हेलो! आपके आधारकार्ड का गलत इस्तेमाल हो रहा; दिल्ली के शख्स से कैसे लूटे 25 लाख
दिल्ली के शख्स को डिजिटल अरेस्ट कर 25 लाख रुपए की ठगी करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

दिल्ली के शख्स को डिजिटल अरेस्ट कर 25 लाख रुपए की ठगी करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सोमवार को पुलिस ने बताया कि राहुल वर्मा, शांतनु रिचोरिया (26) और अर्जुन सिंह (25) को पहाड़गंज इलाके के एक होटल से गिरफ्तार किया गया है। ये तीनों दिल्ली के होटल के कमरों से काम करते थे पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) सुरेंद्र चौधरी ने कहा, महेंद्र जैन ने शिकायत दर्ज कराई कि एक शख्स ने नासिक पुलिस के अपराध शाखा का अधिकारी बन 25 लाख रुपये की ठगी की है।
उन्होंने बताया कि 21 मार्च को जैन को एक वीडियो कॉल आया, जिसमें कॉल करने वाले ने दावा किया कि उनके आधार कार्ड की डिटेल्स का गलत इस्तेमाल धोखाधड़ी वाले बैंक खाते खोलने के लिए किया गया है और यह एक प्रमुख एयरलाइन कंपनी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा केस है। इसके बाद जैन को कथित तौर पर एक बैंक कार्ड की फोटोकॉपी दिखाई और उन्हें अपनी सेविंग ट्रासफर करने, अपनी पत्नी के जेवर बेचने और ऑनलाइन गेटवे और आरटीजीएस के माध्यम से आगे पेमेंट करने के लिए मजबूर किया। उन्होंने बताया कि जालसाज ने जैन को धमकी दी कि अगर वह ऐसा नहीं करता है तो पुलिस कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारी ने बताया कि बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के बाद जांच शुरू की गई और आरोपियों का पता लगाया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, पूछताछ के दौरान पता चला कि राहुल वर्मा ने शुरुआत में अपने बैंक खाते की जानकारी अन्य आरोपियों को दी थी, लेकिन बाद में वह गिरोह का सक्रिय हिस्सा बन गया। अधिकारी ने बताया कि तीनों आरोपियों ने खच्चर खातों के जरिए पैसे की आवाजाही की, सोशल मीडिया के जरिए अंतरराष्ट्रीय हैंडलरों से संपर्क किया और फर्जी पहचान का इस्तेमाल कर बचने की कोशिश की।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी सीक्रेट सोशल मीडिया ग्रुप चलाते थे और धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए फर्जी नंबरों का इस्तेमाल करते थे। उन्होंने बताया कि अब तक नेटवर्क के हिस्से के रूप में सात से आठ खच्चर खातों की पहचान की गई है। उनके पास से तीन मोबाइल फोन, चार सिम कार्ड, तीन चेक बुक और सात अलग-अलग बैंकों से जुड़ी चार पासबुक बरामद की गई हैं। डीसीपी ने बताया कि सिंडिकेट के अन्य सदस्यों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।