बोले गोंडा: बाजार बड़े सड़कें छोटी,हालात ऐसे कि संकट में रोजी-रोटी
Gonda News - कौड़िया बाजार, जो कि 5000 से अधिक जनसंख्या वाला एक प्रमुख बाजार है, संकरी सड़कों, अतिक्रमण और मूलभूत सुविधाओं की कमी से जूझ रहा है। स्थानीय लोग बाईपास निर्माण और सार्वजनिक शौचालय की मांग कर रहे हैं।...

जिले के प्रमुख बाजारों में कौड़िया का नाम भी शामिल है। पांच हजार से ज्यादा आबादी वाले कौड़िया बाजार को अभी गांव जैसीसुविधाएं ही मिलती हैं। हालांकि दो सौ से ज्यादा दुकानें होने की वजह से आसपास के दर्जनों गांवों के लोगों की खरीदारी का यह प्रमुख केंद्र है। बाजार में तीन राष्ट्रीयकृत बैंक, डाकघर, आयुर्वेदिक अस्पताल के साथ कौड़िया थाना स्थित है। बाजार के बुजुर्गों के मुताबिक यहां बाजार आजादी से पहले से बसा है। इसके बाद भी यहां जनसुविधाओं का अभाव है। बाजार में शौचालय, साफ-सफाई के साथ पेयजल को लेकर लोगों को दुश्वारियां उठानी पड़ती है। बाजार की सबसे बड़ी समस्या संकरी सड़क हैं।
यहां एक भारी वाहन आने पर जाम लग जाता है। इससे लोगों को काफी दुश्वारी उठानी पड़ती है। हिन्दुस्तान ने बोले गोंडा मुहिम में बाजार के लोगों से उनकी समस्याएं जानी। इस पर सभी ने अपनी बात रखते हुए मूलभूत सुविधाओं में इजाफा करने की मांग उठाई। गोंडा। जिले के कटरा बाजार विधानसभा क्षेत्र में प्रमुख बाजारों में शुमार कौड़िया बाजार संकरे मार्ग और आर्यनगर अतिक्रमण की समस्या से जूझ रहा है। इससे लोगों को आवागमन में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों ने कौड़िया में बाईपास बनवाने व आर्यनगर से अतिक्रमण हटवाने की मांग जिला प्रशासन से कर रहे हैं। कौड़िया थाना क्षेत्र का स्थानीय कस्बा आजादी के पहले बसा है। यहां की कुल आबादी 5000 से ज्यादा की बताई जा रही है। जानकारों के मुताबिक कौड़िया में 3000 हजार से ज्यादा वोटर हैं। यहा दो सौ से ज्यादा दुकानें संचालित है। इन्हें आसपास के गांवों व स्थानीय लोग संचालित कर रहे हैं। आसपास की बड़ी आबादी की खरीदारी का प्रमुख केंद्र होने की वजह से बड़े वाहनों के बाजार में घुसते ही जाम लग जाता है। इससे लोगों को आवागमन में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। बाजार में तीन राष्ट्रीय बैंक, डाकघर, रेलवे स्टेशन, थाना, तीन इंटर कॉलेज, आयुर्वेदिक-होम्योपैथिक चिकित्सालय होने के बावजूद कस्बे का अपेक्षित विकास नहीं हो सका। बाजार की गलियां संकरी होने की वजह से एक वाहन के घुस जाने के चलते जाम सा लग जाता है। इससे स्थानीय व्यापारियों के साथ खरीदारों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। हिन्दुस्तान की ओर से बोले गोंडा मुहिम के तहत आयोजित चौपाल में क्षेत्र के प्रिंस केडिया, अजय बाबू तिवारी, संदीप वर्मा, कुलदीप वर्मा, मुन्ना मिश्रा, दुर्गा गुप्ता, चंचल तिवारी सहित कई लोगों ने बाजार से बाहर बाईपास निर्माण की मांग की। कहा कि सुबह 10 से शाम 8:00 बजे तक बड़े वाहनों का कस्बे में प्रवेश बंद किया जाए। बाजार में सार्वजनिक शौचालय नहीं कौड़िया बाजार में सार्वजनिक शौचालय न होने के कारण दूरदराज से आए लोगों को शौचालय जाने के लिए काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। इससे लोगों को खुलेआम सार्वजनिक स्थानों पर शौच करने के लिए विवश होना पड़ता है। सामुदायिक शौचालय कस्बा कौड़िया बाजार में न बनाकर बाजार से सटे पिढ़िन कौड़िया में बना है। इससे कस्बा में आने वाले लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसी स्थिति में क्षेत्रीय लोगों ने कस्बा में सार्वजनिक शौचालय व प्रसाधन का निर्माण कराए जाने की मांग उठाई है। बिजली की समस्या से जूझते कस्बे के लोग कौड़िया बाजार में बिजली की आवाजाही एवं लो वोल्टेज से लोग काफी परेशान हैं। क्षमता से अधिक विद्युत उपभोक्ता होने के कारण लोगों को लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। उपभोक्ताओं ने विभागीय अधिकारियों से कस्बा में लगे ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने की मांग उठाई है। आर्यनगर में अतिक्रमण से राह होती दुश्वार थाना क्षेत्र के गोंडा-बहराइच मार्ग पर कस्बा आर्यनगर में मुख्य सड़क की पटरी पर लोगों द्वारा दुकान सजाकर अतिक्रमण कर लिया जाता है। जिससे लोगों को आवागमन में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। अस्थाई दुकानों के चलते आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं और लोगों की जान भी चली जाती है। कस्बा में बनी नाली की सफाई न होने एवं जल निकासी की व्यवस्था न होने के चलते आए दिन सड़कों पर नाली का गंदा पानी भरा रहता है। इसकी दुर्गंध से लोगों को काफी परेशानी होती है। ब्लॉक मुख्यालय होने के बावजूद गंदगी का साम्राज्य व्याप्त है। इसके बाद भी स्थानीय अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। क्षेत्र के चंद्रशेखर मिश्रा, बाल गोविंद तिवारी, राकेश कुमार, राजकुमार ,राकेश कुमार ने कस्बे में साफ सफाई एवं सड़क के किनारे से अतिक्रमण हटाने की मांग जिला प्रशासन से की। आबादी के लिहाज से नहीं है कोई सहूलियत कौड़िया और आर्य नगर कस्बा बाजार में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। इसको लेकर स्थानीय लोगों के साथ बाजार आने वाले लोग भी परेशानियों से जूझते रहते हैं। हर साल बेहतर व्यवस्था करने का दावा होने के बाद धरातल पर कुछ नजर नहीं आता है। दुकानदारों का कहना है कि यहां पर साफ-सफाई की बड़ी समस्या रहती है। ग्रामीण क्षेत्र में स्थित होने की वजह से कोई अफसर यहां झांकने तक नहीं आता है कि झाड़ू लगती है या नहीं। संकरी सड़कों की वजह से लगता है जाम सदर तहसील क्षेत्र के कौड़िया बाजार में संकरी सड़क होने की वजह से यहां पर आए दिन जाम की समस्या रहती है। दुकानदारों का कहना है कि इस समस्या से जिला प्रशासन ने निजात दिलाई। तभी जाकर दुकानदारी करना संभव होगा। दुकानदारों के मुताबिक सड़क पर अगर एक वाहन खड़ा है तो दूसरा वहां बगल से नहीं जा सकता है इसकी वजह से जाम लग जाता है। बिजली उपकेंद्र होने के बावजूद नहीं मिल रही पर्याप्त बिजली कस्बा आर्यनगर में बिजली उपकेंद्र होने के बाद भी लोगों को पर्याप्त बिजली नहीं मिल पाती है। बिजली उपभोक्ता राजेश जायसवाल, हरीश वर्मा, चंद्र प्रकाश मौर्य ने बताया कि गर्मी के दिनों में 24 घंटे में महज 10 से 12 घंटे बिजली मिल पाती है। इसमें ट्रिपिंग, रोस्टिंग और शटडाउन के चलते भी कटौती से जूझना पड़ता है। प्रस्तुति: विजय मिश्र/सच्चिदानंद शुक्ल/रंजीत तिवारी बोले लोग --------------------------- कौड़िया बाजार में अतिक्रमण की वजह से ग्राहकों समस्याओं से जूझना पड़ता है। इस समस्या से स्थायी निजात दिलाने की पहल होनी चाहिए। उम्मीद है कि अफसर और जनप्रतिधियों को ध्यान देना चाहिए। -महेश तिवारी कौड़िया बाजार में रास्ता संकरा होने की वजह से यहां आए दिन जाम की समस्या रहती है। इसकी वजह से बाजार में काम धंधा भी पूरी तरह से चौपट हो जाता है जाम की समस्या से निजात दिलाने की जरूरत है। -मुन्ना मिश्रा कौड़िया बाजार में बड़ी गाड़ियों के प्रवेश पर रोक लगाने की आवश्यकता है इससे जाम की समस्या से काफी राहत दुकानदारों को मिलेगी। साथ ही बाजार में कारोबार भी बढ़ जाएगा। -अंकित शुक्ला कौड़िया बाजार के अंदर से रास्ता काफी संकरा है। बाजार में सार्वजनिक शौचालय न होने की वजह से महिलाओं को काफी दुश्वारियों का सामना करता है। साथ ही बाजार में गंदगी भी फैलती है। -रवि मिश्रा बोले जिम्मेदार ------------------------ कौड़िया बाजार और आर्यनगर में पेयजल एवं साफ-सफाई के लिए संबंधित कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है। अगर साफ-सफाई एवं पेयजल की समस्या की शिकायत मिली तो संबंधित के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी। अन्य समस्याओं को लेकर उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा। -अभय कुमार, बीडीओ रुपईडीह
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