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डीके शिवकुमार कांग्रेस के शिंदे बन सकते हैं, तारीख के साथ BJP का दावा; क्यों हो रही चर्चा?

  • हाल ही में डीके शिवकुमार ने कोयंबटूर में ईशा फाउंडेशन के महाशिवरात्रि कार्यक्रम में भाग लिया था, जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, बेंगलुरुFri, 28 Feb 2025 09:32 PM
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डीके शिवकुमार कांग्रेस के शिंदे बन सकते हैं, तारीख के साथ BJP का दावा; क्यों हो रही चर्चा?

कर्नाटक में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। बीजेपी ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि कांग्रेस के भीतर कई नेता ‘एकनाथ शिंदे’ बन सकते हैं और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार उनमें से एक हो सकते हैं। विपक्ष के नेता आर. अशोक ने यह बयान देकर राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। अशोक का यह बयान उस समय आया है जब हाल ही में डीके शिवकुमार ने कोयंबटूर में ईशा फाउंडेशन के महाशिवरात्रि कार्यक्रम में भाग लिया था, जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। बीजेपी ने इस मौके को भुनाते हुए कांग्रेस में अंदरूनी कलह की बात उठाई है।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार को आर. अशोक ने कहा, "मैं पहले ही कह चुका हूं कि कांग्रेस सरकार में जल्द ही नेतृत्व परिवर्तन होगा। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की जगह डीके शिवकुमार लेंगे।" उन्होंने आगे दावा किया कि डीके ने इस बदलाव के लिए "शुभ मुहूर्त" भी तय कर लिया है और यह मुहूर्त 16 नवंबर 2025 है। बीजेपी ने कांग्रेस में बढ़ते मतभेदों को लेकर लगातार हमले तेज कर दिए हैं।

उन्होंने दावा किया कि शिवकुमार भाजपा के साथ गठबंधन करने और कांग्रेस सरकार को गिराने वाले नेता हो सकते हैं। अशोक ने कहा, "लेकिन यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है और यह उन पर निर्भर करता है कि वे शिवकुमार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करना चाहते हैं या नहीं, क्योंकि वे प्रयागराज में कुंभ में पवित्र स्नान करने और शिवरात्रि समारोह में भाग लेने गए थे, जहां वे केंद्रीय मंत्री अमित शाह के साथ एक ही फ्रेम में थे।"

इसके अलावा, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा, "कांग्रेस में अंदरूनी कलह बढ़ती जा रही है। हर कोई डीके शिवकुमार को निशाना बना रहा है।" इस बयानबाजी से साफ है कि बीजेपी कांग्रेस सरकार में फूट पड़ने की अटकलों को हवा देने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। अब देखना होगा कि कांग्रेस इन दावों पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या सच में कर्नाटक की राजनीति में कोई बड़ा उलटफेर देखने को मिलता है।

हालांकि, शिवकुमार ने सभी अटकलों को निराधार बताया। बुधवार को उन्होंने भाजपा में शामिल होने की किसी भी योजना से साफ इनकार किया और इन दावों को "भाजपा का दुष्प्रचार" बताया। उन्होंने कहा, "मैं जन्मजात कांग्रेसी हूं और 2028 के विधानसभा चुनावों में पार्टी को जीत दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।"

गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मौजूदा उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे 2022 में उस समय राष्ट्रीय सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री और शिवसेना के नेता उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर दी। शिंदे उस समय शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता थे। उन्होंने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व से असंतुष्ट होकर कई विधायकों के साथ पार्टी से अलग होने का फैसला किया। उनका कहना था कि वे कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ महा विकास आघाडी (एमवीए) गठबंधन से नाखुश थे।

जून 2022 में, शिंदे के गुट ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ हाथ मिला लिया, जिसके परिणामस्वरूप एमवीए सरकार गिर गई। इस सियासी उलटफेर के बाद शिंदे को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया गया, जबकि बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस उनके डिप्टी बने। शिंदे की बगावत ने शिवसेना को दो हिस्सों में बांट दिया: एक गुट उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में और दूसरा शिंदे के नेतृत्व में। कानूनी लड़ाई के बाद शिंदे के गुट को पार्टी का आधिकारिक नाम और चुनाव चिह्न मिला।

‘जन्म से हिंदू, मरते दम तक हिंदू’ टिप्पणी के बाद शिवकुमार ने हिंदू धर्म में आस्था दोहराई

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने बृहस्पतिवार को हिंदू धर्म में अपनी आस्था दोहराई। इससे एक दिन पहले उन्होंने कहा था, ‘‘मैं जन्म से हिंदू हूं और मरते दम तक हिंदू ही रहूंगा।’’ उन्होंने ईशा फाउंडेशन के सद्गुरु जग्गी वासुदेव के प्रति भी समर्थन व्यक्त किया और तमिलनाडु में महाशिवरात्रि समारोह में आमंत्रण देने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।

शिवकुमार का यह बयान तमिलनाडु के कोयंबटूर में सद्गुरु जग्गी वासुदेव के ईशा योग केंद्र में महाशिवरात्रि समारोह में शिवकुमार की भागीदारी के खिलाफ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) सचिव पी वी मोहन सहित कांग्रेस नेताओं के एक वर्ग द्वारा आवाज उठाने के बीच आया है।

कोयंबटूर दौरे के बारे में शिवकुमार के पोस्ट का एक स्क्रीनशॉट साझा करते हुए मोहन ने लिखा, ‘‘धर्मनिरपेक्ष पार्टी के अध्यक्ष होने के बावजूद एक ऐसे व्यक्ति के निमंत्रण के लिए धन्यवाद देना जो देश की उम्मीद आरजी (राहुल गांधी) का मखौल उड़ाता है और जिसके आख्यान आरएसएस के अनुरूप हैं, पार्टी कार्यकर्ताओं को गुमराह करता है, पार्टी का विकास समझौते के बजाय दृढ़ विश्वास से सुनिश्चित होता है। अन्यथा, आधार को क्षति पहुंचती है।’’

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बृहस्पतिवार को यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए शिवकुमार ने कहा, ‘‘मैं आलाकमान और बड़े नेताओं को जवाब नहीं देने वाला हूं। देखिए, मैं शिवरात्रि समारोह में गया था। यह शिव की रात है। मुझे इसमें आस्था है। मैं किसी के ट्वीट का जवाब नहीं देने वाला हूं।’’ शिवकुमार ने बुधवार को कहा था, ‘‘मैं हिंदू हूं। मैं हिंदू पैदा हुआ हूं और हिंदू के रूप में ही मरूंगा, लेकिन मैं सभी धर्मों से प्यार करता हूं और उनका सम्मान करता हूं।’’

महाशिवरात्रि के दौरान ईशा फाउंडेशन में उनके दौरे को लेकर उठे विवाद के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘हजारों लोग इसका विरोध करें, मुझे अपनी आस्था पर पूरा भरोसा है।’’ उनके अनुसार, सद्गुरु ‘मिट्टी बचाओ’ अभियान के तहत कावेरी को बचाने के लिए लड़ रहे हैं और उन्होंने राज्य में बहुत अच्छा काम किया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि वह इस कार्यक्रम में इसलिए शामिल हुए क्योंकि सद्गुरु व्यक्तिगत रूप से उनके घर आए थे और उन्हें महाशिवरात्रि में शामिल होने के लिए सम्मानपूर्वक आमंत्रित किया था।