Power Corporation Proposes 41 Revenue Increase from Domestic Consumers Amidst Electricity Rate Hike घरेलू बिजली के राजस्व में 41% इजाफा चाहती हैं बिजली कंपनियां, Lucknow Hindi News - Hindustan
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घरेलू बिजली के राजस्व में 41% इजाफा चाहती हैं बिजली कंपनियां

Lucknow News - - अगर प्रस्तावित बिजली दरें बढ़ी तो कुल राजस्व में होगा 29% का इजाफा

Newswrap हिन्दुस्तान, लखनऊWed, 18 June 2025 07:46 PM
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घरेलू बिजली के राजस्व में 41% इजाफा चाहती हैं बिजली कंपनियां

पावर कॉरपोरेशन ने बिजली दरों में इजाफे का जो प्रस्ताव नियामक आयोग में दाखिल किया है, अगर वह मंजूर हुआ तो घरेलू उपभोक्ताओं से आने वाले राजस्व में 41% का इजाफा होगा। वहीं, पूरे प्रदेश में बिजली दरों से होने वाली आय 29% बढ़ जाएगी। ऐसे में देखा जाए तो बिजली कंपनियों की आय बढ़ाने का सबसे ज्यादा बोझ घरेलू उपभोक्ताओं पर डाला जा रहा है। बिजली कंपनियों ने घरेलू बिजली की दरें 9 रुपये से 13 रुपये प्रति यूनिट किए जाने की मांग की है। मौजूदा बिजली दरों के हिसाब से मौजूदा समय में 85,497 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होता है।

वहीं, प्रस्तावित बढ़ोतरी के बाद यह राजस्व 29% बढ़कर 1,09,520 करोड़ रुपये हो जाएगा। अगर घरेलू उपभोक्ताओं से आने वाले राजस्व की बात करें तो अभी की दरों से 37,407 करोड़ रुपये का राजस्व मिलता है। प्रस्तावित दरें अगर लागू हो जाती हैं तो घरेलू बिजली से मिलने वाले राजस्व में 41% का इजाफा होगा और राजस्व 52,873 करोड़ रुपये हो जाएगा। सिद्धांत यह रहा है कि यदि बिजली दरों में बढ़ोतरी करनी ही पड़े तो इसका ज्यादा बोझ कार्मशियल इकाइयों पर डाला जाता है लेकिन हो इसके उलट रहा है। घरेलू उपभोक्ताओं से ही निजी कंपनियों की कमाई बढ़वाने की साजिश- उपभोक्ता परिषद राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने घरेलू उपभोक्ताओं पर इतना बोझ डालने को एक साजिश करार दिया है। उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि प्रदेश की पांचों वितरण कंपनियों में सबसे ज्यादा घरेलू उपभोक्ता पूर्वांचल ओर दक्षिणांचल में ही हैं। इन्हीं दोनों कंपनियों को पावर कॉरपोरेशन बेचकर औद्योगिक समूहों को सौंपना चाहता है। प्री बिड कॉन्फ्रेंस और निजीकरण की बैठकों में औद्योगिक समूह लगातार घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली दरों में बढ़ोतरी किए जाने की मांग कर रहे थे। उनका तर्क था कि पूर्वांचल और दक्षिणांचल में जब घरेलू उपभोक्ता ज्यादा हैं तो घरेलू उपभोक्ताओं से ही कमाई में बढ़ोतरी भी की जानी चाहिए। यही वजह है कि पावर कॉरपारेशन ने बिजली दरों में इजाफा करके राजस्व इकट्ठा किए जाने का सबसे ज्यादा बोझ घरेलू उपभोक्ताओं पर डालने की कोशिश में जुट गया है। डिस्कॉम वर्तमान घरेलू राजस्व प्रस्तावित राजस्व घरेलू राजस्व वृद्धि पूर्वांचल 9,925 1,4279 44% दक्षिणांचल 5,907 8,383 42% मध्यांचल 9,035 12,668 40% पश्चिमांचल 11,063 15,509 40% केस्को 1,476 2,034 37% (नोट - राजस्व प्राप्ति करोड़ रुपये में है)

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