झामुमो व कांग्रेस आदिवासी समाज को लेकर अपना रहे दोहरी नीति : भाजपा
चाईबासा के भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष तीरथ जामुदा और उपाध्यक्ष हरिचरण साण्डिल ने झामुमो और कांग्रेस पर आदिवासी समाज के प्रति दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा आदिवासी...

चाईबासा, संवाददाता। पश्चिमी सिंहभूम जिला भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा (चाईबासा) जिला अध्यक्ष तीरथ जामुदा और उपाध्यक्ष हरिचरण साण्डिल ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस पार्टी पर आदिवासी समाज को लेकर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया है। चाईबासा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा भाजपा आदिवासी समाज की सांस्कृतिक पहचान, धार्मिक परंपराओं और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए सदैव कटिबद्ध रही है। उन्होंने कहा कि झामुमो और कांग्रेस आज जिस सरना धर्म कोड की राजनीति कर रही है, उसी कोड को 11 फरवरी 2014 को केंद्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने रिजेक्ट कर दिया था।
यह स्पष्ट करता है कि झामुमो और कांग्रेस की नीयत में खोट है। यदि उन्हें वास्तव में आदिवासियों के हितों की चिंता होती तो वे झारखंड में पेसा कानून, स्थानिक नीति और धर्मांतरण विरोधी कानून (2017) को पूरी मजबूती से लागू करते। उन्होंने कहा कि वर्तमान जेएमएम सरकार ईसाई मिशनरियों के दबाव में आकर सरना धर्म कोड का ढिंढोरा पीट रही है, जो आदिवासी समाज की मौलिक परंपराओं और आस्थाओं के विरुद्ध है। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष तीरथ जामुदा, जिला महामंत्री रानी बंदिया आदि उपस्थित थी।
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