शराब घोटाला मामला: इन 2 IAS अफसरों को एसीबी ने भेजा नोटिस, जानिए वजह और नाम
झारखंड में उत्पाद आयुक्त रहते कथित शराब घोटाला मामले का पर्दाफाश करने में राज्य के दो आईएएस अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका सामने आई है। एसीबी ने इन दोनों अफसरों का बयान लेने के लिए नोटिस जारी किया है।

झारखंड में उत्पाद आयुक्त रहते कथित शराब घोटाला मामले का पर्दाफाश करने में राज्य के दो आईएएस अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका सामने आई है। एसीबी ने इन दोनों अफसरों का बयान लेने के लिए नोटिस जारी किया है। इनमें आईएएस अधिकारी जमशेदपुर डीसी कर्ण सत्यार्थी और रामगढ़ डीसी फैज अक अहमद मुमताज शामिल हैं। एसीबी सूत्रों के मुताबिक, इन दोनों आईएएस अधिकारियों की भूमिका इस केस में गवाह वाली होगी। इनकी गवाही इस केस में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
जांच से जुड़े एसीबी पदाधिकारियों के मुताबिक, उत्पाद आयुक्त के पद पर रहते इन दोनों अधिकारियों ने प्लेसमेंट एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। ऐसे में इनका बयान लेने के लिए नोटिस भेजा गया है। गौरतलब है कि झारखंड में मैनपावर सप्लाई करने वाली प्लेसमेंट एजेंसियों के जरिए शराब घोटाले को अंजाम देने के आरोप में उत्पाद विभाग के पूर्व सचिव विनय कुमार चौबे, संयुक्त उत्पाद आयुक्त गजेंद्र सिंह और जेएसबीसीएल के जीएम फाइनेंस जेल में हैं।
वहीं मामले से जुड़े कई कंपनी के पदाधिकारियों को पहले ही नोटिस जारी किया जा चुका है। इस मामले में कई से पूछताछ हो चुकी है, वहीं कई से पूछताछ की प्रक्रिया जारी है। झारखंड में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने शराब घोटाले की एसीबी जांच पर कई बार सवाल उठाए हैं।
मरांडी ने सवाल उठाते हुए कहा था कि शराब घोटाला मामले में जेल में बंद पूर्व उत्पाद सचिव विनय चौबे से दो दिनों के रिमांड पर एसीबी पूछताछ कर रही है। अगर इरादा सच में सच्चाई जानने का और घोटाले की तह तक जाने का हो तो उनसे ये सवाल ज़रूर पूछे जाने चाहिए। छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से पहले जो पत्र मैंने मुख्यमंत्री जी को लिखा था, क्या वो आपको प्राप्त हुआ?अगर मिला, तो क्या उस पत्र को आपने पढ़ा भी? या सिर्फ अलमारी में रख दिया गया?