हिमाचल में प्री मॉनसून ने दिखाया ट्रेलर, झूमकर बरसे बदरा, इस वीकेंड भारी बारिश का अलर्ट
शिमला,जुब्बड़हट्टी, कांगड़ा, सुंदरनगर, बैजनाथ और कुफरी सहित कई क्षेत्रों में गरज के साथ बारिश और आंधी-तूफान का प्रभाव देखा गया है। मंगलवार को शिमला सहित कई ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश के साथ तेज हवाएं भी चलीं।

हिमाचल प्रदेश में प्री मानसून की दस्तक के साथ ही प्रदेश में झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। बीती रात से कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 22 जून तक राज्य के ज्यादातर जिलों में बारिश का क्रम जारी रहेगा,जिससे तापमान में गिरावट और गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने 20 से 22 जून तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी है और इसके लिए येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। 25 जून के आसपास प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून भी दस्तक दे सकता है।
बीती रात प्रदेश के कई जिलों में अच्छी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। सबसे ज्यादा बारिश ऊना जिले के अंतर्गत आने वाले रायपुर मैदान में 130.2 मिमी दर्ज की गई। इसके अलावा मंडी जिला के बलद्वाड़ा में 62.0 मिमी,आरएल बीबीएमबी में 58.0 मिमी,ओलिंडा में 55.0 मिमी, ऊना व कसौली में 52.0 मिमी,ब्रह्माणी में 45.4 मिमी, शिमला में 42.7 मिमी, बिलासपुर में 38.6 मिमी, अघर में 38.2 मिमी, नेरी में 35.0 मिमी और शिल्लारू में 30.4 मिमी बारिश दर्ज की गई।
शिमला,जुब्बड़हट्टी, कांगड़ा, सुंदरनगर, बैजनाथ और कुफरी सहित कई क्षेत्रों में गरज के साथ बारिश और आंधी-तूफान का प्रभाव देखा गया है। मंगलवार को शिमला सहित कई ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश के साथ तेज हवाएं भी चलीं। मंडी के सिओबाग में 39 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं जिससे जनजीवन कुछ समय के लिए प्रभावित हुआ।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के वैज्ञानिक शोभित कटियार ने बताया कि अगले कुछ दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। 18 व 19 जून को राज्य में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से अंधड़ चलने व बिजली गिरने का येलो अलर्ट रहेगा। वहीं 20 से 22 जून तक प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना है। 20 जून से मौसम में अधिक सक्रियता देखने को मिलेगी और तापमान में भी गिरावट आ सकती है। इस दौरान स्थानीय लोगों और पर्यटकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां भूस्खलन की आशंका अधिक रहती है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इन दिनों में भूस्खलन, जलभराव और निचले क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है, अतः सतर्कता बरतने की जरूरत है। 25 जून तक मानसून के राज्य में दस्तक देने का अनुमान है।
इस बीच बादलों के बरसने से तापमान में गिरावट आई है और हीट वेव की स्थिति भी प्रदेश में फिलहाल दर्ज नहीं की गई है जो आम जनता के लिए राहत की बात है। मंगलवार सुबह राज्य के औसतन न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की गिरावट आई।
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार सुबह पूरे प्रदेश में सबसे कम तापमान लाहौल स्पीति जिला के कुकुमसेरी में 8.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
राजधानी शिमला में न्यूनतम तापमान 16.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुंदरनगर में 22.4 डिग्री, भुंतर में तापमान 19.5 डिग्री रहा। किन्नौर के कल्पा में 17 डिग्री तापमान, जबकि धर्मशाला में 16.8 डिग्री दर्ज किया गयं
जुब्बड़हट्टी में सबसे अधिक तापमान में गिरावट दर्ज की गई, जहां न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री रहा और बीते 24 घंटों में यह 5.2 डिग्री नीचे गया। हमीरपुर में न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री रहा, जो सामान्य से 0.1 डिग्री कम था।
रिपोर्ट : यूके शर्मा
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