पीजीआई में स्ट्रोक रोगियों के लिये शुरू हुई 10 बेड की विशेष यूनिट
Lucknow News - पीजीआईएमईआर में स्ट्रोक रोगियों के लिए एक नई इस्केमिक स्ट्रोक यूनिट का उद्घाटन किया गया है। यह यूनिट इमरजेंसी मेडिसिन एंड रीनल ट्रांसप्लांट सेंटर में स्थापित की गई है। इसमें न्यूरोलॉजी और रेडियोलॉजी...

अब पीजीआई में स्ट्रोक रोगियों को त्वरित उपचार मिलेगा। संस्थान निदेशक डॉ. आरके धीमान ने गुरुवार को 10 बेड की इस्केमिक स्ट्रोक यूनिट का उदघाटन किया। यह यूनिट इमरजेंसी मेडिसिन एण्ड रीनल ट्रांसप्लांट सेंटर (ईएमआरटीसी) के पहले मंजिल पर स्थापित की गई है। संस्थान प्रशासन का दावा है कि यह स्ट्रोक रोगियों के लिये प्रदेश की पहली विशेष यूनिट है। इसमें न्यूरोलॉजी विभाग और डॉयग्नोस्टिक रेडियोलॉजी और इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी विभाग के डॉक्टर मिलकर काम करेंगे। इस मौके पर सीएमएस डॉ. देवेंद्र गुप्ता, डॉ. प्रशांत अग्रवाल, रेडियोडॉयग्नोसिस विभाग की प्रमुख डॉ. अर्चना गुप्ता, इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. आरके सिंह के अलावा डॉ. वीके पालीवाल, डॉ. विवेक सिंह, डॉ. विनीता आदि मौजूद रहीं।
रोगी को छह घंटे के भीतर इलाज जरूरी न्यूरोलॉजी विभाग की प्रमुख जयंती कलिता ने बताया कि इस यूनिट में इस्केमिक स्ट्रोक के रोगियों का उपचार होगा। स्ट्रोक के रोगियों के शरीर के आधे हिस्से में कमजोरी, दिमाग को खून आपूर्ति करने वाली रक्त वाहिकाओं में रुकावट, नजर कम होना, शरीर के संतुलन व बोलने आदि में असामान्यता के लक्षण होते हैं। यह रोगी यदि स्ट्रोक के छह घंटे के भीतर आ जाते हैं तो इन्हें उपचार देकर राहत दी सकती है। इस गोल्डन ऑवर में रोगी की रक्त वाहिकाओं में रुकावट को दूर जीवन भर होने वाली विकलांगता को रोका जा सकता है।
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