डेढ़ साल से जीविका भवन का निर्माण कार्य अधूरा
थुमहा पंचायत में जीविका भवन का निर्माण करीब डेढ़ साल से रुका हुआ है। मनरेगा और अंचल विभाग के बीच विवाद के कारण निर्माण कार्य ठप है। भवन का कार्य अप्रैल 2023 में शुरू हुआ था, लेकिन भूमि विवाद और...

साल 2023 में थुमहा में जीविका भवन का निर्माण हुआ था शुरू छह महीने के भीतर निर्माण पूरा करने का दिया गया था लक्ष्य मनरेगा व अंचल विभाग के फेर में फंसकर निर्माण कार्य रूका पिपरा। थुमहा पंचायत में दो विभागों के फेर में करीब डेढ़ साल से जीविका भवन का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है। खास बात यह है कि इसको लेकर मनरेगा विभाग अंचल को जिम्मेदार मान रहा है तो दूसरी तरफ अंचल इसके लिए मनरेगा को जिम्मेदार मान रहा है। इन दोनों विभागों के चक्कर में मनरेगा विभाग द्वारा लगभग 16 लाख की लागत से बनने वाली जीविका भवन का निर्माण छत की ढलाई के बाद बीच में ही बंद कर दिया गया।
बताया जाता है कि थुमहा में जीविका भवन का निर्माण अप्रैल 2023 में शुरू किया गया था और अक्टूबर 2023 में कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य दिया गया था। भवन के छत की ढलाई भी हो चुकी है। बताया गया कि निर्माण शुरू करने के करीब सात महीने बाद एक रैयत ने शिकायत किया कि जीविका भवन उसके निजी जमीन में बन रहा है। इसके बाद कार्य पर रोक लगा दिया गया। भवन निर्माण में रोक लगने के बाद विभागीय कार्रवाई शुरू हुई। फिर से जमीन मापी की प्रक्रिया के लिए अंचल को कहा गया। अब स्थिति यह है कि सीओ उमा कुमारी कह रहा है कि उन्होंने दो बार जमीन की मापी कर मनरेगा को रिपोर्ट भेज चुकी है, लेकिन मनरेगा पीओ प्रभात झा का कहना है कि अंचल द्वारा जमीन मापी नहीं की गई है। इस तरह दो विभागों के चक्कर में जीविका भवन करीब डेढ़ साल से अधूरा पड़ा हुआ है। भवन अब जीर्ण शीर्ण स्थिति में आने लगी है। उधर, जीविका के डीपीएम कन्हैया कुमार ने बताया इस मामले को लेकर कई बार मनरेगा विभाग को सूचना दी गई, लेकिन समुचित पहल नहीं की जा रही है।
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