लो प्रेशर सिस्टम से राहत, मानसून राजस्थान की दहलीज पर
राजस्थान के सूखे धोरों में अब बहार आने को है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के सिस्टम ने पूरे उत्तर भारत के मौसम को करवट लेने पर मजबूर कर दिया है।

राजस्थान के सूखे धोरों में अब बहार आने को है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के सिस्टम ने पूरे उत्तर भारत के मौसम को करवट लेने पर मजबूर कर दिया है। 20 दिनों की देरी के बाद आखिरकार मानसून ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है और अब वह राजस्थान की दहलीज पर दस्तक दे चुका है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि बुधवार या गुरुवार तक मानसून राज्य में औपचारिक एंट्री कर लेगा।
प्री-मानसून ने दिए दस्तक के संकेत
पिछले दो दिनों (16 और 17 जून) से राजस्थान की सीमाओं तक पहुंचा मानसून अब धीरे-धीरे प्रदेश में प्रवेश करने की तैयारी में है। वहीं, बीते 48 घंटे से जारी प्री-मानसून की बारिश ने लोगों को मानसून की आमद के पक्के संकेत दे दिए हैं। जयपुर, कोटा, भरतपुर, और उदयपुर सहित कई जिलों में मंगलवार और बुधवार को रुक-रुक कर बारिश होती रही।
12 जिलों में झमाझम बारिश, बिजली गिरने से दो मौतें
मंगलवार को प्रदेश के 12 जिलों में झमाझम बारिश दर्ज की गई। जयपुर, टोंक, दौसा, भीलवाड़ा, बूंदी, और अलवर में एक से तीन इंच तक बरसात हुई। इस बारिश से जहां लोगों को भीषण गर्मी और उमस से राहत मिली, वहीं बिजली गिरने की घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी। भरतपुर जिले के बयाना और डीग इलाके में बिजली गिरने से एक बच्चे सहित दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।
28 जिलों में बारिश का अलर्ट, 15 में भारी बारिश की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बुधवार को राजस्थान के 28 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें से 15 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। जयपुर, अजमेर, कोटा, बांसवाड़ा, झालावाड़, सिरोही, और प्रतापगढ़ जैसे जिले इस चेतावनी की जद में हैं। कई इलाकों में सुबह से ही रिमझिम फुहारों ने मौसम सुहाना बना दिया है।
उदयपुर में बारिश से एंट्री गेट को नुकसान
उदयपुर शहर में मंगलवार रात से लेकर बुधवार सुबह तक रुक-रुक कर बारिश होती रही। दूधतलाई मार्ग पर स्थित प्रवेश द्वार का कुछ हिस्सा बारिश के चलते भरभरा कर नीचे गिर गया। शहर में मंगलवार रात 9 बजे बारिश की शुरुआत हुई, जो लगभग डेढ़ घंटे तक जारी रही। फिर रात 2 बजे के बाद दोबारा बारिश शुरू हुई, जो सुबह 6 बजे तक हल्के और मध्यम दौरों में चलती रही।
कृषि और जनजीवन को मिली राहत
मानसून की आहट ने किसानों के चेहरों पर मुस्कान लौटा दी है। खरीफ फसलों की बुवाई की तैयारी जो अब तक थमी हुई थी, वह अब तेजी पकड़ सकती है। वहीं, शहरों में भी तापमान में गिरावट आने से लोग राहत की सांस ले रहे हैं। बीते एक हफ्ते से अधिकतम तापमान 40 डिग्री के आसपास बना हुआ था, जो अब घटकर 34-36 डिग्री तक पहुंच गया है।
राज्यभर में आसमान में बादलों की मौजूदगी और मौसम विभाग के अलर्ट ने यह साफ कर दिया है कि इस बार मानसून पूरे जोश में राजस्थान में एंट्री करने वाला है। अब इंतजार है तो बस उस पहली जबरदस्त बारिश का, जो प्रदेश की मिट्टी को भी भिगोए और जनजीवन को संजीवनी दे।
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