दिल्ली की जामा मस्जिद में पीएम मोदी के लिए दुआ, नमाजी बोला- लंबी उम्र दे अल्लाह
देशभर की तरह दिल्ली की जामा मस्जिद में भी एक साथ हजारों मुस्लिमों ने ईद की नमाज पढ़ी। 29 दिन तक रोजे रखने के बाद आई ईद पर सभी के चेहरे खुशी से खिले हुए थे।

देशभर की तरह दिल्ली की जामा मस्जिद में भी एक साथ हजारों मुस्लिमों ने ईद की नमाज पढ़ी। 29 दिन तक रोजे रखने के बाद आई ईद पर सभी के चेहरे खुशी से खिले हुए थे। हालांकि, वक्फ बोर्ड संशोधन कानून पर विरोध दर्ज करने के लिए अधिकतर नमाजी बाजू पर काली पट्टी बांधे नजर आए। वहीं, कुछ ने इससे परहेज भी किया। ऐसे ही एक शख्स ने एएनआई से बातचीत में ईद के मौके पर काली पट्टी वाले विरोध को गैर जरूरी बताया।
पीएम मोदी के लिए मांगी दुआ
एएनआई से बातचीत में नमाजी ने कहा, 'हमने दुआ की है कि अल्लाह ताला हमारा मुल्क खूब तरक्की करे। हमारी जो सदियों पुरानी गंगा जमुनी तहजीब है, वह हमेशा कायम रहे। हमने वजीर-ए-आजम (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी के लिए भी दुआ की है कि अल्लाह ताला उन्हें लंबी उम्र दे और अच्छी सेहत फरमाए।'
सौगात-ए-मोदी से खुशी
नमाजी ने सौगात-ए-मोदी से जुड़े सवाल पर कहा कि वजीर-ए-आजम की तरफ से यह बहुत अच्छा कदम है सौगात-ए-ईद का। हम चाहते हैं कि जो आने वाला ईद-उल-अजहा है उसमें भी सौगात लेकर आएं। पूरा मुस्लिम समुदाय इसकी सराहना करता है। बहुत अच्छा कदम है। जो आज का हालात है, जो वाकई बहुत ज्यादा पसमांदगी से दो-चार मुसलमान हैं, इस सौगात से बहुत अच्छे से ईद मना पाएंगे। हम वजीर-ए-आजम का बहुत शुक्रिया अदा करते हैं।
'ईद के मौके पर विरोध ठीक नहीं'
काली पट्टी नहीं बांधने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'मैं सझमता हूं कि यह गैर जरूरी था। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को विरोध करना है तो दूसरे तरीकों से करे। लेकिन ईद के मौके पर जब हम सिर्फ खुशिया मनाने आए हैं ना कि काली पट्टी बांधकर विरोध करें। इससे गलत पैगाम जाता है।'