भारतीय छात्रों के लिए जर्मनी ने खोले दरवाजे, कहा- आपका सोशल मीडिया चेक नहीं करेंगे
राजदूत ने बताया कि इस समय जर्मनी में 50,000 से अधिक भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं और उनकी संख्या बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने जर्मनी की कुछ अहम विशेषताओं के बारे में भी बताया।

अमेरिका की वीजा नीतियों में आ रही सख्ती के ठीक उलट जर्मनी ने भारतीय छात्रों के लिए अपने दरवाजे और अधिक खोल दिए हैं। जर्मन राजदूत डॉ. फिलिप एकरमैन ने भारत में पढ़ाई की चाह रखने वाले युवाओं के लिए जर्मनी को स्थिर और भरोसेमंद साझेदार बताया है। उन्होंने नई दिल्ली में कहा, "हम भारतीय छात्रों का स्वागत करने के लिए बेहद उत्साहित हैं। हमने हमेशा स्थिरता दिखाई है न कि अचानक नीति परिवर्तन या अस्थिर रवैया अपनाया है।"
यह बयान उस समय आया है जब अमेरिका में वीजा नीति को लेकर सोशल मीडिया जांच जैसी कड़ी शर्तें प्रस्तावित हैं, जिससे छात्रों की चिंता बढ़ी है। आपको बता दें कि जर्मन राजदूत ने अमेरिका पर तंज कसते हुए कहा कि हमारे देश में सोशल मीडिया नहीं खंगाला जाता है।
जर्मनी क्यों है बेहतर विकल्प?
राजदूत ने बताया कि इस समय जर्मनी में 50,000 से अधिक भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं और उनकी संख्या बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने जर्मनी की कुछ अहम विशेषताओं के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा, "हम शिक्षा को कारोबार नहीं, बल्कि सार्वजनिक हित का विषय मानते हैं।"
ट्यूशन फीस नहीं: जर्मनी के अधिकतर पब्लिक विश्वविद्यालयों में कोई ट्यूशन फीस नहीं ली जाती। जहां ली भी जाती है वहां काफी कम है।
18 महीने का पोस्ट-स्टडी वीजा: पढ़ाई पूरी होने के बाद छात्र 1.5 साल तक जर्मनी में नौकरी ढूंढ सकते हैं।
STEM क्षेत्रों में अपार अवसर: विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग और गणित के क्षेत्रों में रोजगार की भारी मांग है।
सरल और पारदर्शी वीजा प्रक्रिया: जर्मनी छात्रों की सोशल मीडिया प्रोफाइल नहीं खंगालता और न ही वीजा आवेदन में कोई अड़चन डालता है।
दलालों से बचें, सीधे करें आवेदन
जर्मन राजदूत ने भारतीय छात्रों को दलालों और एजेंटों से सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा, "आपको किसी एजेंट की जरूरत नहीं है। सीधे विश्वविद्यालय की वेबसाइट से आवेदन करें।"
DAAD का खुलासा: 30% बढ़े आवेदन
जर्मन शैक्षणिक विनिमय सेवा (DAAD) की नई दिल्ली शाखा की निदेशक काट्जा लाश ने बताया कि हाल के महीनों में भारत से जर्मनी में पढ़ाई के लिए आवेदन 30% तक बढ़े हैं। उन्होंने कहा, "जर्मनी में 2,300 से अधिक अंग्रेजी माध्यम में कोर्स उपलब्ध हैं जो 425 विश्वविद्यालयों में पढ़ाए जाते हैं। इसमें 305 पब्लिक यूनिवर्सिटी हैं।"