कॉरिडोर अब नहीं बना तो कभी नहीं बनेगा : हेमामालिनी
Mathura News - वर्तमान में बिहारी जी के दर्शन करने में लोग होते हैं परेशान कॉरिडोर अब नहीं बना तो कभी नहीं बनेगा : हेमामालिनी कॉरिडोर अब नहीं बना तो कभी नहीं बनेगा :

बांके बिहारी कॉरिडोर को लेकर सांसद हेमामालिनी बहुत गंभीर हैं। वह कहती हैं कि बांके बिहारी कॉरिडोर आज के समय में बहुत जरूरी है। बिहारी जी के दर्शन करने आने वाले लोग अव्यवस्था का शिकार होते हैं, कॉरिडोर बनने से न केवल लोगों को दर्शन सुलभ होंगे, श्रद्धालुओं की यहां संख्या में वृद्धि होगी, साथ ही यहां का व्यापार भी बढ़ेगा। कुछ लोगों द्वारा विरोध किये जाने पर हेमामालिनी ने कहा कि कॉरिडोर अगर अब नहीं बना तो कभी नहीं बनेगा। सांसद हेमामालिनी बुधवार को कुछ पत्रकारों से बात कर रहीं थी। उन्होंने कहा कि वह कॉरिडोर को लेकर बहुत गंभीर हैं।
बिहारी जी के दर्शन करने देश-विदेश से लोग आते हैं। यहां पर अव्यवस्था का शिकार उन्हें होना पड़ता है। धक्के खाते हुए भीड़ में लोगों की हालत खराब हो जाती है। अक्सर यहां हादसे होते रहते हैं। वह और सरकार चाहती है कि लोगों को सुगमता से बांके बिहारी के दर्शन हों, इसके लिए बांके बिहारी कॉरिडोर बनाया जा रहा है। कॉरिडोर बनने से जहां लोगों को सुगमता से दर्शन होंगे, वहीं वृंदावन के लोगों को भी लाभ होगा। हेमामालिनी ने कहा कि बांके बिहारी दर्शन करने वालों को तकलीफ होती है। वहां रास्ता ठीक नहीं है। हम वहां कुछ नहीं कर पा रहे हैं। सिस्टम सही नहीं है तो वैसे के वैसे ही पड़ा रहेगा। आने वाले 100 वर्षों में भी ऐसा ही बना रहेगा। उन्होंने दुखी होते हुए कहा कि कॉरिडोर अगर अब नहीं बना तो फिर कभी नहीं बनेगा। यह सही समय है, इस समय कॉरिडोर बना लेना चाहिये। इसमें सभी को साथ देना चाहिये। यह इतना अच्छा बनने वाला है कि बनने के बाद लोग याद रखेंगे और इस बात का अफसोस करेंगे कि हमने बेकार में विरोध किया। उन्होंने कहा कि जो लोग विरोध कर रहे हैं, वे सही कर रहे हैं या झूठमूठ का दिखावे के लिए विरोध कर रहे हैं, यह बात अलग है। जो भी करना है सोच समझ कर करना चाहिये। मकान-दुकान मालिक और किरायेदार को भी मुआवजा एक सवाल के जवाब में हेमामालिनी ने कहा कि जिसका मकान-दुकान जाएगा तो उसका मुआवजा मिल रहा है ना। दुकान का भी मुआवजा मिल रहा है, मकान का भी मिल रहा है, जो किरायेदार हैं, उनको भी मिलेगा। इतना मुआवजा कहीं भी नहीं सुना, जितना यहां दिया जाएगा। गोस्वामियों को प्रॉब्लम क्या है हेमामालिनी ने सवाल किया कि आखिर गोस्वामियों को समस्या क्या है? वे जो सेवा कर रहे हैं, वह तो करेंगे ही। गोस्वामी बांके बिहारी के सेवक हैं। जैसे हम लोग दर्शनार्थी हैं, बैसे ही वे लोग सेवक हैं। सेवा वे ही करेंगे और कौन करेगा। उनके अलावा और कोई तो कर नहीं सकता। उनका हक है, वे ही सेवा करेंगे, उनकी पारंपरिक ही सेवा होगी। उन्हें तो कॉरिडोर बनाकर अच्छा करके दे रहे हैं। यह एक अच्छा अवसर है। ऐसा अवसर बार-बार नहीं मिलेगा। इसे स्वीकार कर लेना चाहिये, ताकि हमारे बांके बिहारी और भी बड़े हो जाएं। बिहारी जी पहले से ही विश्व के गुरु हैं। कृष्णं बंदे जगद्गुरु। भगवान श्री कृष्ण अच्छा करेंगे, वे गोस्वामी लोगों को समझायेंगे। भीड़ के कारण बांके बिहारी जाने में लगता है डर एक सवाल के जवाब में हेमामालिनी ने कहा कि वह भीड़ के कारण बांके बिहारी मंदिर नहीं जातीं। कहा कि उन्हें बांके बिहारी मंदिर जाने में डर लगता है। उनके जैसी बहुत सारी महिलाएं हैं, जिन्हें बांके बिहारी मंदिर जाने में डर लगता है। इसका मुख्य कारण भीड़ है। अभी कुछ दिन पहले उन्हें बांके बिहारी मंदिर में आमंत्रित किया था। सुबह करीब पांच बजे दर्शन को गयी थीं। उस वक्त इतनी भीड़ थी कि मेरे पास इतनी सिक्योरिटी है, बॉडी गार्ड थे, जो मुझे प्रोटेक्ट कर रहे थे। इसके बावजूद उन्होंने एक सेकेंड के लिए महसूस किया कि अब क्या होगा? इस तरह भीड़ में फंसी हुई थी। चारों तरफ भीड़ थी। होती है बदसलूकी हेमामालिनी ने कहा कि मंदिर में भीड़ में बदसलूकी होती है। दर्शन करने लोग जाते हैं मन की शांति को। शांत माहौल हो, भक्तिमय संगीत हो, दर्शन करो, दर्शन करने के बाद मंदिर के बाहर थोड़ी देर ध्यान करो। अभी बांके बिहारी मंदिर में ऐसा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि कल वह एक वीडियो देख रहीं थीं कि लोग अपने जूतों के लिए परेशान हो रहे हैं। कॉरिडोर बनने के बाद ऐसा कुछ नहीं होगा। इतनी बढ़िया व्यवस्था होगी। हजारों लोग आराम से दर्शन करेंगे। टोकन से करेंगे दर्शन एक अन्य सवाल के जवाब में हेमामालिनी ने कहा कि कॉरिडोर बनने के बाद लोग टोकन से दर्शन करेंगे। टोकन का नंबर आने पर लोग अंदर जाएंगे और दर्शन करेंगे, उनके बाहर आने के बाद दूसरे लोग अंदर जाएंगे और दर्शन करेंगे। अभी ऐसी योजना है कि एक बार में करीब 50 लोग दर्शन करेंगे लेकिन अभी इसके बारे में तय किया जाना है। उन्होंने कहा कि तिरुपति बालाजी में कैसे दर्शन होते हैं, कभी किसी ने सुना कि वहां भीड़ में मारपीट हो गई। यहां मारा मारी होती है। हेमा की हेयर ड्रेसर को बाल पकड़कर धक्का दे दिया हेमामालिनी ने बताया कि मुंबई से उनकी हेयर ड्रेसर आयी थीं। वह दर्शन करने बांके बिहारी मंदिर गयीं थी। वहां से जब वह आयीं तो रोते हुए आईं। बताया कि उनके बाल पकड़कर एक तरफ धक्का दे दिया। उसके अकेले के साथ ऐसा नहीं हुआ, न जाने कितनी महिलाओं के साथ ऐसा होता है। गोस्वामियों को ये भी सोचना चाहिये कि बांके बिहारी के दर्शन करने श्रद्धालु आ रहे हैं, प्यार से आ रहे हैं तो उन्हें तकलीफ नहीं होना चाहिये। बांके बिहारी को यह अच्छा लगेगा क्या? शिकागो से आयी महिला दोस्त भीड़ देखकर लौट गईं सांसद ने बताया कि उनकी एक महिला दोस्त शिकागो से यहां बांके बिहारी दर्शन करने आयीं। वह वृंदावन में अपना घर बनाकर रहना चाहती थीं। इससे पहले वे दर्शन के लिए यहां आई थीं। यहां पर बांके बिहारी दर्शन करने पहुंचीं तो भीड़ के कारण वापस आ गईं। दर्शन नहीं कर पाईं। हेमामालिनी ने कहा कि संसद में उनको कई महिला सांसदों और उनकी मुंबई की मित्रों ने बताया कि बांके बिहारी के दर्शन करने गये थे लेकिन भीड़ के कारण परेशानी हुई। अंदर जाते समय भी अच्छा नहीं लगा। भीड़ में बहुत परेशानी हुई। हेमा ने कहा कि इस समय ऐसा माहौल बन गया है कि मथुरा जाना है तो बांके बिहारी जरूर जाना है। हेमा ने कहा कि वह ऐसे लोगों से कहती हैं कि वृंदावन में बांके बिहारी तो हैं ही, साथ में राधा रमन हैं, राधा बल्लभ हैं, राधा मदनमोहन हैं, सप्त देवालय हैं। 100 मंदिर हैं। आप आकर देखो। आप सिर्फ बांके बिहारी क्यों जा रहे हैं।
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