लाइन में सेमीकंडक्टर कंपनियां, नोएडा-जेवर की बल्ले-बल्ले
गौतमबुद्ध नगर को देश में सेमीकंडक्टर का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में ठोस पहल की गई है।
गौतमबुद्ध नगर को देश में सेमीकंडक्टर का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में ठोस पहल की गई है। नोएडा में मंगलवार को सेमीकंडक्टर डिजाइन केंद्र की शुरुआत करने के बाद केंद्र सरकार ने बुधवार को यमुना प्राधिकरण क्षेत्र (यीडा) जेवर में इसका प्लांट लगाने को मंजूरी दी। जेवर में चार और कंपनियां इकाई लगाने के लिए तैयार हैं।
नोएडा एयरपोर्ट के पास उत्तर प्रदेश का पहला सेमीकंडक्टर पार्क विकसित किया जा रहा है। इसमें इकाई स्थापित करने के लिए स्वदेशी और विदेशी दोनों कंपनियां रुचि दिखा रहीं। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को नोएडा के सेक्टर-63 में रेनेसा के नए सेमीकंडक्टर डिजाइन केंद्र की शुरुआत की। यहां विश्व की सबसे एडवांस थ्री नैनोमीटर की चिप की डिजाइन तैयार होगी।
यीडा क्षेत्र में सेमीकंडक्टर यूनिट स्थापित करने के लिए पांच कंपनियों का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। एचसीएल और फॉक्सकोन कंपनी के संयुक्त उपक्रम को राज्य और केंद्र सरकार की मंजूरी मिल गई। यह प्लांट यीडा क्षेत्र के सेक्टर-28 में 48 एकड़ में स्थापित किया जाएगा।
इन कंपनियों ने आवेदन किए
टार्क कंपनी ने 125 एकड़ और भारत सेमी सिस्टम व कीन्स सेमीकॉन प्राइवेट लिमिटेड ने 50-50 एकड़ और एडिटेक सेमीकंडक्टर ने 100 एकड़ में अपनी इकाई लगाने का प्रस्ताव रखा है। उन्हें सेक्टर-10 में जगह दी जाएगी। प्रदेश सरकार सेमीकंडक्टर इकाई लगाने वाली कंपनी को शत प्रतिशत एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) के तहत 75 प्रतिशत लैंड सब्सिडी, 100 करोड़ कैपिटल सब्सिडी, रिसर्च एंड डवलपमेंट के लिए दो करोड़, 10 वर्ष के लिए पीएफ समेत अन्य लाभ देगी। केंद्र सरकार से भी छूट मिलेगी।
न्यूनतम 80 करोड़ रुपये निवेश करना होगा
कंपनियों को सेमीकंडक्टर के लिए न्यूनतम 80 करोड़ रुपये तक निवेश करना होगा। इन इकाइयों में बैटरी और अडॉप्टर में लगने वाली चिप बनाई जाएंगी। कई इकाई लगने के बाद भारत की सेमीकंडक्टर चिप के मामले में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। अभी इसके लिए विदेशों पर निर्भर रहता पड़ता है।
सीएम ने जताया पीएम का आभार
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसले पर हर्ष जताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर अपने ऑफिशियल अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक सेमीकंडक्टर इकाई की स्थापना को मंजूरी दी गई है, जो आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
सांसद डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि यीडा क्षेत्र में प्लांट लगने से ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को नई उड़ान मिलेगी। यह सेमीकंडक्टर इकाई न केवल स्थानीय युवाओं को रोजगार देगी, बल्कि गौतमबुद्ध नगर को वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक मानचित्र पर स्थापित करेगी। यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा कि सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में यीडा क्षेत्र में करोड़ों रुपये का निवेश होगा। इससे सेमीकंडक्टर चिप के लिए दूसरे देशों से निर्भरता खत्म हो जाएगी। साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
क्या है सेमीकंडक्टर
सेमीकंडक्टर आम तौर पर सिलिकॉन चिप होती है। इनका इस्तेमाल मोबाइल, कंप्यूटर, सेलफोन, गैजेट, वाहन, माइक्रोवेव ओवन आदि में होता है। सेमीकंडक्टर किसी उत्पाद का अहम हिस्सा है। इसकी कमी से वाहन बाजार में दिक्कत हो रही है। रूस और यूक्रेन युद्ध के चलते सेमीकंडक्टर मांग के अनुरूप नहीं मिल पा रहे। देश में कार की वेटिंग बढ़ने का एक कारण यह भी बताया जाता है।