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ये पुलिसवाले हैं, इन्हें मार डालो; गाजियाबाद में कांस्टेबल सौरभ को कादिर ने कैसे मरवाया

गाजियाबाद में मसूरी थानाक्षेत्र के नाहल गांव में नोएडा पुलिस ने रविवार देर रात दबिश देकर चोरी के केस में वांछित हिस्ट्रीशीटर कादिर को दबोच लिया।

Sudhir Jha लाइव हिन्दुस्तान, गाजियाबादTue, 27 May 2025 08:04 AM
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ये पुलिसवाले हैं, इन्हें मार डालो; गाजियाबाद में कांस्टेबल सौरभ को कादिर ने कैसे मरवाया

गाजियाबाद में मसूरी थानाक्षेत्र के नाहल गांव में नोएडा पुलिस ने रविवार देर रात दबिश देकर चोरी के केस में वांछित हिस्ट्रीशीटर कादिर को दबोच लिया। कादिर को दबोचने के बाद उन्होंने आईकार्ड दिखाते हुए खुद को पुलिसकर्मी बताया तो वह चिल्लाने लगा। उसने परिजनों और साथियों से कहा कि पुलिसवाले उसे पकड़कर ले जा रहे हैं। इन्हें मार डालो।

बदमाश को छुड़ाने के लिए परिजनों और ग्रामीणों ने पथराव-फायरिंग कर दी। सिर में गोली लगने से शामली निवासी सिपाही की मौत हो गई। पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार करने के अलावा इस मामले में सोमवार शाम तक 15 आरोपियों को हिरासत में लिया है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक नाहल गांव निवासी कादिर उर्फ मंटा मसूरी थाने का हिस्ट्रीशीटर है। वह नोएडा फेज-थ्री थाने में दर्ज चोरी के मुकदमे में वांछित चल रहा था। रविवार देर रात फेज-थ्री थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि कादिर अपने गांव में मौजूद है।

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इस पर उपनिरीक्षक सचिन राठी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने रात करीब 11 बजे नाहल गांव में दबिश दी। टीम में उपनिरीक्षक उदित सिंह और निखिल, सिपाही सचिन, सौरभ देशवाल, संदीप कुमार और सोनित भी शामिल थे। चार पुलिसकर्मी गाड़ी में तो सौरभ देशवाल समेत तीन पुलिसकर्मी बाइक पर थे। पुलिस ने घर से करीब 500 मीटर दूर साथियों के साथ बैठे कादिर को दबोच लिया। जैसे ही पुलिस उसे गाड़ी में डालकर चलने लगी तो कादिर ने शोर मचा दिया।

नोएडा फेज-थ्री थाने के पुलिसकर्मी सादा कपड़ों में थे। कादिर को दबोचने के बाद वे जाने लगे तो कादिर के भाई और अन्य लोगों ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान बाइक चला रहे सिपाही सौरभ देशवाल के सिर में गोली लग गई। गोली लगते ही सौरभ बाइक के साथ सड़क पर जा गिरे, जिससे पीछे बैठा सिपाही सोनित भी घायल हो गया। गाड़ी पर चारों तरफ से हमला होता देख पुलिसकर्मियों को जान बचाकर मौके से निकलना पड़ा। पुलिस की एक टीम कादिर को लेकर मसूरी थाने पहुंची, जबकि दूसरी टीम ने टीम घायल सौरभ को गाड़ी से यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पुलिस विभाग में शोक तो पैतृक गांव में मातम पसरा

सौरभ की शहादत का पता लगते ही पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई, जबकि उनके पैतृक गांव शामली के बधेव कन्नू खेड़ा में मातम पसर गया। नोएडा पुलिस कमिश्नर और कर्मचारियों की ओर से सौरभ के परिजनों को 75 लाख 16 हजार की मदद दी जाएगी।

इन धाराओं में होगी हमलावरों की गिरफ्तारी

मुकदमे में पुलिस ने हत्या और हत्या के प्रयास के अलावा दंगा करने, गौरकानूनी भीड़ इकट्ठा करके आपराधिक घटना करने, गंभीर उकसावे के साथ आपराधिक बल प्रयोग करने, दूसरों के जीवन को खतरे में डालने वाला कार्य करने आदि धाराएं लगाई गई हैं।

दरोगा हत्याकांड की याद ताजा हो गई

नाहल गांव में दबिश के दौरान बदमाशों द्वारा की गई गोलीबारी में नोएडा पुलिस के एक सिपाही की जान चली गई। दादरी में करीब नौ साल पहले ठीक इसी तरह बदमाशों ने एक घटना को अंजाम दिया था। गोली लगने से दरोगा अख्तर खान की मौत हो गई थी। दरअसल, वर्ष 2016 में दादरी थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि इलाके का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर जावेद अपने घर में छिपा है। पुलिस की टीम फुरकान के घर पहुंची तो दरवाजा खोलते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी थी। इसी बीच गोली लगने से दरोगा अख्तर खान शहीद हो गए थे।

दो महीने पहले ही जेल से आया है कादिर

जानकारी के मुताबिक कादिर बीते साल मुजफ्फरनगर पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली मारकर काादिर को घायल किया था। पुलिस पर जानलेवा हमले में उसे जेल भेजा गया था। इसके बाद भी उसने वारदात लगातार जारी रखीं, जिसके चलते वह जेल भेजा गया। बताया जा रहा है कि कादिर दो माह पहले से जेल से जमानत पर बाहर आया था। वह लूट-चोरी के मामलों में कई थानों से वांछित भी चल रहा है। डीसीपी ग्रामीण का कहना है कि कादिर के अन्य आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है।