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मोटे अनाज की खेती करें किसान, होगा फायदा
त्रिवेणीगंज के कृषि पदाधिकारी अरविंद कुमार रवि ने किसानों को मोटे अनाज की खेती करने की सलाह दी है। मरुआ, बाजरा, कोदो और चीना फसलें मध्यम और ऊंचाई वाली भूमि के लिए उपयुक्त हैं। मोटे अनाज में पौष्टिक...
Newswrap हिन्दुस्तान, सुपौलMon, 9 June 2025 04:20 AM

त्रिवेणीगंज। प्रखंड कृषि पदाधिकारी अरविंद कुमार रवि ने किसानों से मोटे अनाज की खेती करने पर बल दिया है। बताया कि मध्यम और ऊंचाई वाले भूमि के लिए मरुआ, बाजरा, कोदो, चीना फसल सबसे उपयुक्त है। मोटा अनाज करीब तीन माह के बाद फसल तैयार हो जाता है। मोटे अनाज में कैल्सियम, मैग्नीसियम, आयरन सहित अन्य पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। सरकार मोटे अनाज पर शत-प्रतिशत अनुदान ही नहीं, बल्कि चार हजार प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि भी देती है।
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