सोनम का अब खुला बुर्के वाला राज, शादी के 11 दिन पहले ही बन गया था राजा की हत्या का प्लान
इंदौर के राजा रघुवंशी की मेघालय में हुई हत्या को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। राजा को मौत के घाट उतारने वाली उसकी नई नवेली दुल्हन सोनम रघुवंशी को लेकर कई नई जानकारी सामने आई है।

इंदौर के राजा रघुवंशी की मेघालय में हुई हत्या को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। राजा को मौत के घाट उतारने वाली उसकी नई नवेली दुल्हन सोनम रघुवंशी को लेकर कई नई जानकारी सामने आई है। पता चला है कि सोनम राजा की हत्या के बाद बुर्का पहनकर भागी थी। जांच में यह भी सामने आया है कि राजा की हत्या का प्लान सोनम ने शादी से 11 दिन पहले ही बना लिया था।
राजा रघुवंशी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार सोनम रघुवंशी उसके कथित राज कुशवाहा और तीन अन्य सुपारी किलर्स आकाश राजपूत, विशाल चौहान और आनंद कुर्मी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम 23 मई को ईस्ट खासी हिल्स जिले से लापता हो गए थे। 11 मई को शादी करने वाला कपल हनीमून के लिए वहां पहुंचा था। राजा रघुवंशी की लाश 2 जून को मिली थी। 9 जून को सोनम की यूपी के गाजीपुर से गिरफ्तारी हुई थी।
इस पूरे मामले की जांच देख रहे एसपी विवेक सियेम ने एनडीटीवी से बातचीत में बताया है कि राजा की हत्या की प्लानिंग शादी से पहले ही कर ली गई थी। उन्होंने कहा, 'राजा रघुवंशी और सोनम की शादी से पहले ही हत्या की प्लानिंग कर ली गई थी। राज कुशवाहा इसका मास्टरमाइंड है और सोनम अपराध में भागीदार। तीन हत्यारे राज के दोस्त हैं जिनमें एक उसका कजिन भी है।'
अधिकारी ने बताया कि फरवरी से ही सोनम को लापता करने की प्लानिंग चल रही थी। एक विचार यह था कि सोनम को नदी में कूदते हुए दिखाया जाए या फिर किसी महिला को मारकर जला दिया जाए और उसे सोनम बताया जाए। लेकिन आरोपी इन प्लान को अंजाम नहीं दे सके। इसके बाद राजा की शादी से 11 दिन पहले उसकी हत्या की साजिश रची गई। पुलिस सूत्रों के हवाले से यह भी कहा गया है कि 24 साल की सोनम रघुवंशी खुद से 3 साल छोटे राज कुशवाहा के साथ प्यार करती थी और उसने अपने परिवार को मर्जी के खिलाफ शादी कराने का अंजाम भुगतने की चेतावनी दे दी थी।
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'यह कॉन्ट्रैक्ट किलिंग नहीं है। हालांकि, इसको लेकर जांच चल रही है। राज ने तीनों किलर्स को 50-50 हजार रुपये दिए थे। राजा और सोनम से पहले ही हत्यारे 19 मई को गुवाहाटी पहुंच गए थे। उनका पहला प्लान वहीं मारने का था लेकिन सोनम ने शिलॉन्ग और सोहरा जाने का प्लान बनाया।' अधिकारी ने बताया कि मेघालय में हत्या को अंजाम देने के बाद सोनम बुर्का पहनकर भागी थी। उसे यह एक किलर ने लाकर दिया था। वह बुर्का पहनकर शिलॉन्ग से गुवाहाटी आई थी।
अधिकारी ने बताया कि गुवाहाटी से बस लेकर वह सिलीगुड़ी आई। सिलीगुड़ी से वह पटना गई। पटना से आरा के लिए बस ली थी। आरा से ट्रेन लेकर लखनऊ गई। लखनऊ से बस लेकर इंदौर पहुंची। तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सोनम को राज ने इंदौर से भाग जाने को कहा और बताया कि वह अपनी किडनैपिंग की कहानी रचे। अधिकारी ने बताया कि सोनम 25 मई से 8 जून तक इंदौर में ही रही। जब 2 जून को राजा की लाश मिली वह अपने शहर में ही थी।