DU CSAS : डीयू दाखिले 2 चरणों में, योग्यता नियम बदले, कॉलेज कोर्स की चॉइस कब भरें, बगैर CUET एडमिशन कहां
DU CSAS UG फर्स्ट फेज रजिस्ट्रेशन में विद्यार्थी को सीसैज पोर्टल पर सिर्फ अपनी पर्सनल डिटेल, 12वीं के अंक और सीयूईटी एप्लीकेशन नंबर की डिटेल देनी होगी। इस बार 10वीं के अंक से टाई ब्रेकिंग की समस्या सुलझाई जाएगी।

डीयू यानी दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्नातक (यूजी) कोर्सेज में दाखिले के लिए रजिस्ट्रेशन का पहला फेज शुरू हो गया है। सीयूईटी के रिजल्ट जारी होने के बाद दूसरे फेज की शुरुआत की जाएगी। रेगुलर कॉलेजों में दाखिला सीयूईटी के स्कोर्स के माध्यम से किया जाएगा। डीयू 69 कॉलेजों के माध्यम से 79 स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश देगा। डीयू 186 बीए प्रोग्रामों का संयोजन पेश करता है। सभी कॉलेजों में 71,624 सीटें हैं।
पात्रता नियम बदले
डीयू ने अधिकांश कार्यक्रमों के लिए अपनी पात्रता शर्तों को संशोधित किया है। अधिकांश कार्यक्रमों में दोहरी पात्रता होती है, जिसमें उम्मीदवार एक भाषा के साथ तीन विषय या दो भाषाएं और दो विषय चुन सकते हैं। इनमें से सर्वश्रेष्ठ स्कोर वाले विषय चुने जाएंगे। इसी प्रकार, बीएससी (ऑनर्स) कार्यक्रमों के लिए सीयूईटी में भाषाओं में कम से कम 30 फीसदी अंक प्राप्त करने की अनिवार्यता को हटा दिया गया है।
10वीं के मार्क्स टाई ब्रेकिंग में काम आने की संभावना
इस बार डीयू पहली बार दो स्टूडेंट्स के बीच स्कोर टाई होने की स्थिति में 10वीं के मार्क्स का इस्तेमाल कर सकता है। यूनिवर्सिटी ने यह जानकारी दी।
फर्स्ट फेज
- फर्स्ट फेज में विद्यार्थी को सीसैज पोर्टल पर सिर्फ अपनी पर्सनल डिटेल, 12वीं के अंक और सीयूईटी एप्लीकेशन नंबर की डिटेल देनी होगी।
- श्रेणी प्रमाण पत्र (यदि लागू हो), ईडब्ल्यूएस या पीडब्ल्यूडी प्रमाणपत्र जैसी जानकारियां भी भरनी होगी।
सेकेंड फेज
- सीयूईटी यूजी रिजल्ट आने के बाद दूसरा चरण चरण शुरू होगा।
- इसमें छात्रों को अपने सीयूईटी यूजी के प्राप्तांक के आधार पर कॉलेज और कोर्स की चॉइस भरनी होगी।
- अनुमानित रैंक जारी की जाएगी। इसे देखने के बाद स्टूडेंट्स अपने प्रेफरेंस को एड, डिलीट , एडिट कर सकेंगे। इसके बाद कोर्स, मेरिट, उपलब्ध सीटों के आधार सीटों का फाइनल अलॉटमेंट होगा।
लैपटॉप या कंप्यूटर से फॉर्म भरने की सलाह
कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (सीएसएएस) पोर्टल मोबाइल पर भी काम करता है, लेकिन उन्होंने आवेदकों को सुझाव दिया कि लैपटॉप या कंप्यूटर पर ही काम करें, क्योंकि इन पर सभी फीचर ठीक से नजर आ सकते हैं। शैक्षणिक सत्र की शुरुआत एक अगस्त से होगी।
क्या रहेगा आवेदन शुल्क
आवेदन शुल्क में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है। सामान्य वर्ग, ओबीसी नॉन क्रीमीलेयर और ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए आवेदन शुल्क 250 रुपये हैं। एससी, एसटी और पीडब्ल्यूबीडी के लिए 100 रुपए का शुल्क रखा गया है। इसके अतिरिक्त ईसीए या स्पोर्ट्स सुपरन्यूमेरेरी कोटा के लिए आवेदन करने पर 100 रुपए का अतिरिक्त शुल्क देना होगा। प्रदर्शन/प्रायोगिक/खेल परीक्षण आधारित कार्यक्रमों के लिए आवेदन पर 400 रुपये शुल्क लगेगा।
पीजी
स्नातकोत्तर (पीजी) में इस वर्ष कुल 82 प्रोग्रामों में प्रवेश होगा। इनमें सीटों की कुल संख्या 13,432 (एनसीवेब सहित) है। स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के लिए पंजीकरण 16 मई से 12 जून तक चला। कुल पंजीकृत उम्मीदवारों की संख्या 53, 609 हैं। डीयू के अनूठे कार्यक्रमों के लिए कुल 57,222 पंजीकरण हुए। इनमें सबसे अधिक लोकप्रिय कार्यक्रम एलएलबी रहा, जिसमें 9,270 पंजीकरण हुए हैं। एमए राजनीति विज्ञान में कुल पंजीकरण 4,996 हुए हैं। उन्होंने बताया कि पीजी में सिंगल गर्ल चाइल्ड कोटा के लिए प्राप्त आवेदनों की संख्या 1,131 है। अनाथ कोटा के लिए प्राप्त आवेदनों की संख्या 90 है। पहले चरण में शुरूआती दो घंटे में ही 1967 छात्रों ने विभिन्न कोर्स में सीट स्वीकार की।
पीजी एसओएल
एसओएल में स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल शुरू हो गया है। एसओएल की निदेशक प्रो. पायल मागो ने बताया कि पीजी प्रोग्रामों में प्रवेश सीयूईटी स्कोर के आधार पर होंगे। यदि सीटें खाली रहती हैं तो उन्हें मेरिट-आधारित प्रणाली के माध्यम से भरा जाएगा।
MBA, BLISc, MLISc, व PGDADLM में बिना सीयूईटी के दाखिले
एमबीए, बीएलआईएससी, एमएलआईएससी और पीजीडीएडीएलएम में प्रवेश बिना सीयूईटी के ही होंगे।