ग्रामीण जलापूर्ति योजना को चालू रखने की बनेगी रणनीति
चिरकी-मधुबन की जलापूर्ति योजना में सुधार के लिए विभाग ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। लगातार जलापूर्ति बाधित होने के कारण विभाग ने संचालन समिति के साथ बैठक बुलाई है। तकनीकी खराबी और कर्मचारी वेतन के...

पीरटांड़, प्रतिनिधि। चिरकी-मधुबन वासियों की प्यास बुझानेवाली दम तोड़ती ग्रामीण जलापूर्ति योजना में जान फूंकने की विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। लगातार जलापूर्ति योजना के बंद रहने से पेयजल स्वच्छता विभाग ने यह कदम उठाया है। विभाग संचालन समिति के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तैयार करेगी। बैठक को लेकर समिति के सभी सदस्यों को आमंत्रित किया गया है। बतला दें कि चिरकी मधुबनवासियों की प्यास बुझानेवाली ग्रामीण जलापूर्ति योजना दम तोड़ रही है। संचालन समिति की लापरवाही के कारण आए दिन जलापूर्ति बाधित रहती है। कभी तकनीकी खराबी तो कभी विद्युत आपूर्ति बाधित रहने के कारण जलापूर्ति बाधित रहती है।
कुछ दिनों से संचालन समिति के कर्मचारियों का वेतन भुगतान नही होने के कारण भी समय समय पर जलापूर्ति बाधित रही है। जलापूर्ति बाधित होने से चिरकी से लेकर मधुबन तक योजना पर आश्रित ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हालांकि जलापूर्ति योजना पर आश्रित ग्रामीण समय-समय पर मामले की शिकायत दर्ज कराते रहे हैं। ग्रामीणों ने सोशल मीडिया पर भी खूब नाराजगी जताई है। जलापूर्ति योजना से जुड़ी समस्या को लेकर पेयजल स्वच्छता विभाग ने संज्ञान लिया है। इस बार पेयजल स्वच्छता विभाग ने दम तोड़ती जलापूर्ति योजना में जान फूंकने की कोशिश कर रही है। ग्रामीणों की समस्या दूर करने के लिए विभाग ने मंगलवार को बैठक बुलाई है। बैठक में आगे की रणनीति तैयार की जायेगी। बैठक की सूचना पत्र के माध्यम से योजना के अध्यक्ष, सचिव समेत सभी सदस्यों को दी गई है। बैठक में आय व्यय पंजी, बैंक पासबुक व सम्बन्धित दस्तावेज के साथ बुलाया गया है।
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