411 जोड़ों के परिणय सूत्र में बंधने का साक्षी बना जलीय सूर्य मंदिर
जमुआ के मिर्जागंज स्थित जलीय सूर्य मंदिर में इस वर्ष अब तक 411 शादियां हुई हैं। मंदिर प्रबंधन के अध्यक्ष सदानंद साव ने बताया कि जनवरी से 12 जून के बीच यह संख्या दर्ज की गई है। लोग अब महंगी शादियों के...

जमुआ। जमुआ के मिर्जागंज स्थित झारखंड का गौरव जलीय सूर्य मंदिर इस वर्ष वैवाहिक लग्न में अब तक कुल 411 जोड़ों के परिणय सूत्र में बंधने का साक्षी बना है। इस बाबत मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सदानंद साव ने बताया कि जनवरी से लेकर 12 जून के बीच इस वर्ष अपेक्षाकृत बहुत सारी शादियां हुई। जनवरी से अब तक कुल 411 शादियां सूर्य मंदिर के प्रांगण में हुई। इधर अब लग्न नहीं रहने के कारण अब शादियां बंद हो चुकी है। पुनः 21 नवंबर से यहां विवाह का लग्न शुरू होगा। कहा कि लोग अब खर्चीली शादियों से हटकर मंदिर की ओर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं क्योंकि मंदिर में बिल्कुल सादगी और शांति के वातावरण में वैवाहिक कार्यक्रम सम्पन्न होते हैं।
यही कारण है कि यहां देवरी, तिसरी, गावां, जमुआ, प्रखंड क्षेत्र के लोग यहां आकर वर वधू पक्ष के लोग यहां विवाह करवाते हैं। इधर, मंदिर प्रबंधन के लोगों का कहना है कि मंदिर में जो भी आमदनी होती है उससे मंदिर को और भी भव्य एवं सुंदर बनाने का कार्य किया जा रहा है। साथ में फिलहाल अभी मंदिर का रंग रोगन किया जा रहा है। वैवाहिक मुहूर्त के दौरान यहां मेला जैसा नजारा रहता है। ऐसा ही यहां सावन के महीने में भी होता है। बाबा धाम जानेवाले श्रद्धालुओं का एक अहम पड़ाव जलीय सूर्य मंदिर बन गया है।
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