कच्ची शराब को बदनाम कंचनपुर में चल रहा था बीमा फर्जीवाड़ा
Bareily News - प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह को भोजीपुरा में गिरफ्तार किया गया है। यह गिरोह बड़ी चालाकी से बीमा क्लेम निकालता था, जिसमें उन्होंने उम्र कम दिखाकर बीमा कराया और फिर...

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और क्लेम में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह ने कच्ची शराब के लिए बदनाम भोजीपुरा के कंचनपुर को अपना ठिकाना बना रखा था। पूरा गिरोह बड़ी सावधानी से फर्जीवाड़ा कर अब तक करीब दो हजार क्लेम इस तरह से निकाल चुका है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। एसटीएफ के मुताबिक गिरोह में शामिल बासिद नाम का अभियुक्त फर्जी आधार कार्ड बनाता है। पिछले दिनों उसका एक साथी भी इस मामले में जेल जा चुका है। एजेंट जगदीश, बंटी व नरेंद्र उर्फ नंदू और सुरेंद्र गंगवार क्षेत्र में भ्रमण कर ऐसे लोगों का चुनाव करते हैं, जिनकी उम्र ज्यादा होती है या बीमार होते हैं।
ऐसे व्यक्तियों का बासिद से कम आयु का फर्जी आधार बनाकर बैंक के जरिये प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना का बीमा कराया जाता है। फिर उस व्यक्ति की मौत होने पर क्लेम के लिए आवेदन होता है। बीडीसी सदस्य आधार, निवास प्रमाणत्र और मौत को सत्यापित करता है और फिर सर्वेयर संदीप, प्रभाकर त्रिपाठी व योगेश बीमा क्लेम को मंजूर करा देते हैं। फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग इस काम के लिए भोजीपुरा के गांव कंचनपुर को अपना ठिकाना बना रखा था, जो कच्ची शराब के धंधे के लिए बदनाम है ताकि उन पर कोई शक न कर सके। मगर एसटीएफ उनके पूरे खेल का भंडाफोड़ कर दिया। कार्रवाई करने वाली टीम में एसआई अमित कुमार धूमसिंह, हेड कांस्टेबल संदीप, गिरिजेश पोसवाल, शिवओम पाठक, सुनित, हरिओम, अरूण, कुशांक और कांस्टेबल संजय यादव शामिल रहे। 50 प्रतिशत तक होता है कमीशन कई बार यह गिरोह मृत व्यक्ति तक का बीमा कराकर क्लेम दिला देते हैं। क्लेम दिलाने के लिए बीमित व्यक्ति के परिवार वालों से कमीशन तय किया जाता है, जो करीब 50 प्रतिशत तक होता है। बीमित व्यक्ति के परिजन धोखा न दें इसलिए उनकी पासबुक और साइन किया हुआ चेक अपने पास रख लेते हैं। जैसे ही खाते में भुगतान आता है, ये लोग चेक निकालकर ले लेते हैं। कमीशन में से प्रति बीमा 30 हजार रुपये सर्वेयर को मिलते थे। प्रभाकर त्रिपाठी पहचान छिपाने के लिए अपना नाम अनिल बताता था। बॉक्स... बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े की आशंका, विस्तृत जांच जरूरी पिछले दिनों एलआईसी में जमा की गई फाइलों में कई ऐसी फाइलें पाई गईं, जिनमें मृत्यु से कुछ दिन पूर्व ही बीमा कराया गया था। इस पर एलआईसी द्वारा भुगतान रोक दिया गया और जांच शुरू कर दी गयी। कई फाइलों की जांच में यह भी पाया गया कि 80-85 वर्ष तक के व्यक्तियों की आयु 48-48 वर्ष दिखाकर बीमा किया गया है। ऐसे में इस मामले को लेकर बड़े फर्जीवाड़े की आशंका जताई जा रही है और विस्तृत जांच की बात कही जा रही है। वर्जन प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग के आठ सदस्यों को गिरफ्तार कर थाना भोजीपुरा में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। यह गिरोह ज्यादा उम्र के व्यक्तियों की उम्र कम दिखाकर बीमा क्लेम लेने के लिए फर्जीवाड़ा करता था। अब भोजीपुरा पुलिस इस मामले की विस्तृत जांच करेगी। - अब्दुल कादिर, एसपी एसटीएफ
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