Buddhist Monks End 3-Year Protest After SDM Allocates Land in Fatehpur तीन साल से चल रहा बौद्ध भिक्षु का धरना समाप्त कराया, Barabanki Hindi News - Hindustan
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तीन साल से चल रहा बौद्ध भिक्षु का धरना समाप्त कराया

Barabanki News - फतेहपुर में तीन वर्षों से धरना दे रहे बौद्ध भिक्षु और भिक्षुणी का अनशन एसडीएम कार्तिकेय सिंह ने समाप्त कराया। उन्होंने भिक्षुओं से बातचीत कर उन्हें रहने के लिए भूमि का पट्टा आवंटित किया। इसके बाद धरना...

Newswrap हिन्दुस्तान, बाराबंकीSun, 1 June 2025 05:55 PM
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 तीन साल से चल रहा बौद्ध भिक्षु का धरना समाप्त कराया

फतेहपुर। तीन वर्षों से गन्ना संस्थान में धरना दे रहे बौद्ध भिक्षु, भिक्षुणी का अनशन रविवार को एसडीएम कार्तिकेय सिंह ने समाप्त करा दिया। संवेदनशीलता दिखाते हुए एसडीएम ने भिक्षुओं से वार्ता कर उन्हें समझाया। रहने के लिए भूमि का पट्टा आवंटित किया। इसी के बाद धरना समाप्त भिक्षु वापस गांव लौटे। मामला फतेहपुर के ग्राम पपेहरा से जुड़ा है। बौद्ध भिक्षु थनते महेंद्र बोधि 73वर्ष व बौद्ध भिक्षुणी संघ शीला72 मंझगवा के मूल निवासी है। महेंद्र बोधि बताते है कि वर्ष 2004 में पपेहरा के तत्कालीन ग्राम प्रधान शत्रोहन लाल वर्मा व अन्य ग्रामीणों के अनुरोध पर वह मंझगवा से पपेहरा आये थे।

उनके रहने के लिए ग्राम पंचायत ने आनंद बिहार व अम्बेडकर पार्क के नाम 125 ऐरी भूमि का प्रस्ताव कर दिया। लेकिन उस भूमि पर उन्हें कब्जा नहीं मिल पाया। वर्ष 2005 में भूमि पर स्व. रामनरेश रावत द्वारा अम्बेडकर प्रतिमा का अनावरण किया गया। तभी से प्रस्तावित भूमि पर कब्जे के लिए बौद्ध भिक्षु भाग दौड़ करते रहे। इसी के बाद 5 अगस्त 2022 को महेंद्र बोधि तथा संघ शीला ने सहकारी गन्ना संस्थान बाराबंकी में धरना शुरू कर दिया। 24 सितंबर 22 को गांव में मौजूद भिक्षुओं का सामान गायब कर दिया गया। 6 अक्टूबर 22 को अराजकतत्वों ने स्थापित की गई अम्बेडकर मूर्ति क्षतिग्रस्त कर दी। इसके विरोध में शुरू हुआ धरना आज तक जारी था। तीन साल से धरने का मामला संज्ञान में आया तो एसडीएम कार्तिकेय सिंह ने इस पर संजीदगी दिखायी। रविवार को वह राजस्व टीम के साथ धरना स्थल पहुंचे। उन्होंने महेंद्र बोधि से बातचीत कर उनकी पीड़ा समझी। एसडीएम ने उन्हें रहने के लिए भूमि आवंटन के कागजात सौपें। फिर समझा बुझा कर वापस लौटने के लिए राजी कर लिया। वाहन व्यवस्था कर बौद्ध भिक्षुओं को पपेहरा गांव लाया गया। रविवार शाम तक गांव में मौजूद नायब तहसीलदार अभिनव सिंह, लेखपाल विकास रावत, शालिनी तिवारी, प्रवेश यादव आदि उनके लिए आवंटित भूमि पर कुटिया आदि के निर्माण करा रहे थे। एसडीएम की कार्रवाई से संतुष्ट बौद्ध भिक्षु उनके प्रति आभार जताते रहे।

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