आंगनवाड़ी में अब बच्चों को परोसी जाएगी अंडा बिरयानी, 3 साल के मासूम ने की थी मांग
Anganwadi: आपको बता दें कि तीन साल के मासूम त्रिजल एस सुंदर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें वह उपमा की जगह बिरयानी और चिकन फ्राई की फरमाइश करता दिखा।

Viral News: तीन साल के एक बच्चे का वीडियो हाल ही में वायरल हो गया था, जिसमें वह आंगनवाड़ी में अंडा बिरयानी और पुलाव देने की मांग कर रहा था। उसकी मांग सरकार तक पहुंच गई, जिसके बाद यह फैसला लिया गया कि अब आंगनवाड़ी में बच्चों को अंडा बिरयानी परोसी जाएगी। केरल की सरकार ने बच्चे की मांद और बच्चों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी पोषक तत्वों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया है।
आपको बता दें कि तीन साल के मासूम त्रिजल एस सुंदर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें वह उपमा की जगह बिरयानी और चिकन फ्राई की फरमाइश करता दिखा। यह वीडियो 26 जनवरी को उसकी मां द्वारा रिकॉर्ड किया गया था, जब वह घर पर उसे बिरयानी खिला रही थी। त्रिजल ने मासूमियत से कहा, "आंगनवाड़ी में उपमा नहीं चाहिए, बिरयानी और चिकन फ्राई चाहिए"। मां ने यह वीडियो इंस्टाग्राम पर साझा किया, जो देखते ही देखते वायरल हो गया।
मंत्री ने निभाया वादा, बच्चों को मिलेगा नया मेनू
इस वीडियो को देखते हुए राज्य की स्वास्थ्य, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा था कि सरकार त्रिजल उर्फ शंकू की इस मासूम मांग पर विचार करेगी। मंगलवार को पठानमथिट्टा जिले में नए शैक्षणिक वर्ष के उद्घाटन अवसर पर मंत्री ने वादा निभाते हुए आंगनवाड़ियों के लिए नया मेनू जारी किया।
उन्होंने कहा, “यह पहली बार है जब राज्यभर की सभी आंगनवाड़ियों के लिए एक भोजन सूची लागू की गई है। इसमें बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए नमक और चीनी की मात्रा को कम किया गया है। वहीं स्वाद और पोषण बढ़ाने के लिए अंडा बिरयानी और पुलाव को शामिल किया गया है।”
क्या-क्या बदला नए मेनू में?
अंडा बिरयानी और पुलाव जैसे व्यंजन अब सप्ताह में नियमित रूप से परोसे जाएंगे। दूध और अंडा, जो पहले दो दिन मिलते थे, अब सप्ताह में तीन दिन दिए जाएंगे। ब्रेकफास्ट, लंच और सामान्य पोषण आहार के मेनू में व्यापक बदलाव किए गए हैं।
स्मार्ट आंगनवाड़ी योजना का विस्तार
राज्य सरकार ने हाल ही में आंगनवाड़ियों को "स्मार्ट आंगनवाड़ी" में बदलने की प्रक्रिया शुरू की है। इसमें बच्चों के लिए पढ़ाई, आराम, खेल और भोजन की समुचित व्यवस्था होगी। जैसे कि स्टडी रूम, किचन, डाइनिंग एरिया, प्ले एरिया और गार्डन।
आंगनवाड़ी शिक्षकों का भी ध्यान
इस पहल के साथ सरकार ने आंगनवाड़ी शिक्षकों के वेतन में भी संशोधन किया है। राज्य की 95% आंगनवाड़ी कार्यकर्ता महिलाएं हैं, जिन्हें अब बेहतर पारिश्रमिक मिलेगा। सोशल मीडिया पर इस बदलाव की व्यापक सराहना हो रही है। लोग त्रिजल की मासूम मांग को एक "बड़े बदलाव की छोटी शुरुआत" कह रहे हैं।