पहले दोस्त को मार कर दफ्न कर दिया, फिर मांगी 25 लाख की फिरौती; खौफनाक हत्याकांड से दहला बोकारो
बोकारो में दोस्त ने ही दोस्त की जान ले ली। इतने पर भी दिल नहीं भरा तो कातिल दोस्त ने शव दफनाने के बाद दोस्त के परिजनों से 25 लाख की फिरौती भी मांगने लगा।

बोकारो के सेक्टर-3सी आवास संख्या-139 निवासी 19 वर्षीय देवाशीष के अपहरण के बाद 25 लाख रुपए फिरौती के लिए उसके दोस्त ने ही हत्या कर दी। जबरन शराब पिलाने के बाद पहले गला घोंट कर हत्या की फिर शव को ओएलएक्स (ऐप) के जरिए गेमन में किराए पर लिए मकान के आंगन में गड्ढा खोदकर दफना दिया। इसके बाद वह सेक्टर-12 स्थित अपने आवास में चला गया। यहां से उसने देवाशीष के मोबाइल का इस्तेमाल कर उसके बीएसएलकर्मी मामा ओमप्रकाश से फिरौती मांगी। देवाशीष पिछले 10 जून से ही लापता था।
एसपी हरविंदर सिंह ने गुरुवार को हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि अपहरण के बाद फिरौती की मांग को गंभीरता से लेते हुए टेक्निकल सेल को शामिल करते हुए एसआईटी गठित की गई। फिर तकनीकी साक्ष्य के जरिए आरोपी अमन वत्स को सेक्टर-12-ए स्थित आवास संख्या-1289 से गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर माराफारी थाना क्षेत्र के गेमन कॉलोनी स्थित घर के आंगन में स्थित गड्ढे से देवाशीष के शव को बाहर निकाला। आरोपी अमन बलिया के करौली का मूल निवासी है। सेक्टर-12 निवासी उसके पिता कृपाशंकर चौहान ईएसएल कंपनी में सुपरवाइजर हैं। एसपी ने बताया कि देवाशीष मूलरूप से यूपी के बलिया के रसड़ा का निवासी था। उसके पिता विजेंद्र कुमार वर्षों से दिल्ली ओखला हरिकेत नगर में रह रहे हैं और ओडिशा के रायगढ़ स्थित एक संयंत्र में ऑपरेटर हैं। देवाशीष अपने पिता का इकलौता पुत्र था। वह अपनी छोटी बहन के साथ सेक्टर तीन में बचपन से मामा के घर रहकर पढ़ाई कर रहा था। पढ़ाई के दौरान ही अमन से दोस्ती हुई।
दोनों 12वीं पास कर अच्छे कॉलेज में नामांकन लेने का इंतजार कर रहे थे। इस बीच अमन ने दोस्त की ही हत्या कर दी। एसपी ने बताया कि 10 जून दोपहर दो बजे देवाशीष अपने अमन को फोन करने पर घर से बाहर निकला था। घटना के दिन उसकी मां रीता देवी सेक्टर तीन में ही थी। शाम तक देवाशीष नहीं लौटा। उसका फोन भी ढाई बजे के बाद से बंद आ रहा था। देवाशीष के मामा बीएसएल प्लांट में बी शिफ्ट ड्यूटी पर थे, रात 10.30 में घर उनके लौटने पर तलाश शुरू हुई, लेकिन देवाशीष का कोई सुराग नहीं मिला। 11 जून सुबह थाने में परिजनों की शिकायत पर केस दर्ज किया गया। इसके बाद दोपहर 1.30 बजे अमन ने देवाशीष के मामा को फोन कर उसकी जान के बदले 25 लाख की फिरौती मांगी।