओसी लिया गया था। महापौर अरुण राय ने बताया कि बेहतर शहर के लिए इसका समग्र विकास जरूरी है। इसके लिए पहल की गयी है। जिला प्रशासन को संज्ञान में दिया गया है। नगर आयुक्त अनिल कुमार चौधरी ने बताया कि निगम की ओर से टैक्स को लेकर प्रक्रिया शुरू हुई थी, इसकी जानकारी नहीं है। यदि प्रावधान होगा तो व्यावसायिक उपयोग के लिए टैक्स लिया जायेगा।
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