डेंगू की दस्तक से पहले कसी कमर, प्लेटलेट स्टोरेज की बढ़ाई क्षमता
Gonda News - गोण्डा के ब्लडबैंक में प्लेटलेट स्टोरेज क्षमता 36 से बढ़कर 60 यूनिट हो गई है। नई प्लेटलेट एजीटेटर मशीन के इंस्टालेशन से यह संभव हुआ है। डेंगू के बढ़ते मामलों के मद्देनजर, प्लेटलेट की उपलब्धता बढ़ाना...

तैयारी - अब 36 की जगह 60 यूनिट प्लेटलेट स्टोर कर सकेगा ब्लडबैंक - प्लेटलेट एजीटेटर मशीन इंस्टाल की गई, नई ब्लेड स्टोरेज मशीन भी आई प्रदीप तिवारी गोण्डा। डेंगू की दस्तक से पहले ही चिकित्सा शिक्षा महकमा तैयारियों में जुट गया है। महकमें ने हर स्थिति से निपटने के लिए कमर कस ली है। स्वशासी मेडिकल कॉलेज के ब्लडबैंक में प्लेटलेट स्टोरेज की क्षमता बढ़ाई गई है। अब 36 की जगह 60 यूनिट प्लेटलेट ब्लडबैंक में हमेशा उपलब्ध रह सकेगा। क्षमता बढ़ाने के लिए नई प्लेटलेट एजीटेटर मशीन मंगाई गई है, जिसे ब्लडबैंक में इंस्टाल भी कर दिया गया है।
बाबू ईश्वर शरण अस्पताल के मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध होने के बाद भर्ती करने की क्षमता के साथ ही अन्य सुविधाएं भी बढ़ाई जा रही हैं। फिलहाल यहां दो सौ बेड पर मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। तीन सौ बेड का अस्पताल ब्लाक संचालित किया जाना है। अस्पताल में चौबीस घंटे पैथोलॉजी जांच की कवायद भी की जा रही है। इन सब के बीच प्लेटलेट स्टोरेज की क्षमता भी बढ़ाई गई है। वैसे डेंगू के इलाज में प्लेटलेट की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है और जून माह से ही जिले में डेंगू दस्तक दे देता है। ऐसे में प्लेटलेट स्टोरेज की चिंता बढ़ जाती है। पहले ब्लडबैंक में 36 यूनिट प्लेटलेट ही स्टोर किया जा सकता था। सिर्फ एक ही प्लेटलेट एजीटेटर मशीन ही उपलब्ध थी। लेकिन अब 24 यूनिट स्टोरेज की क्षमता वाली एक और प्लेटलेट एजीटेटर मशीन मंगाई गई है, जिससे स्टोर करने की क्षमता बढ़कर 60 पहुंच गई है। इस मशीन में 90 घंटे तक नहीं जमता है प्लेटलेट : प्लेटलेट एजीटेटर मशीन में 90 घंटे तक प्लेटलेट नहीं जमता है। प्लेटलेट को एक निश्चित तापमान पर इस मशीन में रखा जाता है। इस मशीन के अंदर लगी ट्राली हमेशा हिलती रहती है, जिससे प्लेटलेट जमने नहीं पाता है। बताया जाता है कि जिले में डेंगू जब अपने पूरे चरम पर होता है तो प्लेटलेट की डिमांड बहुत ही बढ़ जाती है। पचास यूनिट तक भी डिमांड पहुंच जाती थी,स्टोरेज की क्षमता कम होने के कारण लोगों को समय से प्लेटलेट नहीं मिल पाता था। 300 यूनिट क्षमता की ब्लड स्टोरेज फ्रिज भी आई : ब्लडबैंक में ब्लड स्टोरेज की क्षमता 500 यूनिट की है। ब्लडबैंक में पहले से ही ब्लड स्टोरेज फ्रिज थी लेकिन 300 यूनिट क्षमता की नई फ्रिज और भी मंगा ली गई है। बताया जाता है कि पुरानी फ्रिज को रिप्लेस करने के लिए नई फ्रिज मंगाई गई है। कोट ब्लडबैंक में प्लेटलेट स्टोरेज की क्षमता बढ़ाने के लिए एक और प्लेटलेट एजीटेटर मशीन लगाई गई है। यह मशीन 24 यूनिट प्लेटलेट स्टोर कर सकेगी। वहीं 300 क्षमता वाली ब्लड स्टोरेज फ्रिज भी मंगाई गई है। मेडिकल कालेज में लगातार सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। -डॉ. धनंजय श्रीकांत कोटास्थाने, प्रधानाचार्य
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।