किशोर कुमार ने 1946 से लेकर 1987 तक फिल्मों में अपनी आवाज दी। सुपरस्टार राजेश खन्ना से लेकर अमिताभ बच्चन के लिए यादगार गाने गाए। आठ बार फिल्मफेयर अवार्ड जीता। इंडस्ट्री के सबसे पॉपुलर सिंगर थे किशोर कुमार।
किशोर कुमार के गाने ऐसे थे हर जज्बात के लिए बने थे। फिल्म पड़ोसन के गानों ने ऑडियंस को हंसाया तो राजेश खन्ना पर फिल्माए उनके गानों ने रोमांस करना सिखाया। तो वहीं संजीव कुमार की फिल्म आंधी के गाने ‘तेरे बिना जिंदगी’ ने रुला दिया।
इतने हसीन, एहसास, जज्बातों से भरे गीत गाने वाले किशोर कुमार जब अचानक इस दुनिया से गए तो उनके इस एक गीत ने देश को रुला दिया। उनकी ही आवाज में गाए गए इस गाने में वो दर्द था कि रेडियो पर सुनते समय फिल्म का हीरो नहीं बल्कि किशोर कुमार का चेहरा नजर आ रहा था।
ये वो 13 अक्टूबर 1987 का दिन था। रेडियो और टीवी पर किशोर कुमार के निधन की खबर आई। बताया गया सिंगर को दिल का दौरा पड़ा है। उस समय रेडियो सुनने वाले लोग बस उनकी आवाज में गाए गए गानों को सुन रहे थे।
किशोर कुमार के निधन पर उनका एक गाना बार बार रेडियो और टीवी पर चलाया जा रहा था। ये गाना जितनी बार लोग सुनते बस अपने फेवरेट सिंगर की यादों में डूब जाया करते और रोने लगते।
वो गाना था 1970 में आई बलराज साहनी और तनूजा की फिल्म ‘पवित्र पापी’ का ‘तेरी दुनिया से होके मजबूर चला, मैं बहुत दूर, बहुत दूर बहुत दूर चला’।इस गाने में वो दर्द किशोर कुमार ही अपनी आवाज में ला सकते थे।
ये गाना इतना इमोशनल कर देने वाला था कि लोग अपने आप ही रोने लगते थे। इस गाने का म्यूजिक प्रेम धवन ने कंपोज किया था।