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कौशांबी में दो समाज को लड़ा रहे दोनों डिप्टी सीएम, क्या मामला जिसमें बीजेपी को लपेट रहे अखिलेश?

उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के रामबाबू तिवारी आत्महत्या कांड में सियासत तेज है। अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरा है। नेताओं के अलग-अलग बयान के बाद अब अखिलेश यादव ने इस मामले को भाजपा की अंदरूनी लड़ाई से जोड़ा है। अखिलेश ने आरोप लगाया है कि दोनों उपमुख्यमंत्री दो समाज को लड़वा रहे है।

Deep Pandey लाइव हिन्दुस्तानMon, 9 June 2025 01:02 PM
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कौशांबी में दो समाज को लड़ा रहे दोनों डिप्टी सीएम, क्या मामला जिसमें बीजेपी को लपेट रहे अखिलेश?

यूपी के कौशांबी में रामबाबू तिवारी सुसाइड मामले ने सियासत तेज है। बेटे पर बच्ची से रेप केस मामले के बाद रामबाबू की मौत ने सियासी दलों के नेताओं को दो धड़ों में बांट दिया है। नेताओं के अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं। इस पर अब समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरा है। अखिलेश यादव ने इस मामले को भाजपा की अंदरूनी लड़ाई से जोड़ा है। अखिलेश ने आरोप लगाया है कि दोनों उपमुख्यमंत्री दो समाज को लड़वा रहे है।

अखिलेश यादव सोमवार को पोस्ट कर कहा कि कौशांबी में भाजपा की अंदरूनी राजनीति की शर्मनाक लड़ाई में अब दो भाजपाई उप मुख्यमंत्री, दो समाज के लोगों को आपस में लड़वा रहे हैं। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या का नाम लिए बिना अखिलेश ने कहा कि पहले एक उप मुख्यमंत्री ने नाइंसाफी करते हुए ‘पाल’ समाज के लोगों को मोहरा बनाया, फिर दूसरे उप मुख्यमंत्री ने अपने उस समाज के नाम पर झूठी सहानुभूति दिखाई, जो समाज इन दोनों के ‘ऊपरवालों’ को नहीं भाता है।

भाजपा की अंदर की राजनीति में मचा है बड़ा घमासान

अखिलेश ने कहा कि इसीलिए पीछे से वो भी सक्रिय हो गए, जिनकी पहले वाले उप मुख्यमंत्री से पुरानी खींचातानी है। और फिर इन ऊपरवालों के ऊपरवालों की भी आपस में टकराहट है, इसीलिए केंद्रवाले, कौशांबी की राजनीति करने वालों के साथ खड़े हैं। ध्यान से समझा जाए तो ये भाजपा की अंदर की राजनीति में मचा एक बड़ा घमासान है, जिसमें दो या दो से अधिक समाजों को आपस में भिड़वाकर ‘कौशांबी, लखनऊ, दिल्ली’ की भाजपाई राजनीति अपना वीभत्स खेल-खेल रही है, जिसका शिकार जनता हो रही है। इस लड़ाई में वो भी कूद पड़े हैं जिनका समाज ‘सत्ता सजातीय’ राजनीति का विशेष रूप से शिकार है और लगातार सत्ता के निशाने पर है, जिसके कारण दूसरे उप मुख्यमंत्री अपने समाज पर हो रहे अत्याचार और अपमान पर अपनी कुर्सी बचाने के लिए सुविधाजनक चुप्पी साधे बैठे हैं।

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बिना नाम लिए बृजेश पाठक हमला

डिप्टी सीएम बृजेश पाठक का नाम लिए बिना अखिलेश यादव ने कहा कि अअकौशांबी के मामले में उनको लगा कि जब वो कुछ सक्रियता दिखाएंगे तो शायद सत्ता द्वारा निरंतर उत्पीड़ित व अपमानित किए जा रहे उनके अपने समाज में वो मुंह दिखाने लायक बन जाएंगे। सच तो ये है कि भाजपाइयों को जनता या किसी समाज की कुछ नहीं पड़ी है, सब अपनी-अपनी खो चुकी जमीन की संभावना फिर से तलाशना चाहते हैं लेकिन अब जनता बहुत चौकन्नी और जागरूक है, वो भाजपा की विभाजनकारी नकारात्मक राजनीति को अब और पनपने नहीं देगी।

आपसी झगड़े के कारण समाज बीच में पिस रहा

अखिलेश ने कहा कि ‘शीर्ष भाजपाइयों’ और ‘शिखर भाजपाइयों’ के आपसी झगड़े के कारण, हर वर्ग और समाज बीच में पिस रहा है। सच्चाई तो ये है कि समाज को बांटना और लड़ाना ही भाजपाइयों की पुरानी साजिशाना सियासत रही है, जिसे उन्होंने उन अंग्रेज़ों से सीखा है, जिनका उन्होंने हमेशा साथ दिया था।

कौशांबी भाजपा के अन्याय का शिकार है। भाजपा से हर वर्ग और समाज को अब और भी सचेत व सतर्क रहना पड़ेगा, नहीं तो ये भाजपाई समाजों के बीच आग लगाकर अपनी सियासी रोटी सेंकने में लगे रहेंगे, एक को फँसाकर आत्महत्या पर मजबूर करेंगे तो दूसरे पर इनाम घोषित करवाएंगे। कौशांबी का बच्चा-बच्चा जानता है कि सच क्या है।

भाजपाई नाइंसाफ़ी हारेगी

भाजपा राजनीति को इस स्तर पर ले जाएगी किसी ने सोचा भी न था। अब जनता, भाजपा की बँटवारे की इस राजनीति को समझ रही है और समझदारी से इनके ख़िलाफ़ एकजुट हो रही है। यही कारण है कि जहाँ भी कुछ लोग और समाज भाजपा के खिलाफ जाते दिखते हैं ये भाजपाई उनके बीच झूठे आरोप-प्रत्यारोप और एफ़आइआर-मुक़दमों की दीवार खड़ी कर देते हैं। भाजपा के सियासी षड्यंत्र का मुक़ाबला समाज की एकता ने देना शुरू कर दिया है। इसीलिए हर पीड़ित-उत्पीड़ित भाजपा को हराने-हटाने के लिए लामबंद हो गया है। भाजपाई नाइंसाफ़ी हारेगी।

क्या है मामला

आपको बता दें कि कौशांबी के लोहंदा गांव की मासूम से रेप का आरोप रामबाबू तिवारी के बेटे सिद्धार्थ पर लगा था। सिद्धार्थ के खिलाफ मुकदमा हो गया था। केस होने के करीब एक सप्ताह बाद रामबाबू ने सुसाइड नोट लिखकर खुदकुशी कर ली थी। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। मामले में रेप पीड़िता के पिता सहित दो लोगों को पुलिस ने दूसरे दिन ही गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद सियासत शुरू हो गई। मामला लखनऊ तक पहुंचा तो डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने प्रमुख सचिव गृह को जांच सौंपी। इसकी जानकारी शनिवार को एक्स पर पोस्ट करके दी। इसी के बाद एसपी ने देर रात सैनी इंस्पेक्टर व दो दरोगाओं पर कार्रवाई की। बताया कि सीओ सिटी को जांच दी गई है। किसी भी स्तर पर पुलिस कर्मचारियों का दोष पाया गया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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