बिजली निगम की लापरवाही! पोल पर करंट लगने से तार में फंसा लाइनमैन, उतारने के दौरान नीचे गिरा
गोरखपुर में ठेकेदार और बिजली निगम की लापरवाही से निजी फर्म का एक लाइनमैन गंभीर रूप से घायल हो गया। बिजली की मेन सप्लाई ठीक करने के दौरान वह बगल से गुजर रही दूसरी लाइन की चपेट में आने से झुलसकर तार में फंस गया।

यूपी के गोरखपुर में ठेकेदार और बिजली निगम की लापरवाही से निजी फर्म का एक लाइनमैन गंभीर रूप से घायल हो गया। सुमेर सागर पर बिजली की मेन सप्लाई ठीक करने के दौरान वह बगल से गुजर रही दूसरी लाइन की चपेट में आने से झुलसकर तार में फंस गया। ठेकेदार के साथ काम करने वाला एक व्यक्ति एक हाथ से ही उसे उतारने लगा, जिसकी वजह से वह सिर के बल करीब आठ मीटर ऊपर पोल से जमीन पर गिर गया। उसकी हालत गंभीर है। पूरे घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि आपका लाइन हिन्दुस्तान वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
बताया जा रहा है कि लाइनमैन का नाम संजय कुमार है और वह अमरोहा का रहने वाला है। घटना के बाद ठेकेदार ने इलाज के लिए उसे मेडिकल कॉलेज रोड स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए लाइनमैन को हायर सेंटर रेफर कर दिया है। उसकी हालात नाजुक बताई जा रही है। इस मामले में टाउन हॉल के अधिशासी अभियंता आशीष कुमार ने बताया कि आरडीएसएस योजना के तहत निजी फर्म काम करा रही है। उसने शटडाउन लिया था। विभागीय लाइनमैन ने शटडाउन भी दिया था। इसके बाद भी कहां से चूक हुई है। मामले की जांच कराई जा रही है। कहीं न कहीं ठेकेदार और निजी फर्म के व्यक्ति की ओर से लाइनमैन को उतारने के दौरान लापरवाही की बात सामने आ रही है। इसकी भी जांच की जा रही है। पूरे मामले की रिपोर्ट ठेकेदार से भी मांगी गई है।
तकनीकी खराबी से एनटीपीसी की यूनिट चार घंटे ठप
उधर, रायबरेली में एनटीपीसी की ऊंचाहार परियोजना में 210 मेगावाट क्षमता वाली यूनिट के ब्वायलर में ब्लॉकेज होने के कारण ट्रिप हो गई है। प्रबंधन ने बताया कि यूनिट में मरम्मत कर चार घंटे बाद उसको चालू कर दिया गया।
यह तकनीकी खामी रविवार अपराह्न करीब दो बजे आई है। परियोजना में 210 मेगावाट क्षमता वाली यूनिट संख्या तीन में तकनीकी कारणों से ब्वायलर में ब्लॉकेज आ गया। इस कारण यूनिट स्वत: बंद हो गई। यूनिट के बंद होने के बाद हड़कंप मच गया। सूचना पाकर तत्काल अधिकारी मौके पर पहुंचे और तकनीकी जानकारों की टीम को मौके पर बुलाया गया है। ब्वायलर का तापमान सामान्य होने के बाद इसमें मरम्मत कार्य शुरू हुआ।