मुस्लिम समाज का पूरा साथ देगी बसपा, मायावती बोलीं-वक्फ बिल से सहमत नहीं
- मायावती ने वक्फ बिल पेश होने के बाद प्रतिक्रिया दी है। शुक्रवार सुबह उन्होंने ऐक्स पर पोस्टकर विधेयक को जल्दबाजी में पारित करने की आलोचना की। मायावती ने कहा कि बसपा इसका समर्थन नहीं करती है। बसपा मुस्लिम समाज का पूरा साथ देगी।

वक्फ (संशोधन) विधेयक संसद में पेश के होने के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को प्रतिक्रिया दी है। मायावती ने जल्दबाजी में पारित करने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि बसपा मुस्लिम समाज का पूरा साथ देगी। मायावती ने कहा कि बसपा वक्फ बिल से सहमत नहीं है।
मायावती ने ऐक्स पर पोस्ट किया कि वक्फ संशोधन विधेयक पर संसद में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को सुनने के बाद, निष्कर्ष यह है कि अगर केंद्र सरकार ने विधेयक को आगे लाने से पहले लोगों को इसे समझने के लिए और समय दिया होता और उनकी सभी चिंताओं को दूर किया होता, तो यह बेहतर होता।
मायावती ने विधेयक को पारित करने में सरकार की जल्दबाजी पर निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने जल्दबाजी में इस विधेयक को पेश किया और पारित किया, जो उचित नहीं है। अब जब यह पारित हो गया है, अगर सरकारें इसका दुरुपयोग करती हैं, तो बीएसपी मुस्लिम समुदाय के साथ मजबूती से खड़ी रहेगी। दूसरे शब्दों में, पार्टी इस विधेयक का समर्थन नहीं करती है।
वक्फ (संशोधन) विधेयक संसद में पेश के होने के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को प्रतिक्रिया दी है। मायावती ने जल्दबाजी में पारित करने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि बसपा मुस्लिम समाज का पूरा साथ देगी। मायावती ने कहा कि बसपा वक्फ बिल से सहमत नहीं है।
मायावती ने ऐक्स पर पोस्ट किया कि वक्फ संशोधन विधेयक पर संसद में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को सुनने के बाद, निष्कर्ष यह है कि अगर केंद्र सरकार ने विधेयक को आगे लाने से पहले लोगों को इसे समझने के लिए और समय दिया होता और उनकी सभी चिंताओं को दूर किया होता, तो यह बेहतर होता।
मायावती ने विधेयक को पारित करने में सरकार की जल्दबाजी पर निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने जल्दबाजी में इस विधेयक को पेश किया और पारित किया, जो उचित नहीं है। अब जब यह पारित हो गया है, अगर सरकारें इसका दुरुपयोग करती हैं, तो बीएसपी मुस्लिम समुदाय के साथ मजबूती से खड़ी रहेगी। दूसरे शब्दों में, पार्टी इस विधेयक का समर्थन नहीं करती है।
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दरअसल, लोकसभा में पास होने के बाद वक्फ (संशोधन) विधेयक के सरकार ने गुरुवार को राज्यसभा में पेश किया गया। उच्च सदन में भी विधेयक पर पक्ष और विपक्ष में तीखी बहस हुई। सत्ता पक्ष ने वक्फ जमीनों के दुरुपयोग और अवैध कब्जों का मुद्दा उठाते हुए संशोधनों की जमकर पैरवी की। वहीं, विपक्ष ने इसे बांटने वाली सियासत का प्रतीक बताते हुए सरकार को कठघरे में खड़ा करने का प्रयास किया।