मानेसर औद्योगिक क्षेत्र की सड़कों पर जमा दूषित पानी से परेशानी
गुरुग्राम के मानेसर सेक्टर-6 में दूषित पानी की समस्या ने उद्यमियों और कर्मियों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। 15 से अधिक उद्यमियों ने सीएम विंडो में शिकायत की है। सड़कें जलभराव से भरी हैं, जिससे काम...

गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। मानेसर औद्योगिक क्षेत्र के सेक्टर-6 की सड़कों पर कई साल से जमा दूषित पानी उद्यमियों से लेकर कर्मियों के लिए परेशानी बन गई है। 15 से अधिक उद्यमियों ने सीएम विंडो में शिकायत की। जिसमें सेक्टर से सटे गांव नाहरपुर का सीवर पानी सड़क से जलभराव है। इसके दूषित पानी की बदबू से कंपनियों में सैकड़ों कर्मियों को काम करना मुश्किल हो गया है। सीवर का गंदा पानी सेक्टर की सड़कों पर बह रहा है: 30 मई को सीएम विंडो में शिकायत में उद्यमी मनोज जैन, दलजिंदर कोहली, संजय यादव, पुनीत कपूर, एनपी सिंह, संजीव गुप्ता ने कहा है कि आईएमटी मानेसर को हरियाणा की एक आधुनिक औद्योगिक टाउनशिप के रूप में विकसित किया गया था।
लेकिन सेक्टर-6 में प्लॉट संख्या 30 से 45 तक का क्षेत्र जो नाहरपुर गांव से सटा हुआ है। जो अनधिकृत औद्योगिक क्षेत्रों से भी अधिक खराब स्थिति में है। क्योंकि पिछले कई वर्षों से नाहरपुर गांव से निकलने वाले सीवर का गंदा पानी सेक्टर-6 की सड़कों पर बह रहा है। फैक्टरियों तक पहुंचना अत्यंत कठिन हो गया है उद्यमियों ने आरोप लगाया कि यह क्षेत्र एक स्थाई जलभराव में तब्दील हो गया है। सड़कें तालाब का रूप ले चुकी हैं। जिनमें एक-एक फीट गहरे गड्ढे बन चुके हैं। इससे वाहन चलाना और फैक्टरियों तक पहुंचना अत्यंत कठिन हो गया है। आएदिन वाहन फंसते हैं और जाम की स्थिति बनी रहती है। सीवर की दुर्गंध फैक्ट्रियों के अंदर तक पहुंचती है, जिससे यहां कार्य करना लगभग असंभव हो जाता है। विदेशी ग्राहक या अन्य लोगों को फैक्टरी में बुलाना तक संभव नहीं रह गया है, जिससे हमारे कारोबार व्यापार पर गंभीर असर पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर समस्या उठाई गई उद्यमियों ने कहा कि इस समस्या की जानकारी एचएसआईआईडीसी के वरिष्ठ अधिकारियों, उद्योग मंत्री, मुख्य सचिव तथा समय-समय पर सोशल और अन्य माध्यमों से दी गई। लेकिन आज तक कोई ठोस परिणाम नहीं निकला है। उन्होंने कहा कि यह न केवल सेक्टर-6 के उद्योगपतियों को राहत देगा, बल्कि हरियाणा की औद्योगिक छवि को भी बेहतर बनाएगा। मौका देखने के बाद सुधार नहीं हुआ: उद्यमी मनोज जैन ने कहा कि इस गंभीर समस्या के बारे में विगत वर्षों में एचएसआईआईडीसी, नगर निगम मानेसर के अधिकारियों समेत सभी संबंधित विभागों को कई बार लिखित में अवगत कराया है। कई बार अधिकारियों ने स्थल निरीक्षण भी किया गया। यहां तक कि गुरुग्राम इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के माध्यम से डीएलजी की बैठक में भी यह मुद्दा उठाया गया, लेकिन समाधान के नाम पर केवल एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल दी जाती है। स्थाई समाधान आज तक नहीं हुआ: उद्यमी दलजिंदर सिंह कोहली ने कहा कि हाल ही में मानेसर निगमायुक्त तथा जेई ने भी टीम समेत मौके का दौरा किया था। स्थिति को देखकर वह भी स्तब्ध रह गए थे। उन्होंने कुछ अस्थाई उपाय अवश्य सुझाए, लेकिन समस्या का स्थाई समाधान आज तक नहीं हो पाया। अब सीएम विंडो पर शिकायत की गई। कितने दिन में समस्या का समाधान होता है। अब बीमारी फैलने का डर सता रहा है: उद्यमी संजीव गुप्ता ने कहा कि कंपनी के सामने सड़क पर जमा दूषित पानी से अब बीमारी फैलने का डर बना है। गंदे पानी से बदबू आने से कंपनी में काम करना मुश्किल है। इससे कर्मियो के बीमार होने की संभावना बढ़ गई है। बार-बार शिकायत के बाद भी स्थाई समाधान नहीं हो रहा है। सेक्टर-6 में नाहरपुर गांव का आने वाले सीवर पानी का स्थाई का समाधान करने के लिए कार्ययोजना बनाई गई है। जल्द ही इसका समाधान कर दिया जाएगा। - मंदीप धनखड़ कार्यकारी अभियंता मानेसर नगर निगम
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