एडवांस फाइटर जेट बनाने के लिए सरकार का बड़ा कदम, रॉकेट बन गए डिफेंस कंपनी के ये शेयर
एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी ने स्वदेशी पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट AMCA के विकास के लिए भारतीय कंपनियों को आमंत्रित किया है, जिससे बाजार में सकारात्मक भावना बनी है। डिफेंस सेक्टर के शेयरों में तेजी देखी गई।

Defence Stocks: डिफेंस सेक्टर के शेयर आज गुरुवार को कारोबार के दौरान फोकस में रहे। मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स, पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, भारत डायनेमिक्स और अन्य रक्षा शेयरों में तेजी दर्ज की गई। DCX सिस्टम्स और पारस डिफेंस के शेयरों में 6% से अधिक की तेजी आई, जबकि मझगांव डॉक और भारत डायनेमिक्स के शेयरों में 2% से अधिक की तेजी आई। इन शेयरों में तेजी के पीछे एक अच्छी खबर है। दरअसल, सरकारी एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) द्वारा पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट AMCA के विकास में रुचि दिखाने के बाद इन डिफेंस शेयरों में तेजी आई है।
क्या है डिटेल
बता दें कि एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) ने स्वदेशी पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट, एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) के विकास में भाग लेने के लिए भारतीय कंपनियों को आमंत्रित किया है। बुधवार को रक्षा मंत्रालय के अधीन ADA ने रुचि पत्र (EOI) जारी किया।
अधिसूचना में कहा गया है, “इस ईओआई का उद्देश्य भारतीय कंपनियों (निवासी भारतीय नागरिकों के स्वामित्व और नियंत्रण वाली) को शॉर्टलिस्ट करना है जो तकनीकी रूप से विकास, प्रोटोटाइप के निर्माण, उड़ान परीक्षण का समर्थन और एएमसीए के सर्टिफिकेट के लिए सक्षम हैं…। एएमसीए के विकास, प्रोटोटाइपिंग, उड़ान परीक्षण और प्रमाणन के लिए अनुबंध की अवधि प्रभावी तिथि से आठ (8) वर्ष से अधिक नहीं होगी।” बता दें कि रक्षा मंत्रालय (एमओडी) ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि इससे पहले मई में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एएमसीए कार्यक्रम एग्जिक्यूशन मॉडल को मंजूरी दी थी।
इजराइल-ईरान युद्ध से मिला बुस्ट
बता दें कि बढ़ते वैश्विक भू-राजनीतिक तनावों के बीच रक्षा खर्च और ऑर्डर प्रवाह में वृद्धि की उम्मीदों के कारण रक्षा शेयरों में भी खरीदारी देखी गई। एनालिस्ट्स ने कहा कि चल रहे इजराइल-ईरान युद्ध और भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया संघर्ष ने रक्षा उपकरणों और सेवाओं की उच्च मांग की बाजार प्रत्याशा को तेज कर दिया है। इसके अलावा, लंबे समय से चल रहे रूस-यूक्रेन संघर्ष ने रक्षा क्षेत्र में तेजी की भावना को आकर्षित करना जारी रखा है। रक्षा स्वदेशीकरण के लिए जोर के बीच बेहतर निष्पादन द्वारा मार्च 2025 को समाप्त वित्तीय चौथी तिमाही के दौरान रक्षा कंपनियों के वित्तीय प्रदर्शन में भी सुधार हुआ।