चावल के अभाव में बच्चों को नहीं मिल रहा है मध्यान भोजन
करौं,प्रतिनिधि। प्रखंड क्षेत्र के विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के लिए चलाए जा रहे मध्यान भोजन योजना का हाल बुरा है l प्रखंड के विद्यालयों में कभी चाव

प्रखंड क्षेत्र के विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के लिए चलाए जा रहे मध्यान भोजन योजना का हाल बुरा है l प्रखंड के विद्यालयों में कभी चावल के अभाव में तो कभी राशि के अभाव में मध्यान भोजन योजना बंद हो जाता है l प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रखंड के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय कर्माबाद में 63 बच्चे नामांकित हैं। जिन्हें चावल के अभाव में एक महीना से मध्यान भोजन का लाभ नहीं मिल रहा है l वहीं उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय सिमरा में विद्यालय के अध्यक्ष द्वारा उधार लेकर मध्यान भोजन का संचालन किया जा रहा है l इस विद्यालय में 31 बच्चे नामांकित हैं l वहीं उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय ठेंगाड़ीह में चावल के अभाव में मध्यान भोजन बंद होने की सूचना विद्यालय के प्रधानाध्यापक शशि रवानी द्वारा दिया गया है।
चावल वितरण नहीं होने से कुछ अन्य विद्यालयों में भी एक-दो दिनों में मध्यान भोजन बंद हो जाएगा l सुप्रीम कोर्ट का सख्त निर्देश है कि किसी भी सूरत में मध्यान भोजन विद्यालयों में बंद नहीं हो l लेकिन प्रखंड के विद्यालयों में अक्सर ऐसा देखा जाता है l बताया जाता है कि विद्यालयों में तीन महीना में एक बार चावल दिया जाता है। उसमें चावल वितरक द्वारा भारी गड़बड़ी किया जाता है। जिसके कारण विद्यालयों में चावल का अभाव हो जाता है जो जांच का विषय बना हुआ है l क्या कहते हैं बीईईओ इस संबंध में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी विनोद कुमार तिवारी ने बताया कि मध्यान भोजन बंद होने की सूचना उन्हें नहीं दी गई है l शीघ्र ही विद्यालयों में चावल की व्यवस्था कर मध्यान भोजन चालू करा दिया जाएगा l
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