अंजनी पुत्र के कदमों ने नवाया शीश, मंगल की कामना
Bhadoni News - भदोही में ज्येष्ठ माह के तीसरे मंगलवार को भगवान हनुमान के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। यह माह धार्मिक, तप और सेवा का प्रतीक है। लोग सुबह से शाम तक पूजा-पाठ में लगे रहे और जल, दान तथा...

भदोही, संवाददाता। धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टियों से ज्येष्ठ मास बड़ा महत्व रहता है। माह की शुरूआत इस साल मंगलवार के दिन से ही हुई थी। ऐसे में भगवान प्रभु श्रीराम के अन्नय भक्त हनुमान जी के मंदिरों में तीसरे मंगलवार को भी अधिक भीड़ नजर आई। सुबह एवं शाम को अधिक भीड़ देखी गई। बता दें कि इस साल ज्येष्ठ माह की शुरूआत 13 मई मंगलवार से हुई जबकि इसका समापन 11 जून बुधवार को होगा। यह माह शरीर और आत्मा की तपस्या, संयम और सेवा का प्रतीक भी माना जाता है। केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक सेवा का भी प्रतीक है।
सड़कों पर प्यासे लोगों को पानी पिलाना, गरीबों को शीतल पेय और छाया देना, पशु-पक्षियों के लिए जल पात्र रखना ये सभी परंपराएं हमें दूसरों की मदद करना सिखाती हैं। धार्मिक दृष्टिकोण से ज्येष्ठ महीना का बड़ा महत्व है। इस महीने में विशेष रूप से पानी पिलाना, दान करना, और व्रत-उपवास रखने का विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने को धर्म, तप और सेवा का महीना कहा गया है। शहर के हनुमान बाग हनुमान मंदिर, श्रीराम मंदिर गजिया, हनुमान मंदिर पिपरी, रड़ई पाही दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर, सीतामढ़ी, बाबा हरिहरनाथ मंदिर ज्ञानपुर, बाबा बड़े शिव गोपीगंज आदि मंदिरों में सुबह से लेकर शाम तक भक्तों की भीड़ नजर आई। अंजनी पुत्र के सामने लोगों ने शीश नवाकर मंगल की कामना किया। कई स्थानों पर प्रसाद वितरण का आयोजन भी किया गया था। तीसरे मंगलवार को दिन अल सुबह से लेकर रात तक दर्शन-पूजन का क्रम जारी रहा। कई स्थानों पर प्रसाद वितरण कार्यक्रम भी किया गया था।
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