अमृतसर में रियल एस्टेट कंपनी ने खरीदी 260 एकड़ जमीन, आसमान पर पहुंचे शेयर
ओमैक्स ने अमृतसर में 260 एकड़ जमीन खरीदी है, जिस पर एक नया टाउनशिप बनाया जाएगा। इसकी पंजाब में पहले से ही छह शहरों न्यू चंडीगढ़, लुधियाना, पटियाला, डेराबास्सी, अमृतसर और बठिंडा में अपनी मौजूदगी रखता है।

आज ओमैक्स लिमिटेड के शेयरों में जबरदस्त उछाल आया। कंपनी के शेयर 13.4% चढ़कर ₹108 तक पहुंच गए। ये तेजी कंपनी की एक बड़ी घोषणा की वजह से आई। उन्होंने अमृतसर में 260 एकड़ जमीन खरीदी है, जिस पर एक नया टाउनशिप बनाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के पहले चरण में ही कंपनी 127 एकड़ पर काम शुरू करेगी और इसके लिए ₹1,000 करोड़ से अधिक का निवेश करेगी। दोपहर करीब 1:50 बजे तक कंपनी के शेयर ₹105.09 पर ट्रेड हो रहे थे, जो पिछले बंद भाव से 13% ऊपर थे। पिछले तीन महीनों में तो ओमैक्स के शेयरों ने 44% की शानदार बढ़त दर्ज की है।
टाउनशिप गोल्डन टेंपल से सिर्फ 12 मिनट की दूरी पर
ओमैक्स ने स्टॉक एक्सचेंज को दिए अपने बयान में बताया कि यह टाउनशिप गोल्डन टेंपल से सिर्फ 12 मिनट की दूरी पर होगा और इसमें जल्द ही एक होटल भी बनेगा ताकि इसकी खूबियां और बढ़ें। कंपनी ने यह भी कहा कि भविष्य में आस-पास की और जमीन खरीदकर इस टाउनशिप को और बड़ा करने का मौका भी मिल सकता है।
यह प्रोजेक्ट पहले ही रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (RERA) से मंज़ूरी और जरूरी परमिट हासिल कर चुका है। पहले चरण में ओमैक्स लोगों को 300, 500 और 1000 वर्ग गज के रेजिडेंशियल प्लॉट ऑफर करेगा। इनके साथ ही यहां कॉमर्शियल स्पेस, स्कूल, क्लब हाउस और सामुदायिक सुविधाएं भी होंगी।
कंपनी ने साफ किया कि यह प्रोजेक्ट कई चरणों में बनेगा और पहला चरण लगभग चार साल में पूरा होने की उम्मीद है। शुरुआती निवेश कंपनी अपने खुद के फंड से कर रही है। फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशंस से लोन की मंजूरी और बाजार से अच्छी प्रतिक्रिया मिलने के बाद प्रोजेक्ट का फाइनेंशियल क्लोजर हो चुका है।
इस टाउनशिप को एक और बड़ा फायदा मिलेगा। आने वाले सालों में यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर होने वाला है। दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे की 99 किमी लंबी नकोदर-अमृतसर शाखा सीधे इसी टाउनशिप के पास से गुजरेगी, जिससे 2026 तक दिल्ली और जम्मू का सफर काफी आसान हो जाएगा।
ओमैक्स पंजाब में पहले से ही छह शहरों - न्यू चंडीगढ़, लुधियाना, पटियाला, डेराबास्सी, अमृतसर और बठिंडा में अपनी मौजूदगी रखता है।