आवंटन होने के पूर्व ही जर्जर हो गया कांशीराम आवास
Basti News - बस्ती के छबिलहा गांव में कांशीराम शहरी आवासीय योजना के तहत गरीबों के लिए आवास का निर्माण हुआ था, लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण ये आवास जर्जर हो गए हैं। 2007 में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट का अब तक आवंटन...

बस्ती, निज संवाददाता। गरीबों को छत मुहैया कराने के उद्देश्य से शहरी ग्राम योजना के तहत छबिलहा गांव में कांशीराम शहरी आवासीय योजना के तहत भवन का निर्माण हुआ था। विभागीय उदासीनता के चलते आवास गरीबों को आवंटन होने से पहले ही जर्जर हो गया। हाल यह है साफ-सफाई के अभाव में परिसर में झाड़ियां उग गई हैं। शहर से सटे आरटीओ ऑफिस के पास गरीबों को आवास मुहैया कराने के लिए 360 कमरों का दो आवसीय भवनों का निर्माण कराया गया था। कार्यदायी संस्था ने भवन को तैयार कर औपचारिकता पूरी कर दी। लेकिन यहां पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव है।
हालत यह है कि देखरेख के अभाव में कांशीराम आवास बिना आवंटन के जर्जर हो गया। 2007 में तत्कालीन सरकार ने कैली अस्पताल के पास नौ करोड़ 18 लाख रुपये की लागत से गरीबों को छत मुहैया कराने के उद्देश्य से शहरी ग्राम योजना के तहत छबिलहा गांव आवास बनाया था। निर्माण कार्य 2011 में शुरू होकर 2015 तक चला। उसके 10 साल बाद भी इन आवासों को आवंटन नहीं हो पाया। अब यहां पर संदिग्धों का डेरा रहता है। सुबह शाम अराजकतत्व यहां पर जुटते हैं। जुआ से लेकर तमाम प्रकार के अनैतिक कार्य होते हैं।
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