अयोध्या राम मंदिर को लेकर नया अपडेट, इस डेट तक तैयार हो जाएगी 'राम दरबार' की मूर्ति
- अयोध्या राम मंदिर को लेकर नया अपडेट आया है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया हैं कि 'राम दरबार' की मूर्ति 31 जनवरी या 15 फरवरी तक पूरी हो सकती है।

अयोध्या राम मंदिर को लेकर नया अपडेट आया है। राम दरबार मूर्ति की प्रगति के बारे में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया है कि सिर्फ 'राम दरबार' की मूर्ति नहीं, बल्कि अन्य 7 मंदिरों की मूर्तियां जयपुर में तैयार हो रही हैं। 'राम दरबार' की मूर्ति 31 जनवरी या 15 फरवरी तक पूरी हो सकती है। उधर, राम मंदिर के भवन निर्माण समिति की दो दिवसीय समीक्षा बैठक भी सोमवार से होगी। इस बैठक को लेकर समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र रविवार की सायं अयोध्या पहुंच गए। उन्होंने हनुमानगढ़ी व रामलला का दर्शन पूजन करने के बाद श्रीरामजन्म भूमि में निर्माणाधीन कार्यों का सघन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने परकोटे व लोअर प्लिंथ में अलग-अलग लगाए जाने वाले रामायण के एपिसोड को लेकर विशेषज्ञों से चर्चा की।
इस बारे में तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डा अनिल मिश्र ने बताया कि राम मंदिर के लोअर प्लिंथ में वाल्मीकि रामायण के संस्कृत श्लोकों के साथ उनका हिंदी व अंग्रेजी में अनुवाद लिखा भी अंकित किया जा रहा है। इसके साथ ही यहां वाल्मीकि रामायण के सम्बन्धित प्रसंगों के थ्रीडी चित्र भी बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि लोअर प्लिंथ में रामायण के 80 प्रसंगों को चिह्नित किया गया है। उन्होंने बताया कि रविवार की बैठक में सम्बन्धित निर्माण के विशेषज्ञों ने अपना-अपना प्रजन्टेशन भी प्रस्तुत किया।
परकोटा में अलग-अलग ब्रांज मेटल के चित्रों के लिए भी दिया गया प्रजन्टेशन:
चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि इसी तरह परकोटा में रामायण के 85 प्रसंगों के चित्र ब्रांज मेटल पर लगाए जा रहे हैं। बताया गया कि इसकी पैमाइश के दौरान प्रसंगों के अनुसार अलग-अलग साइजों के चित्रों को लगाने की सहमति बनी। उन्होंने बताया कि इसको लेकर भी सम्बन्धित विशेषज्ञों ने अपना-अपना प्रजन्टेशन दिया। उन्होंने बताया कि अवशेषों विषयों पर सोमवार को चर्चा के साथ समीक्षा भी की जाएगी। उधर तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय ने बताया कि मकर संक्रांति पर जिस प्रकार की भीड़ यहां आई, उसको देखकर मौनी अमावस्या पर भीड़ की संभावना का अंदाजा सहज लगाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं के विश्राम के लिए मणि पर्वत के निकट तीर्थ क्षेत्र पुरम में टेंट सिटी का निर्माण कराया जा रहा है। इसमें दस हजार श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था होगी। इसी तरह कारसेवक पुरम में भी आवासीय व्यवस्था के अलावा अंगद टीला में भी तीर्थ यात्रियों के विश्राम की व्यवस्था की गयी है। उम्मीद की जा रही है कि दो दिन की बैठक में और ऐलान होंगे।