इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष में दखल दिया तो करेंगे हमले, अमेरिका को अब किसने दी धमकी
इजरायल और ईरान के बीच तनाव का मुख्य कारण तेहरान का परमाणु कार्यक्रम और क्षेत्रीय प्रभाव है। इजरायल का मानना है कि ईरान परमाणु हथियार विकसित कर रहा है, जो उसके लिए खतरा है। यहां पर अमेरिका की भूमिका बेहद अहम हो जाती है।

ईरान समर्थित इराकी सशस्त्र समूह कताइब हिजबुल्लाह ने अमेरिका को खुली धमकी दी है। इसने रविवार को कहा कि अगर यूएस इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष में दखल देता है, तो वो अमेरिकी सैनिकों पर फिर से हमले शुरू कर देगा। समूह के महासचिव अबू हुसैन अल-हमिदावी ने कहा, 'हम क्षेत्र में अमेरिकी सेना की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। यदि अमेरिका युद्ध में दखल देता है, तो हम बिना किसी हिचक के उसके हितों और ठिकानों पर सीधा हमला करेंगे।'
कताइब हिजबुल्लाह का गठन साल 2003 में अमेरिका की ओर से इराक पर हमले के बाद हुआ। ईरान के सबसे करीबी इराकी सशस्त्र गुटों में से यह एक है। यह समूह ईरान के क्षेत्रीय प्रॉक्सी बलों का अहम हिस्सा है। इसने इजरायल, इराक और सीरिया में अमेरिकी बलों के खिलाफ दर्जनों मिसाइल और ड्रोन हमलों की जिम्मेदारी ली है। पिछले साल की शुरुआत में, इराकी सरकार के प्रयासों के जवाब में गुट ने अमेरिकी सैनिकों के खिलाफ अपनी सैन्य कार्रवाइयां स्थगित कर दी थीं।
कताइब हिजबुल्लाह गुट के बारे में जानें
कताइब हिजबुल्लाह 'एक्सिस ऑफ रेसिस्टेंस' नामक ईरान समर्थित समूहों के गठबंधन का हिस्सा है, जिसने गाजा युद्ध शुरू होने के बाद से इराक और सीरिया में अमेरिकी बलों पर 150 से अधिक हमले किए हैं। इराक वाशिंगटन और तेहरान दोनों का दुर्लभ सहयोगी रहा है। वह अपनी नाजुक स्थिरता को बनाए रखने और वर्षों के संघर्ष के बाद पुनर्निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश कर रहा है। इस बीच, कताइब हिजबुल्लाह की ओर से यूएस को दी गई धमकी स्थिति को और गंभीर कर सकती है। यह देखना होगा कि अमेरिका इस पर किस तरह की प्रतिक्रिया देता है।
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