कोई गार्डन में घूमेगा तो...टेस्ट में बेस्ट अंदाज के लिए याद आएंगे हिटमैन रोहित शर्मा, विराट कोहली भी फैन
Rohit Sharma Test Retirement: अपनी कलाई के जादू से सफेद गेंद को स्टेडियम के चारों ओर पीटने वाले रोहित शर्मा, अक्सर स्टम्प माइक पर अनजाने में ‘वनलाइनर’ छोड़कर मुस्कुराहटें बिखेरने वाले रोहित शर्मा या फिर सुपरस्टार होने के बावजूद अपने करीब से लगने वाले रोहित शर्मा।

Rohit Sharma Test Retirement: अपनी कलाई के जादू से सफेद गेंद को स्टेडियम के चारों ओर पीटने वाले रोहित शर्मा, अक्सर स्टम्प माइक पर अनजाने में ‘वनलाइनर’ छोड़कर मुस्कुराहटें बिखेरने वाले रोहित शर्मा या फिर सुपरस्टार होने के बावजूद अपने करीब से लगने वाले रोहित शर्मा। इसमें भी सबसे मशहूर, ‘कोई गार्डन में घूमेगा तो..’ भारतीय क्रिकेट के इतिहास में यूं तो कई सुपरस्टार हुए हैं लेकिन मुंबई की बोरिवली के इस बिंदास क्रिकेटर ने अपनी अलग छाप छोड़ी है। विराट कोहली के इस दौर में रोहित ने भी अपने एक दशक से अधिक के टेस्ट क्रिकेट के सफर में अपने लिए अलग जगह बनाई। उनके बल्ले से निकले बेहतरीन पुल शॉट्स और उनकी निश्चल सी मुस्कान हर क्रिकेट प्रेमी के दिल में हमेशा चस्पा रहेंगी।
फैन्स के लिए जादूगर
आलोचक यह तर्क दे सकते हैं कि 75 से भी कम मैच खेलने वाले रोहित का टेस्ट कैरियर औसत ही रहा। इस दौरान वह एसईएनए (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) देशों के खिलाफ एक ही शतक जड़ पाए। लेकिन प्रशंसकों के लिए उनके बल्ले का जादू कुछ अलग ही था। लाल गेंद और रोहित का रिश्ता खट्टा-मीठा रहा। लेकिन सफेद गेंद में उनकी बादशाहत हमेशा रही, जिसमें उन्होंने 50 ओवरों के विश्व कप में सात शतक जड़े। वनडे में तीन दोहरे शतक ने उन्हें सबसे अलग बनाया। लिहाजा अब यह प्रशंसकों पर है कि वे रोहित के योगदान का आकलन कैसे करते हैं।
कप्तानी भी रही शानदार
रोहित ने भले ही 67 टेस्ट ही खेले लेकिन वनडे में 273 मैच खेल चुके हैं। उनकी कप्तानी में हमेशा टीम भावना नजर आई जो उन्हें रिकॉर्ड के मामले में महेंद्र सिंह धोनी के बाद दूसरा सबसे सफल कप्तान बनाती है। बरसों पहले भारत की अंडर 17 टीम में सलामी बल्लेबाज रविचंद्रन अश्विन और स्पिन हरफनमौला रोहित शर्मा हुआ करता था। अंडर 19 ट्रायल के लिए आते समय एक बार रोहित का किटबैग मुंबई की लोकल ट्रेन में छूट गया। लेकिन तब दिलीप वेंगसरकर जैसे अनुशासनप्रिय व्यक्ति ने भी उनकी प्रतिभा को देखते हुए इस गलती को माफ कर दिया।
विराट कोहली भी फैन
एक बार विराट कोहली ने एक प्रसिद्ध इंटरव्यू में कहा था कि हम सभी हैरान थे कि ऐसा कौन सा क्रिकेटर आ रहा है कि कोई हमारा नाम ही नहीं ले रहा। लेकिन जब उसे बल्लेबाजी करते देखा तब समझ में आया । उन्होंने यह भी कहा था कि हर स्ट्रोक के लिये रोहित के पास डेढ़ सेकंड अतिरिक्त होता है। इसी रोहित शर्मा ने ओल्ड ट्रैफर्ड में पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप मैच की पहली गेंद पर चौका जड़ा था। रोहित के बारे में सबसे अच्छी बात यह रही कि सोशल मीडिया और ‘पीआर’ के इस दौर में भी अपने स्टारडम को कभी उन्होंने संजीदगी से नहीं लिया। इसके लिए भारतीय टीम में धोनी के साथ बिताए गए उनके दिन काफी मददगार रहे।
मशहूर रहे स्टंप माइक के डायलॉग
मैदान पर रोहित कप्तान रहे लेकिन मैदान के बाहर एक लीडर। उनके मशहूर वाक्य ‘कोई गार्डन में घूमेगा तो ...’ पर सोशल मीडिया में कई मीम बने। हाल ही में उनसे पूछा गया कि वह किस मशहूर हस्ती को अपने साथ डिनर पर बाहर ले जाना चाहेंगे तो उन्होंने कहाकि किसी को नहीं। मैं अपने गार्डन में घूमने वाले बच्चे सरफराज खान, यशस्वी जायसवाल या शुभमन गिल के साथ जाना चाहूंगा। टी20 विश्व कप में हार्दिक पंड्या को आखिरी ओवर सौंपने में वह नहीं हिचकिचाए और ना ही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान आर अश्विन को टीम के साथ बने रहने के लिये मनाने में उन्हें वक्त लगा। इसी श्रृंखला में सिडनी में आखिरी टेस्ट में खुद को बाहर रखने के उनके फैसले पर सालों साल बहस हो सकती है लेकिन इसमें किसी को शक नहीं होगा कि उनका हर फैसला, चाहे वह सही हो या गलत, ईमानदारी से लिया गया।