फिर डराने लगा कोरोना,जयपुर बना हॉटस्पॉट, राजस्थान में 155 केस पहुंचे
बीते 24 घंटे में राज्य में कोरोना संक्रमण के 18 नए मामले सामने आए हैं, जिससे हड़कंप मच गया है। सबसे ज्यादा चिंताजनक स्थिति राजधानी जयपुर की है, जहां 12 नए संक्रमित मिले हैं।

राजस्थान में एक बार फिर कोरोना के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है। बीते 24 घंटे में राज्य में कोरोना संक्रमण के 18 नए मामले सामने आए हैं, जिससे हड़कंप मच गया है। सबसे ज्यादा चिंताजनक स्थिति राजधानी जयपुर की है, जहां 12 नए संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा दो-दो केस चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर और जोधपुर से रिपोर्ट हुए हैं। इस बीच चिकित्सा विभाग और प्रशासन ने अलर्ट मोड में आते हुए लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।
युवाओं और बुजुर्गों दोनों में संक्रमण
इन 18 नए मामलों में सबसे ज्यादा 9 मरीज 18 से 40 साल की उम्र के हैं, जबकि 60 साल से अधिक उम्र के पांच बुजुर्ग भी कोरोना की चपेट में आए हैं। यह संकेत है कि संक्रमण अब फिर से आम लोगों के बीच फैल रहा है और सभी आयु वर्ग इसकी चपेट में हैं।
अब तक 155 केस, 17 जिले प्रभावित
इन नए मामलों के साथ ही राजस्थान में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 155 हो गई है। राज्य के 17 जिलों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। एक मरीज की मौत हो चुकी है, जबकि 14 मरीजों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। बाकी संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। राहत की बात ये है कि इनमें से अधिकतर को हल्के लक्षण हैं।
जयपुर में सबसे ज्यादा केस, उदयपुर-जोधपुर भी प्रभावित
राजधानी जयपुर संक्रमण का सबसे बड़ा केंद्र बन गया है। यहां अब तक कुल 92 कोरोना केस मिल चुके हैं। इसके बाद उदयपुर में 16, जोधपुर में 13, बीकानेर में 8 और डीडवाना में 5 मरीज मिले हैं। चित्तौड़गढ़ में 4 मामले सामने आए हैं। अजमेर, बालोतरा, डूंगरपुर, सवाई माधोपुर और दौसा से दो-दो मामले मिले हैं। वहीं, फलोदी, राजसमंद, टोंक, सीकर, चूरू और एक अन्य स्थान से एक-एक केस सामने आए हैं।
सरकार और प्रशासन अलर्ट, अस्पतालों में आरक्षित वार्ड तैयार
राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए तैयारियां तेज कर दी हैं। सभी जिला अस्पतालों में कोरोना के लिए आरक्षित वार्ड बनाए गए हैं। कोविड के नए वेरिएंट को लेकर कहा गया है कि यह ज्यादा खतरनाक नहीं है, लेकिन लापरवाही भारी पड़ सकती है। लोगों को मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और हाथों की नियमित सफाई की सलाह दी गई है।
एहतियात जरूरी, ना हो लापरवाही
चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही नया वेरिएंट घातक नहीं है, लेकिन इससे संक्रमित होने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण दिखते ही तुरंत जांच करानी चाहिए। घर में बुजुर्ग या पहले से बीमार व्यक्ति हैं, तो विशेष सावधानी जरूरी है। स्कूल, बाजार, कार्यालय या यात्रा के दौरान मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग फिर से अपनाना होगा।
फिर न दोहराएं पुरानी भूल
कोरोना की पिछली लहरों के दौरान लापरवाही ने भारी नुकसान पहुंचाया था। इस बार सरकार और समाज दोनों को सतर्क रहकर काम करना होगा। महामारी को नियंत्रित रखना है तो जागरूकता, समय पर जांच और बचाव के उपाय ही सबसे बड़ा हथियार हैं।
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