हाईवे की परिसंपत्तियों के मूल्यांकन की रिपोर्ट पीलीभीत में अटकी
Bareily News - - शाहजहांपुर-बीसलपुर हाईवे की परिसंपत्तियों के मूल्यांकन में हुआ था बड़ा खेल तय कर दिया था ज्यादा मुआवजा - करीब छह महीने से पीलीभीत प्रशासन की मूल्यां

शाहजहांपुर-बीसलपुर हाईवे की परिसंपत्तियों के मूल्यांकन में हुआ था बड़ा खेल महावा-ग्यासपुर गांव की जमीनों पर बने छह गोदामों का तय कर दिया था ज्यादा मुआवजा बरेली, प्रमुख संवाददाता। शाहजहांपुर-बीसलपुर हाईवे की परिसंपत्तियों के मूल्यांकन को लेकर चल रही खींचतान खत्म होने का नाम नहीं ले रही। हाईवे की अधिग्रहीत जमीन पर बनी परिसंपत्तियों के मूल्यांकन की रिपोर्ट भेजने में पीलीभीत प्रशासन सुस्ती दिखा रहा है। करीब छह महीने से गोदामों के मूल्यांकन की रिपोर्ट पीलीभीत प्रशासन में अटकी है। एसएलएओ ने पीलीभीत प्रशासन को रिमाइंडर भेजकर मूल्यांकन रिपोर्ट मुहैया कराने को कहा है। करीब दस महीने से परियोजना की रफ्तार बहुत धीमी है।
47 किमी लंबे शाहजहांपुर-बीसलपुर हाईवे13 गांवों की जमीनों का अधिग्रहण किया गया है। ये जमीन बीसलपुर के गांवों की हैं। हाईवे का एलाइनमेंट में कुछ रसूखदारों ने महावा और ग्यासपुर में छह गोदाम बनाए थे। करीब दस महीने पहले पीडब्ल्यूडी ने गोदामों का मूल्यांकन कर एसएलएओ को रिपोर्ट भेजी थी। एक-एक गोदाम का मूल्यांकन 2.50 से 3 करोड़ के बीच किया गया था। तत्कालीन एसएलएओ की आपत्ति के बाद दोबारा सर्वे किया गया। मूल्यांकन रिपोर्ट और जेएमएस में अंतर पाया गया। पीलीभीत प्रशासन से छह महीने फाइनल रिपोर्ट देने को कहा। अभी मूल्यांकन रिपोर्ट नहीं आई। एसएलएओ देश दीपक सिंह ने पीलीभीत प्रशासन को रिमांइडर भेजकर जल्दी मूल्यांकन रिपोर्ट भेजने को कहा है। °ताकि मुआवजे का वितरण किया जा सके।
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